Wednesday, January 15, 2025
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भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो 2025 की मेजबानी करेगा वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय

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भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो 2025 का दूसरा संस्करण 17 से 22 जनवरी तक आयोजित

चंडीगढ़ । भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो 2025 एक बार फिर मोबिलिटी क्षेत्र में नवाचार और सहयोग का एक ऐतिहासिक मंच बनने के लिए तैयार है। पिछले साल की सफलता के बाद, इस एक्सपो का उद्देश्य भारत की इंजीनियरिंग क्षमताओं और टिकाऊ मोबिलिटी समाधानों में उसकी प्रतिबद्धता को दुनिया के सामने पेश करना है। यह आयोजन भारत को एक ग्लोबल मोबिलिटी हब के रूप में स्थापित करने,ऑटोमोटिव और मोबिलिटी वैल्यू चेन के साथ अत्याधुनिक तकनीकों की उपलब्धियों का जश्न मनाने का प्रयास है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा प्रस्तुत 7Cs मोबिलिटी विज़न से प्रेरित यह एक्सपो, भारत के बढ़ते प्रभाव और उसकी विश्व स्तरीय तकनीकी प्रगति को दर्शाएगा। 2024 में उद्घाटन संस्करण की सफलता को आगे बढ़ाते हुए, भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो 2025 पूरी मोबिलिटी वैल्यू चेन को एक ही मंच पर लाने के लिए तैयार है। इसका उद्देश्य विश्व स्तर पर मोबिलिटी कंपनियों का सबसे बड़ा मंच बनाना है, जहां नए विचार, टिकाऊ समाधान और भविष्य के अवसर मिलकर एक नई दिशा तय करेंगे। इस मौके पर सोसायटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स के डायरेक्टर जनरल राजेश मेनन ने कहा कि भारत मोबिलिटी एक्सपो 2025 यह दिखाने का बेहतरीन मौका है कि भारत मोबिलिटी के क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहा है और नए आविष्कार कर रहा है। यह मंच भारत की तकनीकी क्षमताओं और वाहन निर्माण में उसकी प्रगति को दुनिया के सामने लाने का शानदार जरिया है। उन्होंने कहा कि यह आयोजन ‘मेक इन इंडिया’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ जैसी सरकारी पहलों के तहत भारत को एक वैश्विक विनिर्माण केंद्र के रूप में स्थापित करने पर जोर देता है। यह न केवल घरेलू बल्कि अंतरराष्ट्रीय बाजारों के लिए भी अत्याधुनिक तकनीकों के निर्माण को बढ़ावा देगा। यह एक्सपो नए विचारों को साझा करने और भारत को एक स्थायी और उन्नत परिवहन प्रणाली की ओर ले जाने का अवसर प्रदान करता है।
मेनन ने कहा कि यह आयोजन न केवल नवीनतम तकनीकी प्रगति को प्रदर्शित करता है, बल्कि उद्योग में सहयोग और विकास को भी बढ़ावा देता है। हमें गर्व है कि हम विभिन्न हितधारकों को एक मंच पर ला रहे हैं। यह प्रतिष्ठित आयोजन 17 से 22 जनवरी तक दिल्ली एनसीआर के तीन प्रमुख स्थानों पर आयोजित किया जाएगा। इस बार नई दिल्ली के प्रतिष्ठित भारत मंडपम, द्वारका में यशोभूमि, और ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपो सेंटर एंड मार्ट इस विशाल आयोजन की मेजबानी करेंगे। इस एक्सपो में एक विशाल प्रदर्शनी आयोजित की जाएगी, जहां मोबिलिटी सेक्टर में हुई नवीनतम प्रगति और सफलता की कहानियों को दिखाया जाएगा। इस प्रदर्शनी में कई दिलचस्प पहलू शामिल होंगे। ऑटो एक्सपो – मोटर शो में विभिन्न प्रकार के पावरट्रेन और प्रौद्योगिकियों का प्रदर्शन किया जाएगा। इसके साथ ही ऑटो एक्सपो – कंपोनेंट्स शो और मोबिलिटी टेक पैवेलियन में कनेक्टेड और ऑटोनॉमस टेक्नोलॉजी, साथ ही उन्नत इंफोटेन्मेंट सिस्टम को भी प्रस्तुत किया जाएगा। शहरी परिवहन पर विशेष ध्यान देते हुए, शहरी मोबिलिटी और इंफ्रास्ट्रक्चर शो में ड्रोन और टिकाऊ सार्वजनिक परिवहन समाधानों पर चर्चा होगी। इसके अलावा, बैटरी शो, कंस्ट्रक्शन उपकरण एक्सपो, स्टील पैवेलियन, टायर शो, और साइकिल शो जैसे आकर्षण नए मॉडलों और उनके साथ जुड़े इनोवेशन को प्रदर्शित करेंगे। इस इवेंट में ईवी इंफ्रास्ट्रक्चर, हाइड्रोजन टेक्नोलॉजी, और अन्य वैकल्पिक ईंधनों पर भी विस्तार से चर्चा की जाएगी। प्रदर्शनी के अलावा, 20 से अधिक वैश्विक सम्मेलनों का आयोजन किया जाएगा, जहां दुनिया भर के विशेषज्ञ मोबिलिटी वैल्यू चेन के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा करेंगे। यह मंच विचार साझा करने, ज्ञान का आदान-प्रदान करने और उद्योग को आगे बढ़ाने के लिए एक अनूठा अवसर प्रदान करेगा। यह इवेंट वाकई एक ग्लोबल शोकेस है, जिसमें 34 से अधिक प्रमुख वाहन निर्माता कंपनियां अपने नए मॉडल और इलेक्ट्रिक वाहनों को पेश करेंगी। इसके साथ ही, इलेक्ट्रिक, हाइब्रिड, सीएनजी और बायोफ्यूल से चलने वाले वाहनों का प्रदर्शन भी किया जाएगा। एथर एनर्जी, ओला इलेक्ट्रिक, वायवे मोबिलिटी, ईका मोबिलिटी और वियतनाम की विनफास्ट जैसी कंपनियां इलेक्ट्रिक वाहनों की क्रांति को और आगे ले जाएंगी। यहां 13 से अधिक ग्लोबल बाजारों के 800 से ज्यादा ऑटो कंपोनेंट निर्माता और 1,000 से अधिक ब्रांड अपने नवीनतम उत्पादों, प्रौद्योगिकियों और सेवाओं का प्रदर्शन करेंगे। इनमें ओईएम और आफ्टरमार्केट सॉल्यूशंस पर खास ध्यान दिया जाएगा।
केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने नई दिल्ली में भारत मोबिलिटी एक्सपो के उद्घाटन समारोह में इसे भारत के विजन और प्रगति की कहानी का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि यह एक्सपो संपूर्ण मोबिलिटी वैल्यू चेन को एक मंच पर लाने का बेहतरीन प्रयास है। इस मौके पर उन्होंने एक्सपो की इवेंट फिल्म और ब्रोशर का भी अनावरण किया।

राष्ट्रीय युवा दिवस की पूर्व संध्या पर जीजीडीएसडी फीमेल एंट्रप्रेन्योरशिप इनक्यूबेटर हुआ लॉन्च

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जीजीडीएसडी कॉलेज और युवसत्ता की संयुक्त पहल का लक्ष्य कॉलेज की 50 छात्राओं को सफल उद्यमी बनाने के लिए तैयार करना

चंडीगढ़। “भारत के महानतम सपूतों में से एक स्वामी विवेकानंद ने कहा था कि जब तक महिलाओं की स्थिति में सुधार नहीं होगा, तब तक विश्व कल्याण की कोई संभावना नहीं है, एक पक्षी के लिए केवल एक पंख पर उड़ना संभव नहीं है।” यह बात सेक्टर-32 स्थित गोस्वामी गणेश दत्त सनातन धर्म कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. अजय शर्मा ने शनिवार को राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर जीजीडीएसडी फीमेल एंट्रप्रेन्योरशिप इनक्यूबेटर के उद्घाटन के अवसर पर कही। पंजाब के तत्कालीन नाभा एस्टेट की राजमाता (महाराज हिम्मत सिंह की पत्नी और नाभा के अंतिम शासक महाराजा प्रताप सिंह की पुत्रवधू) उमा देवी इस मौके पर मुख्य अतिथि थीं। कॉलेज के एनसीसी कैडेट्स द्वारा उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया और प्रिंसिपल कार्यालय में उनका गर्मजोशी से स्वागत किया गया। यह कार्यक्रम कॉलेज की इंस्टीट्यूशन इनोवेशन काउंसिल (आईआईसी), कॉलेज की राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) इकाई, शहर की स्वयंसेवी संस्था युवसत्ता (यूथ फॉर पीस) और एसडी एल्युमनी एसोसिएशन द्वारा आयोजित किया गया था। इस मौके पर उपस्थित अन्य प्रमुख लोगों में जीजीडीएसडी कॉलेज सोसाइटी के महासचिव प्रोफेसर (डॉ.) अनिरुद्ध जोशी, श्रीनगर के रहीम मोटर्स और रहीम ग्रीन्स के सीईओ अब्दुल हामिद भट्ट (कश्मीर के वृक्ष पुरुष), वरिष्ठ पत्रकार दीपक धीमान, जीजीडीएसडी एल्युमनी एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष कृष्ण जुनेजा और युवसत्ता (यूथ फॉर पीस) के संस्थापक प्रमोद शर्मा शामिल थे। एनडीटीवी के एक मार्मिक वीडियो में रहीम मोटर्स और रहीम ग्रीन्स के सीईओ अब्दुल हामिद भट्ट की असाधारण यात्रा को दिखाया गया, जिन्हें प्यार से “कश्मीर के ट्री मैन” के रूप में जाना जाता है और वे फीमेल एंट्रप्रेन्योशिप इनक्यूबेटर के संरक्षक हैं।
कार्यक्रम की शुरुआत जीजीडीएसडी कॉलेज सोसाइटी के महासचिव प्रो. (डॉ.) अनिरुद्ध जोशी के स्वागत भाषण से हुई, जिसके बाद जीजीडीएसडी कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. अजय शर्मा ने मुख्य भाषण दिया। प्रोफेसर अनिरुद्ध जोशी ने बताया कि भारतीय महिलाओं के लिए सशक्तिकरण एक कठिन कार्य हो सकता है। उन्हें रीति-रिवाजों और परंपराओं के साथ एक संतुलन बनाने की आवश्यकता है। जबकि भारत सरकार महिलाओं के उत्थान के लिए निरंतर काम कर रही है, हमें भी उनके अधिकारों, योजनाओं और लाभों के बारे में जागरूक होने की आवश्यकता है, जो समग्र सशक्तिकरण प्राप्त करने में मदद कर सकते हैं। यह विडंबना है कि एक देश, जिसने हाल ही में अपने पहले प्रयास में ही मंगल मिशन को पूरा करने वाला पहला एशियाई देश का दर्जा प्राप्त किया है, वह विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) के लिंग अंतर सूचकांक में 146 देशों में 108वें स्थान पर है, जो 2017 के समान है। डॉ. अजय शर्मा ने कहा कि जीजीडीएसडी कॉलेज में फीमेल एंट्रप्रेन्योरशिप इनक्यूबेटर, समर्पित मार्गदर्शकों और सहयोगियों के अटूट समर्थन के साथ, महिलाओं के बीच नवाचार, आत्मनिर्भरता और उद्यमशीलता उत्कृष्टता को बढ़ावा देने की दिशा में एक उल्लेखनीय कदम है। इस पहल के बारे में जानकारी देते हुए प्रमोद शर्मा ने बताया कि राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर युवसत्ता और जीजीडीएसडी कॉलेज की संयुक्त पहल ‘जीजीडीएसडी फीमेल एंट्रप्रेन्योरशिप इनक्यूबेटर’ का शनिवार को शुभारंभ किया गया, जिसका लक्ष्य कॉलेज की 50 प्रथम वर्ष की छात्राओं को सफल उद्यमी बनाने के लिए तैयार करना है। इसके तहत उन्हें भारत, ऑस्ट्रेलिया, नीदरलैंड, स्पेन और अमेरिका के अग्रणी और स्थापित उद्यमियों और महिला लीडर्स द्वारा मार्गदर्शन दिया जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि इस पहल की मुख्य विशेषताएं हैं – वास्तविक उद्यमियों तक पहुंच, कौशल निर्माण, समकक्ष समुदाय के साथ गठजोड़, स्टार्टअप समुदाय की रचनात्मक भागीदारी तथा विश्व भर की महिला रोल-मॉडल्स के साथ नेटवर्किंग।


मुख्य अतिथि राजमाता उमा देवी ने अपने संबोधन से श्रोताओं को प्रेरित किया तथा समाज में परिवर्तन लाने में महिला उद्यमियों की महत्वपूर्ण भूमिका पर बल दिया तथा युवा महिलाओं से नवाचार और नेतृत्व अपनाने का आग्रह किया। जीजीडीएसडी कॉलेज में महिला उद्यमियों को तैयार करने के प्रोजेक्ट की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि हाल के वर्षों में भारत में सफल महिला उद्यमियों की संख्या में वृद्धि देखी गई है। भारत में इन प्रेरक व्यवसायी महिलाओं ने देश की आर्थिक वृद्धि में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। अपने समापन भाषण में कृष्ण जुनेजा ने कहा कि देश में सफल महिला उद्यमियों के उदय का भारत के स्टार्टअप इकोसिस्टम पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ा है। और उन्हें यकीन है कि ऐसी पहलों से भारत का भविष्य मजबूत युवा हाथों में है। अब नेशनल गर्ल चाइल्ड डे यानि 24 जनवरी 2025 को लक्षित 50 लड़कियों के लिए पहला प्रशिक्षण कार्यक्रम जीजीडीएसडी कॉलेज में शुरू होगा।

भारतवर्ष की अनेकता में एकता का शाश्वत और समेकित जय-घोष है महाकुंभ- लक्ष्मी नारायण चौधरी

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शुद्ध पेयजल, इंट्रीग्रेटेड कंट्रोल कमांड सेंटर, रिवर फ्रंट समेत 44 घाटों पर होगी पुष्प वर्ष- लक्ष्मी नारायण चौधरी

तकनीक के माध्यम से महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं की होगी हेड काउंटिंग

मोहाली । योगी सरकार महाकुंभ-2025 को भारतीय संस्कृति और एकता का वैश्विक प्रतीक बनाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। इसी क्रम में, गन्ना विकास एवं चीनी मिल मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी और होमगार्ड्स, नागरिक सुरक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) धर्मवीर प्रजापति और राज्य मंत्री कृषि, कृषि शिक्षा एवं कृषि अनुसंधान बलदेव सिंह ओलख ने मोहाली में एक भव्य रोडशो का नेतृत्व किया। उन्होंने महाकुंभ के आयोजन को भारत की विविधता में एकता का अद्वितीय उत्सव बताते हुए पंजाब के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया, तथा वहां की सम्मानित जनता को प्रयागराज महाकुंभ-2025 में आने का आमंत्रण दिया। उन्होंने कहा कि यह सरकार महाकुंभ में अंतरराष्ट्रीय सहभागिता और अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ इसे ऐतिहासिक बनाने की दिशा में अहम कदम उठा रही है। रोडशो के बाद पत्रकारों को संबोधित करते हुए लक्ष्मी नारायण चौधरी ने कहा कि महाकुंभ, भारत की सांस्कृतिक, आध्यात्मिक चेतना का स्पंदन है। ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत-समावेशी भारत’ की दिव्य और जीवंत झांकी है। पत्रकार वार्ता के दौरान लक्ष्मी नारायण चौधरी ने कहा कि आप सबमें बहुत से ऐसे लोग होंगे, जिनके पास प्रयागराज कुम्भ-2019 का ‘दिव्य एवं भव्य’ अनुभव होगा, भारतीय सांस्कृतिक गौरव के रूप में जिसकी अविस्मरणीय छवि विश्व पटल पर अंकित हुई थी। यही नहीं, मेले के कुशल प्रबन्धन को भी पूरी दुनिया ने मुक्त कंठ से सराहा था। उन्होंने कहा कि इस बार आयोजित हो रहा महाकुंभ पिछले कुंभ से और अधिक दिव्य एवं भव्य होगा। प्रयागराज महाकुंभ-2025 में 45 करोड़ तीर्थयात्रियों, साधु, संतों, कल्पवासियों एवं पर्यटकों के आने की संभावना है। इसके दृष्टिगत उत्तर प्रदेश सरकार ने समयबद्ध ढंग से समुचित प्रबंध कर लिया है। उन्होंने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रेरणा एवं मार्गदर्शन और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में 13 जनवरी से 26 फरवरी 2025 तक माँ गंगा, यमुना और सरस्वती के पावन संगम तट पर प्रयागराज में महाकुंभ का आयोजन हो रहा है। यूनेस्को द्वारा घोषित विश्व मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर महाकुंभ 12 वर्ष के अंतराल पर एक बार फिर प्रयाग की पुण्य धरा पर आयोजित हो रहा है। गन्ना विकास एवं चीनी मिल मंत्री ने महाकुंभ की तैयारी के बारे में पत्रकारों को जानकारी देते हुए कहा कि यह स्वच्छ, स्वस्थ्य, सुरक्षित एवं डिजिटल महाकुंभ है। मेला को पर्यावरण के अनुकूल बनाने के लिए सिंगल यूज प्लास्टिक मुक्त महाकुम्भ का संकल्प लिया गया है। इस अभियान के तहत मेला क्षेत्र में विभिन्न दोना-पत्तल विक्रेताओं की दुकानों का आवंटन, 400-स्कूल के प्रधानाचार्य के साथ स्वच्छता पर बैठक, 4 लाख बच्चों और प्रयागराज की जनसंख्या के 5 गुना नागरिकों तक स्वच्छ महाकुम्भ की पहल को पहुंचाया जा रहा है।

साथ ही हर घर दस्तक अभियान के अंतर्गत सिंगल यूज प्लास्टिक मुक्त का संदेश घर-घर दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि महाकुंभ- 2025 को हरियाली से भरा बनाने के लिए क्लीन के साथ-साथ ग्रीन कुंभ पर विशेष ध्यान दिया गया है। पूरे प्रयागराज में करीब तीन लाख पौधों का रोपण भी किया गया है। मेले के खत्म हो जाने के बाद पौधों को संरक्षण खुद उत्तर प्रदेश सरकार करेगी। गन्ना विकास एवं चीनी मिल मंत्री ने कहा कि इसे स्वस्थ महाकुंभ के दृष्टिकोण से भी तैयार किया जा रहा है जिसमें आने वाले तीर्थयात्रियों, साधु, संतों, कल्पवासियों और पर्यटकों के स्वास्थ्य देखभाल की भी व्यवस्था है। विशेषज्ञ चिकित्सकों की बड़े पैमाने पर तैनात किया गया है। परेड ग्राउंड में 100 बेड का अस्पताल बनाया गया है। 20 बेड के दो और 8 बेड के छोटे अस्पताल भी तैयार किए गए हैं। मेला क्षेत्र और अरैल में 10-10 बेड के दो आईसीयू, आर्मी हॉस्पिटल की ओर से बनाए गए हैं। इन अस्पतालों में 24 घंटे डॉक्टरों की तैनाती रहेगी। इसके दृष्टिगत 291 एमबीबीएस व स्पेशलिस्ट, 90 आयुर्वेदिक और यूनानी विशेषज्ञ और 182 स्टॉफ नर्स की व्यवस्था है। यही नहीं अस्पतालों में पुरुष, महिला और बच्चा वार्ड अलग-अलग तैयार किए गए हैं। डिलीवरी रूम, इमरजेंसी वार्ड और डॉक्टर्स रूम भी रहेंगे। लक्ष्मी नारायण चौधरी ने कहा कि पर्यटकों को वहां पार्किंग की समस्या से न जूझना पड़े इसकी भी व्यवस्था है। इसके दृष्टिगत 101 स्मार्ट पार्किंग बनाए गए हैं, जिनमें प्रतिदिन पांच लाख वाहन पार्क किए जा सकेंगे। 1867.04 हेक्टेयर क्षेत्रफल में फैला पार्किंग स्थल 2019 के 1103.29 हेक्टेयर के सापेक्ष 763.75 हेक्टेयर बड़ा है। इन पार्किंग स्थल की निगरानी इंट्रीग्रेटेड कंट्रोल कमांड सेंटर के माध्यम से की जाएगी।

पत्रकार वार्ता में चौधरी ने महाकुंभ की व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि महाकुंभ नगरी में 35 पुराने और 9 नए पक्के घाट बनाए गए हैं, जो श्रद्धालुओं के स्नान में काफी सहायक साबित होंगे। 12 किलोमीटर क्षेत्र में फैले सभी 44 घाटों पर हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा की जाएगी। उन्होंने कहा कि मुंबई की मरीन ड्राइव की तर्ज पर गंगा किनारे लगभग 15.25 किलोमीटर क्षेत्र में संगम से नागवासुकी मंदिर तक, सूरदास से छतनाग तक, कर्जन ब्रिज के समीप से महावीर पुरी तक रिवर फ्रंट का निर्माण कराया गया है। इसके अलावा इंट्रीग्रेटेड कंट्रोल कमांड सेंटर को अपग्रेड किया गया है। इससे भीड़ प्रबंधन में सहायता मिलेगी। सीसीटीवी कैमरों को देखने के लिए 52 सीटर चार व्यूइंग सेंटर स्थापित किए गए हैं।
प्रेस वार्ता में शामिल होमगार्ड्स, नागरिक सुरक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) धर्मवीर प्रजापति ने कहा कि कुंभ, एक मेला अथवा स्नान की डुबकी मात्र न होकर, भारतवर्ष की अनेकता में एकता का शाश्वत और समेकित जय-घोष है। महाकुम्भ एक ऐसा महान पर्व है जो नदी के पावन प्रवाह में समस्त विभेदों, विवादों और मतांतरों को विसर्जित कर देता है। यह सामाजिक समरसता का अनुपम उदाहरण है। सम्पूर्ण भारत ही नहीं, बल्कि निखिल विश्व में भारतीय संस्कृति के अनुयायियों के लिए यह पर्व विशेष महत्व रखता है। राज्य मंत्री कृषि, कृषि शिक्षा एवं कृषि अनुसंधान बलदेव सिंह ओलख ने कहा कि उत्तर प्रदेश की डबल इंजन सरकार प्रधानमंत्री मोदी के मार्गदर्शन एवं मुख्यमंत्री योगी के नेतृत्व में अत्यंत दुर्लभ एवं अति विशिष्ट धार्मिक आयोजन महाकुंभ के सांस्कृतिक, आध्यात्मिक, पारम्परिक एवं पौराणिक पक्ष को अद्वितीय रूप से विश्व पटल पर स्थापित कर रही है। प्रदेश सरकार सनातन भारतीयों के महापर्व महाकुंभ-2025 का न्यौता भारत के सभी राज्यों समेत पूरे विश्व में भेज रही है। इसी के दृष्टिगत हम आपके बीच आएं हैं। हमारा आपसे यही कहना है आप सभी इस तीर्थ में शामिल हों।

ਭਾਰਤ ਦੀ ਵਿਭਿੰਨਤਾ ਵਿੱਚ ਏਕਤਾ ਦੀ ਸਦੀਵੀ ਅਤੇ ਏਕੀਕ੍ਰਿਤ ਪੁਕਾਰ ਹੈ, ਮਹਾਕੁੰਭ – ਲਕਸ਼ਮੀ ਨਰਾਇਣ ਚੌਧਰੀ

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ਸ਼ੁੱਧ ਪੀਣ ਵਾਲੇ ਪਾਣੀ, ਏਕੀਕ੍ਰਿਤ ਕੰਟਰੋਲ ਕਮਾਂਡ ਸੈਂਟਰ, ਰਿਵਰ ਫਰੰਟ ਸਮੇਤ 44 ਘਾਟਾਂ ‘ਤੇ ਫੁੱਲਾਂ ਦੀ ਵਰਖਾ ਕੀਤੀ ਜਾਵੇਗੀ – ਲਕਸ਼ਮੀ ਨਰਾਇਣ ਚੌਧਰੀ

ਮਹਾਕੁੰਭ ‘ਚ ਆਉਣ ਵਾਲੇ ਸ਼ਰਧਾਲੂਆਂ ਦੀ ਗਿਣਤੀ ਤਕਨੀਕ ਰਾਹੀਂ ਹੋਵੇਗੀ – ਸ਼੍ਰੀ ਲਕਸ਼ਮੀ ਨਰਾਇਣ ਚੌਧਰੀ

ਮੋਹਾਲੀ । ਯੋਗੀ ਸਰਕਾਰ ਮਹਾਕੁੰਭ-2025 ਨੂੰ ਭਾਰਤੀ ਸੰਸਕ੍ਰਿਤੀ ਅਤੇ ਏਕਤਾ ਦਾ ਵਿਸ਼ਵ ਪ੍ਰਤੀਕ ਬਣਾਉਣ ਲਈ ਪੂਰੀ ਤਰ੍ਹਾਂ ਵਚਨਬੱਧ ਹੈ। ਇਸੇ ਲੜੀ, ਤਹਿਤ ਗੰਨਾ ਵਿਕਾਸ ਅਤੇ ਖੰਡ ਮਿੱਲ ਮੰਤਰੀ ਲਕਸ਼ਮੀ ਨਰਾਇਣ ਚੌਧਰੀ ਅਤੇ ਹੋਮ ਗਾਰਡਜ਼, ਸਿਵਲ ਡਿਫੈਂਸ ਰਾਜ ਮੰਤਰੀ (ਸੁਤੰਤਰ ਚਾਰਜ) ਧਰਮਵੀਰ ਪ੍ਰਜਾਪਤੀ ਅਤੇ ਖੇਤੀਬਾੜੀ, ਖੇਤੀਬਾੜੀ ਸਿੱਖਿਆ ਅਤੇ ਖੇਤੀਬਾੜੀ ਖੋਜ ਰਾਜ ਮੰਤਰੀ ਬਲਦੇਵ ਸਿੰਘ ਓਲਖ ਨੇ ਮੋਹਾਲੀ ਵਿੱਚ ਇੱਕ ਸ਼ਾਨਦਾਰ ਰੋਡ ਸ਼ੋਅ ਦੀ ਅਗਵਾਈ ਕੀਤੀ। ਮਹਾਕੁੰਭ ਦੇ ਸਮਾਗਮ ਨੂੰ ਭਾਰਤ ਦੀ ਅਨੇਕਤਾ ਵਿੱਚ ਏਕਤਾ ਦਾ ਇੱਕ ਨਿਵੇਕਲਾ ਜਸ਼ਨ ਦੱਸਦਿਆਂ ਉਨ੍ਹਾਂ ਪੰਜਾਬ ਦੇ ਮਾਣਯੋਗ ਰਾਜਪਾਲ, ਗੁਲਾਬ ਚੰਦ ਕਟਾਰੀਆ, ਪੰਜਾਬ ਦੇ ਮਾਣਯੋਗ ਮੁੱਖ ਮੰਤਰੀ ਭਗਵੰਤ ਸਿੰਘ ਮਾਨ, ਅਤੇ ਉੱਥੋਂ ਦੀਆਂ ਪਤਵੰਤੀਆਂ ਨੂੰ ਪ੍ਰਯਾਗਰਾਜ ਮਹਾਕੁੰਭ 2025 ਵਿੱਚ ਆਉਣ ਦਾ ਸੱਦਾ ਦਿੱਤਾ। ਉਨ੍ਹਾਂ ਕਿਹਾ ਕਿ ਇਹ ਸਰਕਾਰ ਅੰਤਰਰਾਸ਼ਟਰੀ ਭਾਗੀਦਾਰੀ ਅਤੇ ਆਧੁਨਿਕ ਸਹੂਲਤਾਂ ਨਾਲ ਮਹਾਂਕੁੰਭ ਨੂੰ ਇਤਿਹਾਸਕ ਬਣਾਉਣ ਲਈ ਅਹਿਮ ਕਦਮ ਚੁੱਕ ਰਹੀ ਹੈ। ਰੋਡ ਸ਼ੋਅ ਤੋਂ ਬਾਅਦ ਪੱਤਰਕਾਰਾਂ ਨੂੰ ਸੰਬੋਧਨ ਕਰਦੇ ਹੋਏ ਲਕਸ਼ਮੀ ਨਰਾਇਣ ਚੌਧਰੀ ਨੇ ਕਿਹਾ ਕਿ ਮਹਾਕੁੰਭ ਭਾਰਤ ਦੀ ਸੱਭਿਆਚਾਰਕ ਅਤੇ ਅਧਿਆਤਮਿਕ ਚੇਤਨਾ ਦਾ ਵਾਈਬ੍ਰੇਸ਼ਨ ਹੈ। ਇਹ ‘ਇਕ ਭਾਰਤ – ਸਰਵੋਤਮ ਭਾਰਤ – ਸਮਾਵੇਸ਼ੀ ਭਾਰਤ’ ਦੀ ਇੱਕ ਬ੍ਰਹਮ ਅਤੇ ਜੀਵੰਤ ਝਾਕੀ ਹੈ। ਲਕਸ਼ਮੀ ਨਰਾਇਣ ਚੌਧਰੀ ਨੇ ਕਿਹਾ ਕਿ ਤੁਹਾਡੇ ਵਿੱਚੋਂ ਬਹੁਤ ਸਾਰੇ ਲੋਕ ਹੋਣਗੇ ਜਿਨ੍ਹਾਂ ਨੂੰ ਪ੍ਰਯਾਗਰਾਜ ਕੁੰਭ-2019 ਦਾ ‘ਦੈਵੀ ਅਤੇ ਸ਼ਾਨਦਾਰ’ ਅਨੁਭਵ ਹੋਵੇਗਾ, ਜਿਨ੍ਹਾਂ ਦੀ ਭਾਰਤ ਦੇ ਸੱਭਿਆਚਾਰਕ ਮਾਣ ਵਜੋਂ ਅਭੁੱਲ ਅਕਸ ਵਿਸ਼ਵ ਮੰਚ ‘ਤੇ ਛਾਪਿਆ ਗਿਆ ਸੀ। ਇੰਨਾ ਹੀ ਨਹੀਂ, ਮੇਲੇ ਦੇ ਸੁਚੱਜੇ ਪ੍ਰਬੰਧਾਂ ਦੀ ਪੂਰੀ ਦੁਨੀਆ ਵੱਲੋਂ ਖੁੱਲ੍ਹ ਕੇ ਸ਼ਲਾਘਾ ਵੀ ਕੀਤੀ ਗਈ। ਉਨ੍ਹਾਂ ਕਿਹਾ ਕਿ ਇਸ ਵਾਰ ਕਰਵਾਇਆ ਜਾ ਰਿਹਾ ਮਹਾਕੁੰਭ ਪਿਛਲੇ ਕੁੰਭ ਨਾਲੋਂ ਵੱਧ ਬ੍ਰਹਮ ਅਤੇ ਸ਼ਾਨਦਾਰ ਹੋਵੇਗਾ। ਪ੍ਰਯਾਗਰਾਜ ਮਹਾਕੁੰਭ-2025 ਵਿੱਚ 45 ਕਰੋੜ ਸ਼ਰਧਾਲੂਆਂ, ਸਾਧੂਆਂ, ਸੰਤਾਂ, ਕਲਪਵਾਸੀਆਂ ਅਤੇ ਸੈਲਾਨੀਆਂ ਦੇ ਆਉਣ ਦੀ ਸੰਭਾਵਨਾ ਹੈ। ਇਸ ਦੇ ਮੱਦੇਨਜ਼ਰ ਉੱਤਰ ਪ੍ਰਦੇਸ਼ ਸਰਕਾਰ ਨੇ ਸਮੇਂ ਸਿਰ ਢੁਕਵੇਂ ਪ੍ਰਬੰਧ ਕੀਤੇ ਹਨ। ਪੱਤਰਕਾਰਾਂ ਨੂੰ ਸੰਬੋਧਨ ਕਰਦਿਆਂ ਲਕਸ਼ਮੀ ਨਰਾਇਣ ਚੌਧਰੀ ਨੇ ਕਿਹਾ ਕਿ ਸਤਿਕਾਰਯੋਗ ਪ੍ਰਧਾਨ ਮੰਤਰੀ ਨਰੇਂਦਰ ਮੋਦੀ ਦੀ ਪ੍ਰੇਰਨਾ ਅਤੇ ਮਾਰਗਦਰਸ਼ਨ ਅਤੇ ਮੁੱਖ ਮੰਤਰੀ ਯੋਗੀ ਅਦਿੱਤਿਆਨਾਥ ਦੀ ਅਗਵਾਈ ਵਿੱਚ 13 ਜਨਵਰੀ ਤੋਂ 26 ਫਰਵਰੀ 2025 ਤੱਕ ਮਾਂ ਗੰਗਾ, ਯਮੁਨਾ ਅਤੇ ਸਰਸਵਤੀ ਦੇ ਪਵਿੱਤਰ ਸੰਗਮ ‘ਤੇ ਪ੍ਰਯਾਗਰਾਜ ਦੇ ਕੰਢੇ ‘ਤੇ ਮਹਾਕੁੰਭ ਦਾ ਆਯੋਜਨ ਕੀਤਾ ਜਾ ਰਿਹਾ ਹੈ। ਯੂਨੈਸਕੋ ਦੁਆਰਾ ਘੋਸ਼ਿਤ ਵਿਸ਼ਵ ਮਾਨਵਤਾ ਦੀ ਇੱਕ ਅਟੁੱਟ ਸੱਭਿਆਚਾਰਕ ਵਿਰਾਸਤ ਮਹਾਂ ਕੁੰਭ, 12 ਸਾਲਾਂ ਦੇ ਅੰਤਰਾਲ ਤੋਂ ਬਾਅਦ ਇੱਕ ਵਾਰ ਫਿਰ ਪ੍ਰਯਾਗ ਦੀ ਪਵਿੱਤਰ ਧਰਤੀ ‘ਤੇ ਆਯੋਜਿਤ ਕੀਤਾ ਜਾ ਰਿਹਾ ਹੈ। ਗੰਨਾ ਵਿਕਾਸ ਅਤੇ ਖੰਡ ਮਿੱਲ ਮੰਤਰੀ ਲਕਸ਼ਮੀ ਨਰਾਇਣ ਚੌਧਰੀ ਨੇ ਮਹਾਕੁੰਭ ਦੀਆਂ ਤਿਆਰੀਆਂ ਬਾਰੇ ਪੱਤਰਕਾਰਾਂ ਨੂੰ ਜਾਣਕਾਰੀ ਦਿੰਦੇ ਹੋਏ ਕਿਹਾ ਕਿ ਇਹ ਇੱਕ ਸਾਫ਼-ਸੁਥਰਾ, ਸਿਹਤਮੰਦ, ਸੁਰੱਖਿਅਤ ਅਤੇ ਡਿਜੀਟਲ ਮਹਾਕੁੰਭ ਹੈ। ਮੇਲੇ ਨੂੰ ਵਾਤਾਵਰਨ ਅਨੁਕੂਲ ਬਣਾਉਣ ਲਈ ਮਹਾਂਕੁੰਭ ਨੂੰ ਸਿੰਗਲ ਯੂਜ਼ ਪਲਾਸਟਿਕ ਤੋਂ ਮੁਕਤ ਕਰਨ ਦਾ ਮਤਾ ਲਿਆ ਗਿਆ। ਇਸ ਮੁਹਿੰਮ ਤਹਿਤ ਮੇਲਾ ਖੇਤਰ ਵਿੱਚ ਵੱਖ-ਵੱਖ ਦੋਨਾ-ਪੱਤਲ ਵਿਕਰੇਤਾਵਾਂ ਦੀਆਂ ਦੁਕਾਨਾਂ ਦੀ ਅਲਾਟਮੈਂਟ, 400 ਸਕੂਲਾਂ ਦੇ ਪ੍ਰਿੰਸੀਪਲਾਂ ਨਾਲ ਸਫ਼ਾਈ ਸਬੰਧੀ ਮੀਟਿੰਗ, ਪ੍ਰਯਾਗਰਾਜ ਦੀ ਆਬਾਦੀ ਦੇ 5 ਗੁਣਾ ਵੱਧ 4 ਲੱਖ ਬੱਚਿਆਂ ਅਤੇ ਨਾਗਰਿਕਾਂ ਨੂੰ ਸਵੱਛ ਮਹਾਂ ਕੁੰਭ ਦੀ ਪਹਿਲ ਕੀਤੀ ਜਾ ਰਹੀ ਹੈ। ਨਾਲ ਹੀ ਹਰ ਘਰ ਦਸਤਕ ਮੁਹਿੰਮ ਤਹਿਤ ਹਰ ਘਰ ਨੂੰ ਸਿੰਗਲ ਯੂਜ਼ ਪਲਾਸਟਿਕ ਤੋਂ ਮੁਕਤ ਹੋਣ ਦਾ ਸੁਨੇਹਾ ਦਿੱਤਾ ਜਾ ਰਿਹਾ ਹੈ। ਉਨ੍ਹਾਂ ਕਿਹਾ ਕਿ ਮਹਾਕੁੰਭ 2025 ਨੂੰ ਹਰਿਆਵਲ ਨਾਲ ਭਰਪੂਰ ਬਣਾਉਣ ਲਈ ਹਰਿਆਵਲ ਦੇ ਨਾਲ-ਨਾਲ ਸਾਫ਼-ਸਫ਼ਾਈ ਵੱਲ ਵਿਸ਼ੇਸ਼ ਧਿਆਨ ਦਿੱਤਾ ਗਿਆ ਹੈ। ਪੂਰੇ ਪ੍ਰਯਾਗਰਾਜ ‘ਚ ਕਰੀਬ ਤਿੰਨ ਲੱਖ ਬੂਟੇ ਵੀ ਲਗਾਏ ਗਏ ਹਨ। ਮੇਲਾ ਖਤਮ ਹੋਣ ਤੋਂ ਬਾਅਦ ਉੱਤਰ ਪ੍ਰਦੇਸ਼ ਸਰਕਾਰ ਖੁਦ ਪੌਦਿਆਂ ਦੀ ਸਾਂਭ ਸੰਭਾਲ ਕਰੇਗੀ। ਗੰਨਾ ਵਿਕਾਸ ਅਤੇ ਚੀਨੀ ਮਿੱਲ ਮੰਤਰੀ ਲਕਸ਼ਮੀ ਨਰਾਇਣ ਚੌਧਰੀ ਨੇ ਕਿਹਾ ਕਿ ਇਸ ਨੂੰ ਇੱਕ ਸਿਹਤਮੰਦ ਮਹਾਕੁੰਭ ਦੇ ਨਜ਼ਰੀਏ ਤੋਂ ਵੀ ਤਿਆਰ ਕੀਤਾ ਜਾ ਰਿਹਾ ਹੈ, ਜਿਸ ਵਿੱਚ ਆਉਣ ਵਾਲੇ ਸ਼ਰਧਾਲੂਆਂ, ਸਾਧੂਆਂ, ਸੰਤਾਂ, ਕਲਪਵਾਸੀਆਂ ਅਤੇ ਸੈਲਾਨੀਆਂ ਦੀ ਸਿਹਤ ਸੰਭਾਲ ਦਾ ਪ੍ਰਬੰਧ ਕੀਤਾ ਜਾ ਰਿਹਾ ਹੈ। ਸਪੈਸ਼ਲਿਸਟ ਡਾਕਟਰਾਂ ਨੂੰ ਵੱਡੇ ਪੱਧਰ ‘ਤੇ ਤਾਇਨਾਤ ਕੀਤਾ ਗਿਆ ਹੈ।

ਪਰੇਡ ਗਰਾਊਂਡ ਵਿੱਚ 100 ਬਿਸਤਰਿਆਂ ਦਾ ਹਸਪਤਾਲ ਬਣਾਇਆ ਗਿਆ ਹੈ। 20-20 ਬਿਸਤਰਿਆਂ ਅਤੇ 8-8 ਬਿਸਤਰਿਆਂ ਦੇ ਦੋ ਛੋਟੇ ਹਸਪਤਾਲ ਵੀ ਤਿਆਰ ਕੀਤੇ ਗਏ ਹਨ। ਮੇਲਾ ਖੇਤਰ ਅਤੇ ਅਰੈਲ ਵਿੱਚ ਆਰਮੀ ਹਸਪਤਾਲ ਦੁਆਰਾ 10-10 ਬਿਸਤਰਿਆਂ ਦੇ ਦੋ ਆਈਸੀਯੂ ਬਣਾਏ ਗਏ ਹਨ। ਇਨ੍ਹਾਂ ਹਸਪਤਾਲਾਂ ਵਿੱਚ 24 ਘੰਟੇ ਡਾਕਟਰ ਤਾਇਨਾਤ ਰਹਿਣਗੇ। ਇਸ ਦੇ ਮੱਦੇਨਜ਼ਰ 291 ਐਮਬੀਬੀਐਸ ਅਤੇ ਮਾਹਿਰ, 90 ਆਯੁਰਵੈਦਿਕ ਅਤੇ ਯੂਨਾਨੀ ਮਾਹਿਰ ਅਤੇ 182 ਸਟਾਫ ਨਰਸਾਂ ਦੀ ਵਿਵਸਥਾ ਹੈ। ਇੰਨਾ ਹੀ ਨਹੀਂ ਹਸਪਤਾਲਾਂ ਵਿੱਚ ਮਰਦ, ਔਰਤਾਂ ਅਤੇ ਬੱਚਿਆਂ ਦੇ ਵੱਖਰੇ ਵਾਰਡ ਬਣਾਏ ਗਏ ਹਨ। ਇੱਥੇ ਇੱਕ ਡਲਿਵਰੀ ਰੂਮ, ਐਮਰਜੈਂਸੀ ਵਾਰਡ ਅਤੇ ਡਾਕਟਰਾਂ ਦਾ ਕਮਰਾ ਵੀ ਹੋਵੇਗਾ। ਪੱਤਰਕਾਰਾਂ ਨੂੰ ਸੰਬੋਧਨ ਕਰਦਿਆਂ ਸ਼੍ਰੀ ਲਕਸ਼ਮੀ ਨਰਾਇਣ ਚੌਧਰੀ ਨੇ ਕਿਹਾ ਕਿ ਉੱਤਰ ਪ੍ਰਦੇਸ਼ ਸਰਕਾਰ ਇੱਕ ਬ੍ਰਹਮ, ਵਿਸ਼ਾਲ ਅਤੇ ਡਿਜੀਟਲ ਮਹਾਕੁੰਭ ਲਈ ਵਚਨਬੱਧ ਹੈ। ਮਹਾਂ ਕੁੰਭ ਦੀ ਵੈੱਬਸਾਈਟ, ਐਪ, 11 ਭਾਸ਼ਾਵਾਂ ਵਿੱਚ ਏਆਈ ਚੈਟ ਬੋਟ, ਲੋਕਾਂ ਅਤੇ ਵਾਹਨਾਂ ਲਈ QR ਅਧਾਰਤ ਪਾਸ, ਬਹੁ-ਭਾਸ਼ਾਈ ਡਿਜੀਟਲ ਗੁੰਮ ਅਤੇ ਲੱਭੇ ਕੇਂਦਰ, ਸਫ਼ਾਈ ਅਤੇ ਟੈਂਟਾਂ ਦੀ ਆਈਸੀਟੀ ਨਿਗਰਾਨੀ, ਜ਼ਮੀਨ ਅਤੇ ਸਹੂਲਤ ਦੀ ਵੰਡ ਲਈ ਸਾਫਟਵੇਅਰ, ਬਹੁ-ਭਾਸ਼ਾਈ ਡਿਜੀਟਲ ਸੰਕੇਤ VMD, ਆਟੋਮੇਟਿਡ ਰਾਸ਼ਨ ਸਪਲਾਈ ਸਿਸਟਮ, ਡਰੋਨ ਅਧਾਰਤ ਨਿਗਰਾਨੀ ਅਤੇ ਆਫ਼ਤ ਪ੍ਰਬੰਧਨ, 530 ਪ੍ਰੋਜੈਕਟਾਂ ਦੇ ਲਾਈਵ ਨਿਗਰਾਨੀ ਸਾਫਟਵੇਅਰ, ਵਸਤੂਆਂ ਦੀ ਟਰੈਕਿੰਗ ਪ੍ਰਣਾਲੀ ਅਤੇ ਗੂਗਲ ਮੈਪ ‘ਤੇ ਸਾਰੇ ਸਥਾਨਾਂ ਦਾ ਏਕੀਕਰਣ ਕੀਤਾ ਗਿਆ ਹੈ। ਲਕਸ਼ਮੀ ਨਰਾਇਣ ਚੌਧਰੀ ਨੇ ਕਿਹਾ ਕਿ ਸੈਲਾਨੀਆਂ ਨੂੰ ਉੱਥੇ ਪਾਰਕਿੰਗ ਦੀ ਸਮੱਸਿਆ ਦਾ ਸਾਹਮਣਾ ਨਾ ਕਰਨਾ ਪਵੇ ਇਸ ਗੱਲ ਨੂੰ ਯਕੀਨੀ ਬਣਾਉਣ ਦਾ ਪ੍ਰਬੰਧ ਹੈ। ਇਸ ਦੇ ਮੱਦੇਨਜ਼ਰ 101 ਸਮਾਰਟ ਪਾਰਕਿੰਗਾਂ ਬਣਾਈਆਂ ਗਈਆਂ ਹਨ, ਜਿਨ੍ਹਾਂ ਵਿੱਚ ਹਰ ਰੋਜ਼ ਪੰਜ ਲੱਖ ਵਾਹਨ ਪਾਰਕ ਕੀਤੇ ਜਾ ਸਕਣਗੇ। ਪਾਰਕਿੰਗ ਲਾਟ, 1867.04 ਹੈਕਟੇਅਰ ਦੇ ਖੇਤਰ ਵਿੱਚ ਫੈਲਿਆ ਹੋਇਆ ਹੈ, ਜੋ ਕਿ 2019 ਵਿੱਚ 1103.29 ਹੈਕਟੇਅਰ ਦੇ ਮੁਕਾਬਲੇ 763.75 ਹੈਕਟੇਅਰ ਜ਼ਿਆਦਾ ਹੈ। ਇਨ੍ਹਾਂ ਪਾਰਕਿੰਗ ਸਥਾਨਾਂ ਦੀ ਨਿਗਰਾਨੀ ਏਕੀਕ੍ਰਿਤ ਕੰਟਰੋਲ ਕਮਾਂਡ ਸੈਂਟਰ ਰਾਹੀਂ ਕੀਤੀ ਜਾਵੇਗੀ। ਪ੍ਰੈੱਸ ਕਾਨਫਰੰਸ ‘ਚ ਮਹਾਕੁੰਭ ਦੇ ਪ੍ਰਬੰਧਾਂ ਬਾਰੇ ਜਾਣਕਾਰੀ ਦਿੰਦੇ ਹੋਏ ਲਕਸ਼ਮੀ ਨਰਾਇਣ ਚੌਧਰੀ ਨੇ ਦੱਸਿਆ ਕਿ ਮਹਾਕੁੰਭ ਸ਼ਹਿਰ ‘ਚ 35 ਪੁਰਾਣੇ ਅਤੇ 9 ਨਵੇਂ ਕੰਕਰੀਟ ਦੇ ਘਾਟ ਬਣਾਏ ਗਏ ਹਨ, ਜੋ ਕਿ ਸ਼ਰਧਾਲੂਆਂ ਦੇ ਇਸ਼ਨਾਨ ਲਈ ਕਾਫੀ ਸਹਾਈ ਸਿੱਧ ਹੋਣਗੇ। 12 ਕਿਲੋਮੀਟਰ ਦੇ ਖੇਤਰ ‘ਚ ਫੈਲੇ ਸਾਰੇ 44 ਘਾਟਾਂ ‘ਤੇ ਹੈਲੀਕਾਪਟਰਾਂ ਤੋਂ ਫੁੱਲਾਂ ਦੀ ਵਰਖਾ ਕੀਤੀ ਜਾਵੇਗੀ। ਉਨ੍ਹਾਂ ਕਿਹਾ ਕਿ ਮੁੰਬਈ ਦੇ ਮਰੀਨ ਡਰਾਈਵ ਦੀ ਤਰਜ਼ ‘ਤੇ ਗੰਗਾ ਦੇ ਕਿਨਾਰੇ ਸੰਗਮ ਤੋਂ ਨਾਗਵਾਸੁਕੀ ਮੰਦਰ ਤੱਕ, ਸੂਰਦਾਸ ਤੋਂ ਛੱਤਨਾਗ ਤੱਕ, ਕਰਜ਼ਨ ਬ੍ਰਿਜ ਨੇੜੇ ਤੋਂ ਮਹਾਵੀਰ ਪੁਰੀ ਤੱਕ ਲਗਭਗ 15.25 ਕਿਲੋਮੀਟਰ ਖੇਤਰ ‘ਚ ਰਿਵਰ ਫਰੰਟ ਦਾ ਨਿਰਮਾਣ ਕੀਤਾ ਗਿਆ ਹੈ। ਇਸ ਤੋਂ ਇਲਾਵਾ ਏਕੀਕ੍ਰਿਤ ਕੰਟਰੋਲ ਕਮਾਂਡ ਸੈਂਟਰ ਨੂੰ ਅਪਗ੍ਰੇਡ ਕੀਤਾ ਗਿਆ ਹੈ। ਇਸ ਨਾਲ ਭੀੜ ਪ੍ਰਬੰਧਨ ‘ਚ ਮਦਦ ਮਿਲੇਗੀ। ਸੀਸੀਟੀਵੀ ਕੈਮਰੇ ਦੇਖਣ ਲਈ 52 ਸੀਟਰ ਚਾਰ ਵਿਊਇੰਗ ਸੈਂਟਰ ਬਣਾਏ ਗਏ ਹਨ। ਲਕਸ਼ਮੀ ਨਰਾਇਣ ਚੌਧਰੀ ਨੇ ਕਿਹਾ ਕਿ 2025 ਵਿੱਚ ਪ੍ਰਯਾਗਰਾਜ ਮਹਾਕੁੰਭ ਵਿੱਚ ਲਗਭਗ 45 ਕਰੋੜ ਸ਼ਰਧਾਲੂਆਂ ਦੇ ਆਉਣ ਦੀ ਸੰਭਾਵਨਾ ਹੈ, ਜੋ ਕਿ ਇੱਕ ਵੱਡਾ ਰਿਕਾਰਡ ਹੋਵੇਗਾ। ਇਨ੍ਹਾਂ ਤਕਨੀਕੀ ਤਰੀਕਿਆਂ ਰਾਹੀਂ ਹਰ ਵਿਅਕਤੀ ਦੀ ਗਿਣਤੀ ਕੀਤੀ ਜਾਵੇਗੀ। ਪਹਿਲਾ ਤਰੀਕਾ ਗੁਣ ਅਧਾਰਤ ਖੋਜ ਹੈ। ਇਸ ਤਹਿਤ ਵਿਅਕਤੀ ਵਿਸ਼ੇਸ਼ਤਾ ਖੋਜ ਕੈਮਰਿਆਂ ਦੇ ਆਧਾਰ ‘ਤੇ ਟਰੈਕਿੰਗ ਕੀਤੀ ਜਾਵੇਗੀ। ਦੂਜਾ ਤਰੀਕਾ ਆਰਐਫਆਈਡੀ ਰਿਸਟ ਬੈਂਡ ਹੈ, ਇਸ ਤਹਿਤ ਸ਼ਰਧਾਲੂਆਂ ਨੂੰ ਰਿਸਟ ਬੈਂਡ ਮੁਹੱਈਆ ਕਰਵਾਏ ਜਾਣਗੇ, ਆਰਐਫਆਈਡੀ ਰੀਡਰ, ਰਿਸਟ ਬੈਂਡ ਰਾਹੀਂ ਐਂਟਰੀ ਅਤੇ ਐਗਜ਼ਿਟ ਟਾਈਮ ਦੀ ਟ੍ਰੈਕਿੰਗ ਕੀਤੀ ਜਾਵੇਗੀ। ਤੀਜਾ ਤਰੀਕਾ ਮੋਬਾਈਲ ਐਪ ਰਾਹੀਂ ਟਰੈਕ ਕਰਨਾ ਹੈ। ਇਸ ਰਾਹੀਂ ਸ਼ਰਧਾਲੂਆਂ ਦੀ ਸਹਿਮਤੀ ‘ਤੇ ਮੋਬਾਈਲ ਐਪ ਦੀ ਜੀਪੀਐਸ ਲੋਕੇਸ਼ਨ ਰਾਹੀਂ ਲੋਕੇਸ਼ਨ ਟਰੈਕਿੰਗ ਕੀਤੀ ਜਾਵੇਗੀ। ਹੋਮ ਗਾਰਡਜ਼ ਅਤੇ ਸਿਵਲ ਡਿਫੈਂਸ ਰਾਜ ਮੰਤਰੀ (ਸੁਤੰਤਰ ਚਾਰਜ) ਧਰਮਵੀਰ ਪ੍ਰਜਾਪਤੀ, ਜਿਨ੍ਹਾਂ ਨੇ ਪ੍ਰੈਸ ਕਾਨਫਰੰਸ ਵਿੱਚ ਹਿੱਸਾ ਲਿਆ, ਨੇ ਕਿਹਾ ਕਿ ਕੁੰਭ ਸਿਰਫ਼ ਇੱਕ ਮੇਲਾ ਜਾਂ ਦੀਪਮਾਲਾ ਨਹੀਂ ਹੈ, ਸਗੋਂ ਭਾਰਤ ਦੀ ਵਿਭਿੰਨਤਾ ਵਿੱਚ ਏਕਤਾ ਦੀ ਇੱਕ ਸਦੀਵੀ ਅਤੇ ਇੱਕਮੁੱਠ ਪੁਕਾਰ ਹੈ। ਮਹਾਂ ਕੁੰਭ ਇੱਕ ਅਜਿਹਾ ਮਹਾਨ ਤਿਉਹਾਰ ਹੈ ਜੋ ਸਾਰੇ ਮਤਭੇਦਾਂ, ਵਿਵਾਦਾਂ ਅਤੇ ਵਿਚਾਰਾਂ ਦੇ ਮਤਭੇਦਾਂ ਨੂੰ ਨਦੀ ਦੇ ਪਵਿੱਤਰ ਵਹਾਅ ਵਿੱਚ ਲੀਨ ਕਰ ਦਿੰਦਾ ਹੈ। ਇਹ ਸਮਾਜਿਕ ਸਦਭਾਵਨਾ ਦੀ ਵਿਲੱਖਣ ਮਿਸਾਲ ਹੈ। ਇਹ ਤਿਉਹਾਰ ਪੂਰੇ ਭਾਰਤ ਲਈ ਹੀ ਨਹੀਂ ਸਗੋਂ ਵਿਸ਼ਵ ਭਰ ਦੇ ਭਾਰਤੀ ਸੱਭਿਆਚਾਰ ਦੇ ਪੈਰੋਕਾਰਾਂ ਲਈ ਵੀ ਵਿਸ਼ੇਸ਼ ਮਹੱਤਵ ਰੱਖਦਾ ਹੈ। ਖੇਤੀਬਾੜੀ, ਖੇਤੀਬਾੜੀ ਸਿੱਖਿਆ ਅਤੇ ਖੇਤੀਬਾੜੀ ਖੋਜ ਰਾਜ ਮੰਤਰੀ ਬਲਦੇਵ ਸਿੰਘ ਓਲਖ ਨੇ ਕਿਹਾ ਕਿ ਪ੍ਰਧਾਨ ਮੰਤਰੀ ਮੋਦੀ ਜੀ ਦੇ ਦਿਸ਼ਾ-ਨਿਰਦੇਸ਼ਾਂ ਅਤੇ ਮੁੱਖ ਮੰਤਰੀ ਯੋਗੀ ਜੀ ਦੀ ਅਗਵਾਈ ਵਿੱਚ ਉੱਤਰ ਪ੍ਰਦੇਸ਼ ਦੀ ਡਬਲ ਇੰਜਣ ਵਾਲੀ ਸਰਕਾਰ ਬਹੁਤ ਹੀ ਦੁਰਲੱਭ ਅਤੇ ਬਹੁਤ ਹੀ ਵਿਸ਼ੇਸ਼ ਪ੍ਰੋਗਰਾਮ ਦਾ ਆਯੋਜਨ ਕਰ ਰਹੀ ਹੈ। ਧਾਰਮਿਕ ਸਮਾਗਮ ਮਹਾਕੁੰਭ, ਇੱਕ ਸੱਭਿਆਚਾਰਕ, ਅਧਿਆਤਮਿਕ, ਪਰੰਪਰਾਗਤ ਅਤੇ ਮਿਥਿਹਾਸਕ ਪਹਿਲੂਆਂ ਨੂੰ ਵਿਸ਼ਵ ਪੱਧਰ ‘ਤੇ ਵਿਲੱਖਣ ਤੌਰ ‘ਤੇ ਸਥਾਪਿਤ ਕਰ ਰਿਹਾ ਹੈ। ਰਾਜ ਸਰਕਾਰ ਸਨਾਤਨ ਭਾਰਤੀਆਂ ਦੇ ਮਹਾਨ ਤਿਉਹਾਰ ਮਹਾਕੁੰਭ-2025 ਲਈ ਭਾਰਤ ਦੇ ਸਾਰੇ ਰਾਜਾਂ ਅਤੇ ਪੂਰੀ ਦੁਨੀਆ ਨੂੰ ਸੱਦਾ ਭੇਜ ਰਹੀ ਹੈ। ਇਸ ਨੂੰ ਧਿਆਨ ਵਿੱਚ ਰੱਖ ਕੇ ਅਸੀਂ ਤੁਹਾਡੇ ਵਿਚਕਾਰ ਆਏ ਹਾਂ। ਆਪ ਸਭ ਨੂੰ ਇਸ ਤੀਰਥ ਯਾਤਰਾ ਵਿੱਚ ਸ਼ਾਮਿਲ ਹੋਣ ਦੀ ਬੇਨਤੀ ਹੈ।

बच्चों को सही दिशा मिल जाए तो यह देश का भविष्य बन सकते है – काशवी गौतम

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उभरते खिलाड़ियों को केवल अपने खेल पर ही ध्यान देना चाहिए

चंडीगढ़। बच्चों को सही दिशा मिल जाए तो यह देश का भविष्य बन सकते है । यह कहना है इंडिया ए महिला क्रिकेट टीम के गेंदबाज एवं वुमैन प्रीमियर लीग की सबसे महंगी खिलाड़ी काशवी गौतम का। काशवी गौतम ने यह शब्द मंगलवार को जीरकपुर में क्रेजी मॉन्क्स गेमिंग जोन में जरूरतमंद बच्चों के साथ क्रिसमस मनाते हुए कहे। इस मौके पर उनके साथ उनके पिता भी मौजूद रहे। उल्लेखनीय है कि क्रिसमस के मौके पर क्रेजी मॉन्कस की ओर से इलाके के जरूरतमंद बच्चों के साथ क्रिसमस का त्योहार मनाया गया । इस मौके पर क्रेजी मॉन्कस की ओर से इन बच्चों को क्रिसमस के तोहफे दिए गए और गेम भी खिलाई गई। इस मौके पर काशवी ने बताया कि जैसे ही उन्हें पता चला कि क्रेजी मॉन्क्स जरूरतमंद बच्चों के लिए क्रिसमस का विशेष कार्यक्रम करने जा रहे है तो मैंने भी इन बच्चों के साथ क्रिसमस मनाने का मन बना लिया। उन्होंने कहा कि हर बच्चे में अपनी विशेषताएँ होती है। इन बच्चों को अगर सही दिशा मिल जाए तो यह बच्चे भविष्य में देश के लिए इतिहास बन सकते है। वहीं उन्होंने उभरते युवा खिलाड़ियों को सीख देते हुए कहा कि युवा खिलाड़ियों को बाकी सब बातें छोड़ कर सिर्फ खेल पर ध्यान देना चाहिए। वहीं इस मौके क्रेजी मॉन्कस के डायरेक्टर अमित सिंह ने बताया कि क्रेजी मॉन्कस हर त्यौहार पर जरूरतमंद लोगों के साथ खुशियां मनाते रहते है। इस बार हमने काशवी से आग्रह किया तो उन्होंने खुशी खुशी बच्चों के साथ कार्यक्रम का हिस्सा बनना स्वीकार किया। काशवी से मिलकर बच्चे बहुत खुश हुए। हम आगे भी ऐसे कार्यक्रम का आयोजन करते रहेंगे।

भटिंडा फिल्म फेस्टिवल 2024 में द लास्ट विश फ़िल्म को मिला बेस्ट क्रिटिक अवार्ड

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पंचकूला । समाज को समर्पित द लास्ट विश फिल्म को बेस्ट क्रिटिक अवार्ड से सम्मानित किया गया। एमएस एशियन एंटरटेनमेंट प्रोडक्शन के बैनर तले बनी फिल्म में बुजुर्ग दंपति के दर्द को दर्शाया गया है जो कि समाज कुरीति पर एक गहरी चोट है। भटिंडा फिल्म फेस्टिवल 2024 फेस्टिवल में पंजाब विधानसभा के स्पीकर कुलतार सिंह बतौर मुख्य अतिथि एवं विधायक जसगीर सिंह, पंजाबी सिनेमा के दिग्गज कलाकार सरदार सोही और रुपिंदर रूपी बतौर विशेष अतिथि उपस्थित हुए। यह फिल्म फेस्टिवल शार्ट फिल्म और फीचर फिल्म कैटेगरी में बेहतरीन काम करने वालों को सम्मानित करने के लिए आयोजित किया गया था। शार्ट फिल्म से लेकर फीचर फिल्म तक कुल 17 फिल्मों की स्क्रीनिंग की गई। फेस्टिवल में बॉलीवुड फिल्म द लास्ट विश को बेस्ट क्रिटिक का अवार्ड मिला। इस फिल्म के डायरेक्टर मयंक शर्मा और संजलि सूरी को यह पुरस्कार पंजाबी सिनेमा के अभिनेता सरदार सोही और विधायक जसगीर सिंह ने दिया। फिल्म के डायरेक्टर मयंक शर्मा और संजलि सूरी का कहना है कि यह एक सामाजिक फिल्म है, जिसमें आज के समाज का आईना दिखाया गया है। बदलते वक्त के साथ कैसे परिवार के बच्चों और बड़ों के बीच दूरियां आ जाती हैं, यह फिल्म इस बदलाव को बहुत खूबसूरती से दर्शाती है। यह फिल्म समाज में बच्चों और उनके माता-पिता के बीच एक खास उम्र के पड़ाव पर आने वाले बदलाव को बयां करती है। द लास्ट विश फिल्म चंडीगढ़ के करतार आश्रय ट्रस्ट के ओल्ड एज होम में शूट की गई । फिल्म के मुख्य कलाकारों में गिरीश थापर, सुशांत पुजारी, नवीन कुमार, संजलि सूरी,मिहिरांश (चाइल्ड आर्टिस्ट और श्रुति गुप्ता शामिल थे, जिन्होंने अपने किरदारों को बखूबी निभाया। फिल्म एमएस एशियन एंटरटेनमेंट के प्रोडक्शन बैनर पर बनी है, जिसके निर्माता अश्वनी तनेजा हैं, जबकि को-प्रोड्यूसर मयंक शर्मा और संजलि सूरी हैं। यह फिल्म जल्द ही ओटीटी प्लेटफॉर्म पर रिलीज की जाएगी ।

श्री श्याम करुणा फाउंडेशन ने आयोजित किया 145 वां अन्न भंडारा

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अन्न भंडारा समाज सेवा करने का सर्वोत्तम तरीका : समाजसेवी अमिताभ रुंगटा

पंचकूला । श्री श्याम करुणा फाउंडेशन ने फेज 1 औद्योगिक क्षेत्र में 145 वां अन्न भंडारा आयोजित किया। इस अवसर पर फाउंडेशन के फाउंडर एवं समाजसेवी अमिताभ रुंगटा ने उपस्थित होकर इस सेवा कार्य को सफल बनाया। रुंगटा ने कहा कि अन्न भंडारा लगाना समाज सेवा करने का सर्वोत्तम तरीका है। अन्न भंडारे को हिंदू धर्म में सर्वोच्च माना गया है। यह मान्यता है कि अन्न भंडारा लगाने से न केवल जरूरतमंद लोगों की भूख शांत होती है, बल्कि यह प्रक्रिया लोगों को समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी का एहसास भी करवाती है ।
श्री श्याम करुणा फाउंडेशन समाज के कल्याण के लिए लगातार प्रयासरत है । इस अवसर पर फाउंडेशन के अन्य सदस्यों में अनुपमा रुंगटा, चैतन्य रुंगटा, सुखपाल सिंह और सुरेश जांगड़ा भी सक्रिय रूप से उपस्थित रहे और समाजसेवा के इस कार्य को और अधिक प्रभावी बनाने का संकल्प लिया।

ऑल इंडिया कार डीलर्स एसोसिएशन की वार्षिक आम सभा आयोजित

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चण्डीगढ़ अनमोल खबरें (हरजिंदर सिंह, सोनू )। ऑल इंडिया कार डीलर्स एसोसिएशन (एआईसीडीए) की आज यहां संपन्न हुई 24वीं वार्षिक आम सभा में एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेएस नेयोल ने कहा कि कार बाजार एवं डीलर्स का कारोबार देश भर में अढ़ाई लाख करोड़ सालाना का है व इस कारोबार से लाखों लोगों के परिवार अपनी रोजी-रोटी कमा खा रहे हैं परन्तु फिर भी ये कारोबार पूरी तरह से उपेक्षा का शिकार है। जेएस नेयोल, मजदूरों कामगारों की संस्था इंटक के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी हैं, ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कहा कि उन्होंने संस्था की पिछली आम बैठक में सरकार से जल्द से जल्द कार बाजार एवं डीलर्स के कामकाज को इंडस्ट्री का दर्जा देने की मांग उठाई थी ताकि इस क्षेत्र से जुड़े लोग बैंकों से कर्ज लेकर अन्य उद्योगों की तरह अपने कारोबार को आगे बढ़ा सकें व आम जनता को बेहतर सुविधाएँ प्रदान करने में सक्षम हो सकें। उन्होंने जानकारी दी कि सरकार ने उनकी इस मांग को पूरा करते हुए ट्रेड सर्टिफिकेट को लाने की तैयारी कर दी है व गुजरात एवं राजस्थान में इसका ट्रायल आरम्भ हो गया है। उम्मीद है कि अगले एक साल में ये पूरे देश में सुचारू रूप से जारी करने शुरू हो जाएंगे, जिससे पुरानी कारों के कारोबारियों को व्यापार काफी सुविधा मिलेगी। इससे एक तो चोरी चकारी, तस्करी, हत्या एवं बलात्कार आदि जैसे जघन्य अपराधों पर रोकथाम पर लगाम लग सकेगी, वहीं कारोबार में भी सहूलत होगी। बैठक में सरकार की स्क्रैप पॉलिसी में सुधार की गुंजाइश को रेखांकित करते हुए मांग की गई कि इस कानून को लागू करते समय किसी भी गाड़ी की गुणवत्ता को ध्यान में रखना उपभोक्ता के हित में होगा।

चंडीगढ़ की विजय: 23वीं राष्ट्रीय एथलेटिक्स चैंपियनशिप फॉर द ब्लाइंड में चंडीगढ़ का अभूतपूर्व प्रदर्शन

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चंडीगढ़ ( हरजिंदर सिंह, सोनू ) । सोसाइटी फॉर द केयर ऑफ़ ब्लाइंड सेक्टर 26 के खिलाड़ियों ने 13 से 16 दिसंबर 2024 तक नाडियाड, गुजरात के स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में आयोजित 23वीं राष्ट्रीय एथलेटिक्स चैंपियनशिप फॉर द ब्लाइंड में अभूतपूर्व सफलता प्राप्त की है। यह प्रतिष्ठित कार्यक्रम भारतीय दृष्टिहीन खेल संघ और गुजरात पैरा स्पोर्ट्स एसोसिएशन द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किया गया था । यह भारत में दृष्टिहीन खिलाड़ियों के लिए सबसे बड़ा और महत्वपूर्ण खेल आयोजन है। संस्था अपने खिलाड़ियों, समर्पित कोचिंग टीम और चंडीगढ़ के सभी समर्थकों को दिल से बधाई देती हैं, जिन्होंने इस अद्वितीय सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। चंडीगढ़ की आठ सदस्यीय टीम, जिसमें चार लड़के और चार लड़कियां शामिल थीं, ने पुरुषों और महिलाओं की टी -11, टी -12 और टी -13 श्रेणियों में शानदार प्रतिस्पर्धा की। संस्था के छह खिलाड़ी (4 लड़के और 2 लड़कियां), एसजीजीएस कॉलेज सेक्टर-26 चंडीगढ़ की एक लड़की और डीएवी कॉलेज सेक्टर-11 चंडीगढ़ की एक अन्य लड़की ने इस प्रतियोगिता में भाग लिया। उनके साहस और दृढ़ संकल्प ने प्रतियोगिता के दौरान शानदार प्रदर्शन किया। चंडीगढ़ टीम का प्रदर्शन असाधारण था, जिसमें खिलाड़ी 28 पदक (8 स्वर्ण, 8 रजत और 12 कांस्य) के साथ वापस लौटे। इसके अलावा, महिला वर्ग टीम को टी -11 श्रेणी में प्रतिष्ठित टीम चैंपियनशिप ट्रॉफी भी प्राप्त हुई, जो बिना दृष्टि वाले खिलाड़ियों के लिए आरक्षित है। यह शानदार उपलब्धि हमारे खिलाड़ियों की मेहनत और समर्पण को उजागर करती है। यह असाधारण उपलब्धि राकेश शर्मा, शारीरिक शिक्षा के व्याख्याता और कोच की विशेषज्ञता और मार्गदर्शन के बिना संभव नहीं हो पाती, जो चंडीगढ़ के सेक्टर 7 स्थित स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में खिलाड़ियों को प्रशिक्षित कर रहे हैं। उनके निरंतर समर्पण और कोचिंग विशेषज्ञता ने टीम की सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। हम उन समर्पित गाइड रनर्स का भी दिल से आभार व्यक्त करते हैं, जिनका योगदान टी -11 श्रेणी में विशेष रूप से महत्वपूर्ण था। राधे श्याम, जसवंत सिंह और प्रकाश यादव को विशेष धन्यवाद। उनका समर्थन, उत्साहवर्धन और खिलाड़ियों के प्रति समर्पण खिलाड़ियों के श्रेष्ठ प्रदर्शन में मददगार रहा। वहीं विशेष सम्मान दिनेश कुमार कापिला (वरिष्ठ उपाध्यक्ष), सोसाइटी फॉर द केयर ऑफ़ ब्लाइंड को जाता है, जिनके निरंतर समर्थन और सकारात्मक दृष्टिकोण ने इस पहल के लिए शक्ति प्रदान की । गुरशरणजीत कौर, प्रधानाचार्य, और समर्पित शिक्षक और गैर-शिक्षक कर्मचारियों और समुदाय के सदस्यों के योगदान के लिए भी आभारी हैं। सोसाइटी फॉर द केयर ऑफ़ ब्लाइंड की ओर से, उन सभी व्यक्तियों और संगठनों का आभार व्यक्त किया गया जिन्होंने इस उपलब्धि में योगदान दिया। हम यह देखकर बहुत खुश हैं कि दृष्टिहीन खिलाड़ियों के लिए खेलों को बढ़ावा देने में और अधिक पहचान और समर्थन मिल रहा है, और हम चंडीगढ़ टीम की उपलब्धियों पर गर्व महसूस करते हैं। यह जानकारी सोसाइटी फॉर द केयर ऑफ़ ब्लाइंड सेक्टर 26 की सचिव सुपर्णा सचदेव ने दी ।

मेडिकल और संबंधित सेवाओं से जुड़ा रिक्यूटमेंट पोर्टल गेटमेडजाब हुआ लांच 

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चंडीगढ़। स्वास्थ्य सेवाओ की बढ़ती मांगों के दौर में, इस मेडिकल क्षेत्र मे भारत के 40 मिलियन ग्रेजूऐट्स के लिये शिक्षा से रोजगार में बदलाव एक चुनौती बना हुआ हे। सामान्य नौकरी पोर्टल अकसर नई प्रतिभाओं को इंडस्ट्री स्पेसिफिक भूमिकाओं से जोड़ने में विफल हो जाते हैं। इसी कमी को पूरा करने के लिये, टीम फियूचुरा नेक्सस द्वारा गेटमेडजाब, एक मेडिकल और सबंधित सेवाओं से जुड़ा रिक्यूटमेंट (रोज़गार भर्ती) प्लेटफार्म लांच किया है, जो ग्रेजूऐट्स के लिये संभावनाओं को तलाशेगा और इम्पलायर्स को सहजता से तलाशनें में मदद करेगा।
चंडीगढ़ प्रेस क्लब में आयोजित एक लांचिंग अवसर के बाद प्रेस कांफ्रेस को संबोधित करते हुये स्टार्टअप के संस्थापक और सीईओ अजय भारद्वाज ने कहा कि गेटमेडजाॅब का विशेष फोकस छात्रों, नये ग्रेजूऐट्स और अनुभवी प्रतिभाओं पर है। यह प्लेटफार्म युवा प्रोफेशनल्स को इंटर्नशिप और नौकरियों से जोड़ता है।  फार्मास्यूटिकल्स, हेल्थकेयर, आईटी और होस्पिटल मैनेजमेंट जैसे क्षेत्रों में करियर को सशक्त बनाता है। इम्पलायर्स और नौकरी की तलाश वालों दोनों की जरूरतों को पूरा करके, यह पोर्टल दोनों पक्षों के लिये सहायक होगा जिसमें इम्पलायर्स को कुशल प्रतिभा और उम्मीदवारों के लिये अनुकूल अवसर मिले । गेटमेडजाॅब एक ऐसा आंदोलन है जो स्वास्थ्य सेवा में भर्ती को बदल रहा है, बेरोजगारी को कम कर रहा है और लोगों को सशक्त बना रहा है। अपने पूर्ण पैमाने पर लांच के साथ इसका उद्देश्य भारत और विश्व स्तर पर रिक्रूटमेंट को नया रूप देना है जिससे सभी के लिये एक स्वस्थ और बेहतरीन समृद्ध भविष्य का निर्माण किया जा सके।