Thursday, September 19, 2024
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मां की ममता और पेड़ का दान दोनों ही जन कल्याण करते हैं : दीपक शर्मा

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चंडीगढ़। एक पेड़ मां के नाम कार्यक्रम के तहत सेक्टर 32 में बीजेपी मंडल नंबर 22 के पदाधिकारियों के द्वारा पौधरोपण करके पौधे लगाने की शुरुआत की गई।
मंडल अध्यक्ष दीपक शर्मा बताया कि एक पेड़ मां के नाम कार्यक्रम की शुरुआत की गई है और आने वाले दिनों में 31,32,33 औद्योगिक क्षेत्र फेस-2 पार्क और सड़क के किनारे में आवश्यकता अनुसार पौधे लगाए जाएंगे। दीपक शर्मा ने अंत में आए हुए सदस्यों आम जनता से निवेदन किया कि लोगों को अपने जीवन की हर खुशी के मौके जैसे अपने और अपने बच्चों के जन्मदिन, शादी की सालगिरह पर एक पौधा लगाकर पौधरोपण ज़रूर करना चाहिए।

शिवानन्द चौबे मेमोरियल चेरिटेबल ट्रस्ट द्वारा माउंट कार्मल स्कूल जीरकपुर के साथ मिलकर लगाए गए रक्तदान शिविर में कुल 76 यूनिट रक्त एकत्रित हुआ

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रक्त का कोई विकल्प नहीं : रश्मी आईवी रफी

चंडीगढ़। माउंट कार्मल स्कूल्स के डायरेक्टर डॉ. अर्नेस्ट चार्ल्स जे. सैमुअल और डॉ. एनी चार्ल्स सैमुअल के मार्ग दर्शन में शिवानन्द चौबे मेमोरियल चैरिटेबल ट्रस्ट की ओर से माउंट कार्मल स्कूल , जीरकपुर में 60वें रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया , जिसमें गवर्नमेंट मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल , सेक्टर -16 चंडीगढ़ की मेडिकल टीम द्वारा 76 यूनिट रक्त एकत्रित किया गया । एडिशनल डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस , सीएम सिक्योरिटी पंजाब , आईपीएस अजय कुमार पाण्डेय इस रक्तदान शिविर में बतौर मुख्यातिथि उपस्थित रहे तथा उन्होंने रक्तदान भी किया । माउंट कार्मल स्कूल्स की कोआर्डिनेटिग प्रिंसिपल डॉ. परवीना जॉन सिंह ने रीबन काटकर इस रक्तदान शिविर का शुभारंभ किया । इस दौरान उन्होंने बताया कि ऐसे नेक कार्य के लिए उनका स्कूल हमेशा प्रयासरत रहेगा ।वहीँ रक्तदान शिविर में रक्तदाताओं की हौसलाअफजाई के लिए श्री हिन्दू तख़्त के राष्ट्रीय प्रवक्ता अशोक तिवारी , अमित पाण्डेय , साहिल , गौरव इत्यादि गणमान्य लोग मौजूद रहे तथा ट्रस्ट के इस नेक पहल के लिए सभी ने प्रशंसा की। माउंट कार्मल स्कूल जीरकपुर की प्रधानाचार्य रश्मी आईवी रफी ने युवाओं से अपील किया की वो ऐसे नेक काम में बढ़ चढ़ कर हिस्सा ले और किसी की अमूल्य जिन्दगी बचाने में अपने सामाजिक भागीदारी का निर्वहन करे । संजय कुमार चौबे ने कहा कि हर स्वस्थ व्यक्ति को रक्तदान करना चाहिए क्योंकि रक्त का कोई दूसरा बिकल्प नहीं है और हमारा रक्तदान शिविर लगाने का मकसद भी उन मरीजों कि मदद करना है , जिनकी रक्त कि कमी से जिंदगी कि डोर कमजोर पड़ जाती है । शिविर को सफल बनाने के लिए ट्रस्ट की महासचिव सरोज चौबे ने माउंट कार्मल स्कूल्स के डायरेक्टर , स्कूल प्रबंधन , सभी सहयोगियों , रक्तदाताओं , आये हुए सम्मानित अतिथिगणों तथा मेडिकल टीम का आभार व्यक्त किया ।

प्रभ आसरा संस्था ने अपने परिवार की कन्या के किए आनंद कारज

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मुख्य परिसर में मिलनी व बारात जैसे हुए शुभ संकेत

चंडीगढ़ । अपनी जन-उन्मुख सेवाओं के लिए प्रसिद्ध संगठन प्रभ आसरा ने अपने परिवार के सदस्य कोमल के आनन्द कारज का आयोजन किया। संस्था के प्रधान भाई शमशेर सिंह और बीबी राजिंदर कौर ने बताया कि मुख्य परिसर में जंज का स्वागत करने के बाद शादी के जोड़े के गुरुद्वारा झंडा साहिब में आनंद कारज आयोजित किया गया। संस्था प्रबंधन और परिजनों ने पूरे शगुन के साथ डोली को विदा किया। उल्लेखनीय है कि असहाय एवं बेसहारा नागरिकों के उपचार एवं भरण-पोषण के लिए समर्पित संस्था प्रभा आसरा उनके ठीक होने के बाद उनके पुनर्वास के लिए भी महत्वपूर्ण प्रयास करती है। जिसके तहत पता ढूंढकर परिवारों तक पहुंचाया जाता है, संगठन में योग्यता के अनुसार रोजगार दिया जाता है और खेलों में रुचि रखने वाले बच्चों को बड़ी प्रतियोगिताओं आदि के लिए तैयार किया जाता है।

मैक चंडीगढ़ ने प्रस्तुत किया “टेक महोत्सव”

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मीडिया और मनोरंजन में नई तकनीक मार्गदर्शन और करियर मार्ग के लिए प्रमुख आयोजन हुए

चंडीगढ़ । मैक , एक प्रमुख संस्थान और उच्च-स्तरीय 3डी एनिमेशन, गेमिंग और वीएफ़एक्स प्रशिक्षण में अग्रणी, मैक टेक महोत्सव’ की सफलतापूर्वक समाप्ति की घोषणा करते हुए गर्व महसूस कर रहा है, जो पंजाब नगर भवन, सेक्टर-35 ए, चंडीगढ़ में आयोजित किया गया था। यह जीवंत आयोजन विशेष रूप से छात्रों को नवीनतम प्रौद्योगिकियों और उभरते करियर अवसरों के बारे में जानकारी देने के लिए डिज़ाइन किया गया था, और उन्हें तेजी से बढ़ते एवीजीसी (एनिमेशन, वीएफ़एक्स , गेमिंग और कॉमिक्स) उद्योग से अवगत कराने का अवसर प्रदान किया, जिससे सभी उपस्थित लोगों पर एक स्थायी प्रभाव पड़ा। इस आयोजन में उद्योग के गणमान्य व्यक्तियों और विशेष अतिथि वक्ता अबीर ऐच, एप्टेक में नई तकनीकों के कार्यकारी उपाध्यक्ष, ने भाग लिया। ऐच ने वर्चुअल प्रोडक्शन, नई तकनीकों और मीडिया और मनोरंजन क्षेत्र के नए क्षेत्रों में करियर के अवसरों पर अपने व्यापक ज्ञान को साझा किया, जो इस उद्योग के गतिशील परिदृश्य को नेविगेट करने वाले छात्रों के लिए अमूल्य था। मैक के मुख्य कार्यालय के अन्य विशिष्ट अतिथि, जिनमें अमित दुआ – राष्ट्रीय प्रमुख मैक एप्टेक , माला (इंडस्ट्री कनेक्ट्स एलायंसेस और प्लेसमेंट, एप्टेक), पॉलोमी बंद्रे – महाप्रबंधक विपणन (मैक ), और सुमित्र सिंह – क्षेत्रीय बिक्री प्रमुख ( मैक उत्तर) ने भी अपने विशेषज्ञता और अंतर्दृष्टि साझा की, जिससे छात्रों के लिए सीखने का अनुभव और समृद्ध हुआ। उनकी उपस्थिति ने मैक की अपने छात्रों को शीर्ष पेशेवर विकास के अवसर प्रदान करने की प्रतिबद्धता को रेखांकित किया। छात्रों को कंप्यूटर ग्राफिक्स, विजुअल इफेक्ट्स, और एनीमेशन उद्योग में आने वाले रुझानों के बारे में प्रस्तुति देते हुए, एप्टेक लिमिटेड के कार्यकारी उपाध्यक्ष, अबीर ऐच ने कहा कि यहाँ उपलब्ध प्रतिभा और समृद्ध संगीत उद्योग को ध्यान में रखते हुए पंजाब और उत्तर भारत में वर्चुअल प्रोडक्शन की बहुत बड़ी संभावनाएँ हैं। कोविड के बाद से वर्चुअल प्रोडक्शन की मांग बहुत बढ़ने लगी है। इसे आज के समय में मीडिया और मनोरंजन उद्योग में अधिक से अधिक उपयोग किया जा रहा है। आने वाले समय में यह भारत में एक ट्रिलियन डॉलर का बाजार बनने जा रहा है । मुख्य भाषण सत्रों के अलावा, इस आयोजन में एक पूर्व छात्र वार्ता सत्र भी शामिल था, जहां मैक के सर्वश्रेष्ठ पूर्व छात्रों ने अपने उद्योग अनुभव और सफलता की कहानियां साझा कीं। ये पूर्व छात्र, मैक चंडीगढ़ से, अपने अल्मा मेटर में वापस आकर और छात्र से उद्योग पेशेवर बनने की अपनी यात्रा साझा करने के लिए रोमांचित थे, उद्योग-विशिष्ट कौशल सेट्स के बारे में अंतर्दृष्टि प्रदान करते हुए। मैक चंडीगढ़ के निदेशक वरुण रॉय ने कहा कि टेक महोत्सव एक गूंजती सफलता थी, जिसने उम्मीदवारों को बढ़ते एवीजीसी उद्योग की व्यापक समझ प्रदान की। यह मैक चंडीगढ़ की अपने छात्रों के बीच कौशल विकास और पेशेवर वृद्धि को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता और समर्पण को दर्शाता है। उद्योग के अनुभवी व्यक्तियों, वर्तमान छात्रों और सफल पूर्व छात्रों को एक साथ लाकर, इस आयोजन का उद्देश्य एक जीवंत शिक्षण वातावरण बनाना था जो नवाचार और उत्कृष्टता को प्रोत्साहित करता है। उन्होंने कहा कि मैक (माया अकादमी ऑफ एडवांस्ड क्रिएटिविटी) चंडीगढ़ एक प्रमुख संस्थान है जो एनिमेशन, वीएफ़एक्स गेमिंग, और मल्टीमीडिया में व्यापक प्रशिक्षण प्रदान करता है। तकनीकी कौशल और रचनात्मक उत्कृष्टता दोनों पर ध्यान केंद्रित करके, मैक चंडीगढ़ छात्रों को मीडिया और मनोरंजन उद्योग में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए आवश्यक ज्ञान और विशेषज्ञता से लैस करता है। हम चंडीगढ़ के युवा उम्मीदवारों को हमारे केंद्र में आने के लिए प्रेरित करते हैं ताकि वे अपनी प्रतिभा का पता लगा सकें और अपनी रचनात्मक क्षमता को उजागर कर सकें।” इसके शीर्ष पाठ्यक्रम और व्यापक कौशल सेट में तकनीकी दक्षता, उद्योग की समझ, रचनात्मकता, टीमवर्क, समय सीमा के साथ कुशलता, लचीलापन, और व्यक्तित्व विकास शामिल है, मैक लगातार मीडिया और मनोरंजन उद्योग के विभिन्न पहलुओं में छात्रों की क्षमताओं को बढ़ाता है, जिसमें 3डी एनिमेशन, वीएफ़एक्स , गेमिंग, और मल्टीमीडिया और प्रसारण शामिल हैं।

श्री श्याम करुणा फाउंडेशन ने आयोजित किया 121वां अन्न भंडारा

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अन्नदान के प्रति लोगों में बढ़ रही जागरूकता एक सराहनीय पहलः कैलाश बंका

पंचकूला । अन्न दान करना या भंडारे के रूप में आम जनता को अन्न परोसना मानवता को परिभाषित करता है। अन्न भंडारे को आयोजित करने वाले आयोजकों को दूसरों को भी इस आयोजन के तौर तरीके सिखाने चाहिए ताकि वे विधिवत रूप से अन्न भंडारे का आयोजन अपने क्षेत्र में कर सके। यह बात औद्योगिक क्षेत्र 1 में श्री श्याम करूणा फाउंडेशन द्वारा आयोजित 121वें अन्न भंडारे में फाउंडेशन के संस्थापक व समाजसेवी अमिताभ रुंगटा ने कही।
इस दौरान फाउंडेशन द्वारा आयोजित अन्न भंडारे में पंजाब के राजपुरा के सुनीता बंका व कैलाश बंका ने अपना तन मन धन से सहयोग दिया। उन्होंने अन्नदाता के रूप में एक अहम भूमिका निभाई। कैलाश बंका ने कहा कि अन्नदान के प्रति लोगों में बढ़ रही जागरूकता एक सराहनीय पहल है।इस अवसर पर सुनीता बंका व कैलाश बंका ने कहा कि अन्न भंडारा लगाना मानवता के लिए किया गया वह कर्म है जो दूसरों को भी लोक भलाई के कार्यों को करने के लिए प्रेरित करता है। भंडारे के आयोजन के दौरान अनुपमा रूंगटा, चैतन्य रुंगटा, प्रगति, सुखपाल सिंह, सुरेश जांगरा भी उपस्थित थे।

मल में खून आना, वजन कम होना और सांस फूलना सारकोमा के शुरुआती लक्षण हो सकते हैं: डॉ. केतन डांग

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चंडीगढ़ । सारकोमा दुर्लभ कैंसर है जो मांसपेशियों, वसा, रेशेदार, कार्टिलेज(नर्म हड्डी), नसों और गहरी त्वचा के ऊतकों में होते हैं यही से इसकी शुरुआत होती है।
सारकोमा और इससे संबंधित जटिलताओं के बारे में लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से, हर साल जुलाई में विश्व सारकोमा महीना मनाया जाता है। इस वर्ष का विषय ” लोगों में जागरूकता बढ़ाना” है।
फोर्टिस अस्पताल मोहाली के ऑन्कोलॉजी के कंसल्टेंट डॉ. केतन डांग ने एक सलाह में सारकोमा के कारणों, लक्षणों और पता लगाने के तरीकों के बारे में चर्चा की।
यह बताते हुए कि सारकोमा एक दुर्लभ घातक ट्यूमर कैंसर है जो शरीर में अन्य ऊतकों को जोड़ने वाली कोशिकाओं में विकसित होता है, डॉ. डांग ने कहा कि हालाँकि ये कैंसर शरीर में कहीं भी विकसित हो सकते हैं, ये ज़्यादातर हाथ, पैर, छाती और पेट पर पाए जाते हैं।
सारकोमा के लक्षणों पर चर्चा करते हुए, डॉ. डांग ने कहा कि दर्द रहित गांठ या कोई सूजन चिकित्सा हस्तक्षेप की मांग करती है। मल में रक्त, पेट में दर्द, वजन कम होना और सांस लेने में तकलीफ़ होने पर ऑन्कोलॉजिस्ट को दिखाना चाहिए। कुछ सारकोमा आस-पास की नसों और अंगों पर दबाव डाल सकते हैं, जिससे दर्द, सांस लेने में समस्या हो सकती है। बोन (हड्डी) सारकोमा हाथ या पैर, धड़ या पीठ में दर्द और/या सूजन का कारण बनता है। यह जोड़ों की हरकत को प्रभावित करता है, बिना किसी स्पष्ट कारण के बुखार और हड्डियों के फ्रैक्चर का कारण बन सकता है।
सारकोमा के विभिन्न प्रकारों पर प्रकाश डालते हुए, डॉ. डांग ने कहा कि इनमें मुख्य रूप से सॉफ्ट-टिशू सारकोमा, सिनोवियल सारकोमा, लिपोसारकोमा, डी-डिफरेंशिएटेड लिपोसारकोमा, मैलिग्नेंट पेरीफेरल नर्व शरथ ट्यूमर, लो ग्रेड फाइब्रोमाइक्सॉइड सारकोमा, इविंग सारकोमा, ओस्टियोसारकोमा, चोंड्रोसारकोमा आदि शामिल हैं।
डॉ. डांग ने कहा कि सारकोमा के निदान में ट्यूमर के बायोप्सी और हिस्टोपैथोलॉजिक मूल्यांकन के साथ-साथ इम्यूनोहिस्टोकेमिस्ट्री और मॉलिक्यूल टेस्टिंग शामिल हैं। उन्होंने कहा कि एक पूर्ण मूल्यांकन में आमतौर पर पीईटी-सीटी स्कैन के माध्यम से छाती, पेट और शरीर के बाकी हिस्सों की इमेजिंग शामिल होती है।
उपचार प्रक्रियाओं के बारे में जानकारी देते हुए, डॉ. डांग ने कहा कि इनमें सर्जरी, रेडियोथेरेपी और कीमोथेरेपी शामिल हैं। ये मूल रूप से ट्यूमर के चरण और प्रकार पर निर्भर करते हैं। फोर्टिस अस्पताल मोहाली में, मॉलिक्यूल टेस्टिंग किया जाता है जिसके बाद सारकोमा रोगियों को लक्षित चिकित्सा और इम्यूनोथेरेपी दी जाती है। ट्यूमर बोर्ड में एक सर्जिकल ऑन्कोलॉजिस्ट, मेडिकल ऑन्कोलॉजिस्ट, रेडिएशन ऑन्कोलॉजिस्ट, रेडियोलॉजिस्ट और पैथोलॉजिस्ट शामिल हैं, जो उपचार की सर्वोत्तम विधि पर विचार-विमर्श करते हैं और रोगी के लिए उपचार रणनीतियों की सावधानीपूर्वक योजना बनाते हैं।

केवल सर्वसम्मति से चुनी गई पंचायतें ही अदालतों का बोझ कम कर सकतीं हैं : जस्टिस रणजीत सिंह

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चंडीगढ़ । देश की अदालतों में करोड़ों मामले लंबित हैं और आम जनता को न्याय मिलने में अनेक वर्ष लग जाते हैं। इस समस्या के हल के लिए पंजाब-हरियाणा उच्च न्यायालय के पूर्व जस्टिस रणजीत सिंह, जो पवित्र गुरुग्रंथ साहिब बेअदबी न्यायिक आयोग के पूर्व चेयरमैन भी रहें हैं, ने कहा कि देश की अदालतों में जमीनी विवादों से संबंधित लंबित अधिकतर मसलों को जिला स्तर से लेकर सुप्रीम कोर्ट के बजाए ग्रामीण पंचायतें बेहतर तरीके से निपटा सकती हैं, बशर्तें कि ये पंचायतें पार्टीबाजी अथवा किसी अन्य धड़ेबाजी को छोड़ कर सर्वसम्मति से चुनी गई हों।
जस्टिस रणजीत सिंह ने लोक-राज पंजाब, कीर्ति किसान मंच, भगत पूरन सिंह पिंगलवाड़ा सोसायटी, संस्कृति और विरासत संरक्षण मंच, उत्तम-खेती किसान यूनियन, पूर्व सैनिक और युवा मंच की संयुक्त मुहिम लोक एकता मिशन से जुड़ने के बाद चंडीगढ़ प्रेस क्लब में आयोजित एक पत्रकार वार्ता को सम्बोधित करते हुए कहा कि पंजाब में आने वाले कुछ अर्से में पंचायती चुनाव होने संभावित हैं जिनमें गांव -गांव जाकर लोक एकता मिशन इन पंचायती चुनावों में सर्वसम्मति बनाने में जुटेगा। इसी सन्दर्भ में उन्होंने कहा कि केवल निष्पक्ष पंचायतें ही प्रभावी सुशासन का मार्ग प्रशस्त कर सकती हैं और ग्रामीण पंजाब को और अधिक पतन से बचा सकती हैं। सर्वसम्मति से चुनी गई ग्राम पंचायतें राजनीतिक गुटबाजी के कारण गांवों में व्याप्त गुटबाजी, हिंसक प्रतिद्वंद्विता, अवांछित मुकदमेबाजी और विनाशकारी प्रतिस्पर्धा जैसी विभिन्न बुराइयों से पीड़ित गांवों में सद्भाव बहाल करेंगी। इससे ग्रामीण विकास और गांवों के आधुनिकीकरण में तेजी लाने में भी मदद मिलेगी। उन्होंने जानकारी दी कि 2024 के आंकड़ों के अनुसार, 5.1 करोड़ अदालती मामले लंबित हैं जिनमें से 30 वर्षों से अधिक समय से लंबित मामलों में से 87 फीसदी यानी 4.5 करोड़ मामले जिला अदालतों में हैं। विभिन्न अदालतों में लगभग 25 प्रतिशत मामले और सर्वोच्च न्यायालय में लगभग 66 प्रतिशत मामले केवल भूमि और संपत्ति विवादों से संबंधित हैं जिन्हें पंचायतें आसानी से हल कर सकती हैं। जिनका निपटारा आज भी लोक अदालतों में समझौते करवा कर किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सर्वसम्मत पंचायतें न्यायपालिका को तेजी से समय पर न्याय देने में मदद करेंगी। इससे कानून-व्यवस्था में जबरदस्त सुधार होगा और ग्रामीण अर्थव्यवस्था में कई गुना वृद्धि होगी। उन्होंने कहा कि ग्रामीण संकट का एक प्रमुख कारण यह है कि पंचायतें जो मूल रूप से स्थानीय सरकारें हैं, राजनीतिक गुटबाजी के कारण अप्रभावी, अपंग और बेजान हो गई हैं और लोगों का विश्वास खो रही हैं।

पंजाब में आने वाले कुछ अर्से में संभावित पंचायती चुनावों में सर्वसम्मति बनाने में जुटेगा लोक एकता मिशन


स्वर्ण सिंह बोपाराय, पूर्व आईएएस, पद्मश्री, कीर्ति चक्र, पूर्व केंद्रीय सचिव, पंजाबी यूनिवर्सिटी के पूर्व कुलपति व कीर्ति किसान फोरम के अध्यक्ष ने कहा कि कानूनी इतिहास और अपराध के आँकड़े स्पष्ट रूप से गन्दी राजनीति की शिकार पंचायती संस्थाओं की विश्वसनीयता खोने के बाद अपराध दर में लगातार कई गुना वृद्धि दर्शाते हैं। उन्होंने कहा कि राजनीतिक गुटबाजी ने पक्षपातपूर्ण पंचायतों के माध्यम से जड़ें जमा ली हुई हैं और सर्वसम्मति से चुनी गई तटस्थ पंचायतों का स्थान ले लिया है, जोकि दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है। उनके मुताबिक राजनीतिक गुटों की पक्षपातपूर्ण पंचायतों ने स्थानीय सरकार की न्यायिक और प्रशासनिक स्थिति को त्याग दिया है। इससे जमीनी स्तर की लोगों की संसद यानी पंचायत कि व्यवस्था ढह गई है। उन्होंने आगे कहा कि जो विवाद स्थानीय सरकार यानी पंचायत स्तर पर आसानी से हल किए जा सकते हैं, उनमें अदालतों में लंबित मामलों का 50 फ़ीसदी हिस्सा होता है।
इस अवसर पर मौजूद लोक राज पंजाब के अध्यक्ष व लोक एकता मिशन के संयोजक डॉ. मंजीत सिंह रंधावा तथा संस्कृति और विरासत संरक्षण के अध्यक्ष एडवोकेट गुरसिमरत सिंह रंधावा, जिन्होंने अप्रैल 2016 में दिल्ली में न्यायपालिका के एक राष्ट्रीय सम्मेलन के दौरान सरकारी उदासीनता को उजागर किया था, भी मौजूद थे। इन्होने बताया कि लोक एकता मिशन ने महसूस किया है कि कानून का पालन करने वाले सभी नागरिकों को उनके सम्मान के साथ जीने के अधिकार से वंचित कर दिया गया है। सबसे शांतिपूर्ण और स्वस्थ ग्रामीण समुदाय होता है जो इन विवादों के शांतिपूर्वक निपटारे के लिए आपसी सहमति के लिए सक्षम है।
इन सभी ने दृढ़तापूर्वक अपने मिशन को सिरे लगाने का संकल्प लिया।

एमआइइजेड में गोपाल स्वीट्स की नई मैन्युफैक्चरिंग यूनिट: ट्राइसिटी का औद्योगिक परिदृश्य और गतिशील हुआ

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चंडीगढ़। ट्राइसिटी का औद्योगिक परिदृश्य गोपाल स्वीट्स के मोहाली इंडस्ट्रियल इकनॉमिक जोन (एमआइइजेड) में मैन्युफैक्चरिंग यूनिट लगाने के साथ और भी बड़ा और अधिक गतिशील हो गया है। एमआइइजेड रॉयल एस्टेट ग्रुप द्वारा चलाई जा रही एक अद्वितीय औद्योगिक पहल है, जो ट्राईसिटी और पंजाब, हरियाणा, हिमाचल, जम्मू-कश्मीर में औद्योगिक क्रांति लाने के लिए एक गेम-चेंजर साबित होगी। यह 150 एकड़ में फैला है और अगले 3 वर्षों में इसे 500 एकड़ तक विस्तारित करने की योजना है। अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे, क्षेत्र के सबसे बड़े रेलवे जंक्शन और शंभू बैरियर के सूखे बंदरगाह के करीब है, जो चारों राज्यों के साथ बेहतरीन कनेक्टिविटी का लाभ प्रदान करती है। यह इसे ट्राइसिटी में सबसे बेहतरीन औद्योगिक टाउनशिप बनाता है। गोपाल स्वीट्स पंजाब, हरियाणा हिमाचल में सबसे बड़ा और प्रतिष्ठित ब्रांड है। गोपाल स्वीट्स प्राइवेट लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर शरणजीत सिंह कहते हैं कि हमारे उत्पादों की नाशवान प्रकृति के कारण, हम एक केंद्रीय और रणनीतिक स्थान की तलाश में थे। एमआइइजेड में हमें यह स्थान मिला, जहां हम 150 करोड़ रुपये के निवेश के साथ मिठाई, नमकीन, बेकरी और दूध उत्पादों के मैन्युफैक्चरिंग यूनिट के रूप में स्थापित हो रहे हैं।
एमआइइजेड में एक और उल्लेखनीय उद्योग जो पूरा होने के करीब है, वह एक खाद्य प्रसंस्करण यूनिट है, जो 100 करोड़ रुपये से अधिक के निवेश के साथ 4 एकड़ में फैली हुई है। यह संयंत्र पंजाब के किसानों, खाद्य उत्पादकों के लिए सभी संचालन करेगा और ट्राईसिटी के युवाओं के लिए नौकरी के अवसर भी पैदा करेगा। उन्नत जर्मन मशीनरी, तकनीक से लैस, यह खाद्य प्रसंस्करण इकाई न केवल परिवहन, श्रम, टोल आदि की सभी ओवरहेड लागत को कम करेगी, बल्कि ट्राईसिटी के कुशल और अकुशल युवाओं के लिए नौकरी के अवसर भी पैदा करेगी । एमआइइजेड के डायरेक्टर आशीष मित्तल का कहना है कि हमारे पास एमआइइजेड में 50 से अधिक प्रतिष्ठित उद्योग हैं, जिनमें फार्मास्यूटिकल्स, पैकेजिंग, खाद्य प्रसंस्करण, कृषि, इंजीनियरिंग, ट्रैक्टर और ऑटो पार्ट्स, धातु और बाथ फिटिंग्स, मशीनें, फर्नीचर, मार्बल, ग्रेनाइट आदि शामिल हैं। एमआइइजेड में स्थापित हो रहे हर उद्योग को पंजाब सरकार के इन्वेस्ट पंजाब पहल और भारत सरकार के एमएसएमई मेक इन इंडिया” पहल के तहत सभी लाभ प्राप्त होंगे।रॉयल एस्टेट ग्रुप के मैनेजिंग डायरेक्टर नीरज कंसल ने कहा कि एमआइइजेड एक नई औद्योगिक क्रांति लाने वाला है। इसमें कन्वेंशन सेंटर, केंद्रीय रिसेप्शन लॉबी, मीटिंग रूम, कॉन्फ्रेंस हॉल, फूड कोर्ट, पूर्ण रूप से सुसज्जित प्रयोगशाला, स्किल डेवलपमेंट सेंटर, स्टाफ कैंटीन जैसी सुविधाएं और सेवाएं शामिल हैं।
रॉयल एस्टेट ग्रुप के प्रेजिडेंट कर्नल इंदरजीत सूरी ने कहा कि उनका ग्रुप एमआइइजेड में क्षेत्र के लगभग 50,000 कुशल और अकुशल लोगों को रोजगार प्रदान करने के साथ-साथ पंजाब राज्य की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने का विजन रखता है ।मोहाली इंडस्ट्रियल एसोसिएशन, यानी एमआईए ने एमआइइजेड को उसके वर्तमान आकार और स्थिति तक लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। एमआइइजेड के डायरेक्टर आशीष मित्तल ने मोहाली इंडस्ट्रियल एसोसिएशन के सभी पदाधिकारियों और सदस्यों के प्रति अपनी गहरी कृतज्ञता व्यक्त की और कहा कि वे आज की प्रेस कॉन्फ्रेंस में रवि जीत सिंह, अध्यक्ष इंडस्ट्रियल बिजनेस ओनर्स एसोसिएशन, सेक्टर 82, मोहाली, एआर चौधरी, अध्यक्ष चनालोन इंडस्ट्रियल एसोसिएशन, जगदीप सिंह, पूर्व उपाध्यक्ष, मोहाली इंडस्ट्रियल एसोसिएशन और इकबाल सिंह, पूर्व संयुक्त सचिव, एमआइए की प्रतिष्ठित उपस्थिति के लिए सम्मानित महसूस कर रहे हैं।

मोहाली महावीर वाटिका में महासाध्वी रजत रश्मि महाराज से प्रभुनाथ शाही ने की बात

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चंडीगढ़ (संवाद टाइम्स) । मोहाली के महावीर वाटिका से एसएस जैन सभा मोहाली के सहयोग से जय मधुसूदन जय श्रीकृष्ण फाउंडेशन द्वारा पौधरोपण के शत प्रतिशत सफलता के जागरूकता के लिए प्लांटेशन एनिवर्सरी की शुरुआत की गई।
इस अवसर पर महासाध्वी रजत रश्मि महाराज ने बताया कि हम सभी को पौधा लगाने के साथ उसकी उचित देखभाल करके बचाना चाहिए।

श्री महावीर मुनि मंदिर में ब्रह्मलीन मुनि गौरवानंद गिरि जी महाराज की 37वीं पुण्य बरसी समारोह विधि विधान के साथ संपंन

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चंडीगढ़ 4 जुलाई 2024ः सेक्टर 23 स्थित श्री महावीर मंदिर मुनि सभा (साधू आश्रम)में ब्रह्मलीन श्री सतगुरु देव श्री श्री 108 श्री मुनि गौरवानंद गिरि जी महाराज की 37वीं पुण्य बरसी समारोह के उपलक्ष्य में सैकड़ों साधु संत और महात्माओं का आगमन हुआ। जिनका मुनि सभा के सदस्यगणों ने स्वागत किया और साधु संतो और महात्माओं की सेवा में भी योगदान दिया। इससे पूर्व प्रातः मंदिर परिसर विधि- विधान के साथ भव्य हवन किया गया। पूर्णाहुति के उपरांत समारोह के समापन पर महाआरती की गई।

देश के विभिन्न राज्यों से आये साधु, संत, महात्माओं को सांस्कृतिक सचिव व मुख्य पुजारी पं. दीप भारद्वाज ने तिलक लगा कर अभिनंदन किया। सभा के प्रधान दलीप चन्द गुप्ता उपप्रधान ओ.पी पाहवा, महासचिव एसआर कश्यप, सांस्कृतिक सचिव पं. दीप भारद्वाज, संयुक्त सचिव जगदीश सरीन, कार्यालय सचिव नंदलाल शर्मा तथा कोषाध्यक्ष सुरेन्द्र गुप्ता, ऑडिटर नरेश महाजन, हंस राज नंदवानी, ओम प्रकाश गुप्ता, आदर्श बवेजा उपस्थित थे, जिन्होंने साधु, संत और महात्माओं को दक्षिणा, फल, वस्त्र वितरित किए और साधू-संतो व महात्माओं को करवाया गया जिसके उपरांत श्रद्धालुओं को विशाल भंडारे का प्रसाद वितरित किया गया

संतों, महात्माओं का सम्मान करेंः कथा व्यास अतुल कृष्ण शास्त्री ने श्रद्धालुओं से कहा कि संतों या आध्यात्मिक गुरुओं के उपदेशों का आदर्श अपने जीवन में शामिल करना चाहिए। उनकी शिक्षाओं को अपने व्यवहार में उतारना चाहिए। उनका अनुसरण शांति, प्रेम, करुणा, त्याग, ध्यान और अन्य उत्तम गुणों का अनुसरण करना चाहिए, जो कि संतों में प्रवाहित होते हैं। इस प्रकार, संतों का सत्कार करना हमारे आध्यात्मिक और सामाजिक जीवन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। उन्होंने कहा कि प्रभु के सत्संग का समय एक आध्यात्मिक अनुभव होता है जिसमें व्यक्ति ईश्वरीय ज्ञान, आत्मानुभूति और सच्ची मानसिक शांति को प्राप्त कर सकता है।
इस अवसर पर कथा व्यास ने एक से बढकर भगवान के मधुर भजनों को सुना कर उपस्थित श्रद्धालुओं को भाव विभोर कर दिया।

सभा के प्रधान श्री दलीप चन्द गुप्ता ने इस अवसर पर कहा कि प्रति वर्ष ब्रह्मलीन श्री सतगुरु देव श्री श्री 108 श्री मुनि गौरवानंद गिरि जी महाराज की पुण्य बरसी समारोह विधि विधान के साथ मनाया जाता है और भविष्य में भी जारी रहेगा।