Saturday, July 27, 2024
Home Blog

जीएमसीएच सेक्टर -32 सफाई कर्मचारी यूनियन रजिस्ट्रेशन 543 के हुए चुनावविजय घोषित हुए ओम कैलाश ,184 वोटों से रवि मच्छल को हराया

0

चंडीगढ़। गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल सेक्टर 32 में सफाई कर्मचारी यूनियन रजिस्टर 543 के चुनाव हुए जिसमें दो उम्मीदवारों ने नामांकन भरा था एक तरफ थे ओम कैलाश और दूसरी तरफ थे रवि मच्छल ।
इस दौरान चुनाव में टोटल 383 वोट पड़े जिसमें से 12 वोटों को अमान्य घोषित किया गया । वहीं ओम कैलास को 282 वोट और रवि मच्छल को 89 वोट पड़े । जिसके चलते ओम कैलाश 184 वोट से विजय घोषित हुए । ओम कैलाश ने प्रधान बनते ही कहा कि वह सफाई कर्मचारियों के हकों के लिए हमेशा तत्पर रहेंगे । उन्होंने कहा कि किसी भी सफाई कर्मचारी को कोई भी समस्या आती है तो वह उसके साथ कंधे से कंधा मिलाकर हमेशा खड़े रहेंगे ।

भारतीय जनता युवा मोर्चा चंडीगढ़ ने निकाली मशाल जलूस, सेक्टर 17 प्लाजा गूंजा ‘जय-जय भारत’युवा मोर्चा ने जवानों के अदम्य साहस और शौर्य का किया स्मरण

0

चंडीगढ़। कारगिल विजय दिवस पर वीरवार को प्लाजा 17 में तिरंगा यात्रा निकाली गई। वर्ष 1999 में पाकिस्तान की ओर से जम्मू कश्मीर के कारगिल में सेना और आतंकियों की घुसपैठ की गई थी और एक बड़े भूभाग पर कब्जा जमाने की तैयारी थी. हालांकि भारतीय सेना ने अदम्य साहस, शौर्य और शक्ति का प्रदर्शन करते हुए पाकिस्तान के नापाक मंसूबों को सफल होने नहीं दिया। 25 साल पहले 26 जुलाई को ही भारतीय सेना ने टाइगर हिल पर अपना तिरंगा लहराया था और युद्ध जीतने की घोषणा की। इसी जीत की याद और सैनिकों के बलिदान के स्मरण में कारगिल विजय दिवस मनाया जाता है। कारगिल विजय दिवस भारत की आन-बान और शान का प्रतीक है।
चंडीगढ़ में आयोजित विजय दिवस समारोह को खास बनाने के लिए पूर्व संध्या पर अध्यक्ष महकवीर संधू के नेतृत्व में युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने वॉर मेमोरियल सेक्टर 3 मे दीप प्रज्वलित कर उन्हें याद किया व सेक्टर 17 प्लाजा में मशाल यात्रा आयोजित की। इस महत्वपूर्ण दिवस के विषय में विस्तार से बताते हुए युवा मोर्चा प्रभारी रमेश सहोड़ ने कहा कि 26 जुलाई 1999 में भारतीय सेना के पराक्रम से पाकिस्तानी घुसपैठियों को भारत की सीमाओं से भगाने पर विवश कर दिया गया था। 25 वर्ष पूर्व भारतीय सेना एवं वायु सेना के सम्मिलित अभियान से आपरेशन विजय चलाकर एलओसी स्थित कश्मीर और लद्दाख के बीच स्थित दुर्गम और ऊंची पहाड़ी चौकियों को दुश्मन से खाली करवाया गया। हालांकि इस युद्ध में भारत के 527 वीर जवान अद्भुत पराकर्म दिखाते हुए बलिदान हुए। परन्तु भारतीय सीमा से दुश्मन को बेदखल कर 26 जुलाई को आज के ही दिन गौरवशाली जीत हासिल की। युवा मोर्चा अध्यक्ष महकवीर संधू व सैकड़ों युवाओं ने माल्यार्पण कर बलिदानियों को श्रद्धांजलि समर्पित की व उनके बलिदान का स्मरण किया। यह कार्यक्रम भारतीय सेना की वीरता का जश्न मनाते हुए एकता का संदेश सम्पूर्ण भारत वर्ष में पहुंचाएगा। उक्त कार्यक्रम में युवा मोर्चा महामंत्री शानू डूबे, उपाध्यक्ष अभय झा, उपाध्यक्ष कमल शर्मा, कंवर राणा, मुकेश मेहरा,मोनू चौधरी,खुशबू वर्मा, वंदना, रोहित भट्ट, कर्णपाल राणा, अनंत चौधरी, मीडिया प्रभारी समीर गुप्ता, सह प्रभारी विनायक बंगिया, एवं युवा मोर्चा के समस्त कार्यकर्ता उपस्थित थे।

कार्निवाल में खाने-पीने के स्वादिष्ट व्यंजन और झूले रहेंगे आकर्षण का केंद्र

0

चंडीगढ़। सिटी ब्यूटीफुल में धूूम मचाने के लिए एक बार फिर से कार्निवाल आ गया है। बृहस्पतिवार की शाम चंडीगढ़ के मेयर कुलदीप कुमार ने विधिवत रूप से इस तीज एवं जन्माष्टमी कार्निवाल का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उनके साथ एरिया पार्षद प्रेमलता और पार्षद जसबीर सिंह बंटी, पुनीत छाबड़ा ( स्वर्गीय प्रदीप छाबड़ा के भतीजे) और आयोजक अयोध्या प्रकाश सहित अन्य भी उपस्थित थे। कार्निवाल में यहां अगले लगभग तीन महीने तक लोग तमाम तरह के झूलों का लुत्फ उठा सकेंगे तो वहीं कई तरह के लजीज व्यंजन भी चखने का उन्हें मौका मिलेगा।
मेयर कुलदीप कुमार ने शहर में लगाये गए तीज एवं जन्माष्टमी कार्निवाल की सराहना की और कहा कि लोगों को ज्यादा से ज्यादा ऐसे कार्निवाल में आकर कारीगरों की हौंसला अफजाई करनी चाहिए। आयोजक एके इंटरप्राइजेज के मैनेजर अयोध्या प्रकाश ने बताया कि कार्निवाल में आकर्षण का केंद्र 115 फीट का विशालकाय फिश वाला प्रवेश द्वार है। उन्होंने कहा कि उनकी तरफ से कुछ समय पहले लगाया गया कार्निवाल लोगों को बेहद पसंद आया था, खासकर सिंगापुर एयरलाइन का जहाज। जोकि सभी के आकर्षण का केंद्र रहा। उसी को ध्यान में रखते हुए कुछ नया पेश करते हुए चंडीगढ़ में अनूठे तरह की यह विशालकाय फिश पहली बार बनाई गई है।
कार्निवाल में सिर्फ व्यंजनों के ही 10 स्टाल लगाए गए हैं। इसके अलावा नए झूले, कपड़े, ड्राई फ्रूट, फर्नीचर, आभूषण, क्रॉकरी और सजावटी सामान के भी स्टॉल लगाए गए हैं। यहां दर्शकों के लिए कार्निवाल का भव्य प्रवेश द्वार तैयार किया गया है। वहां रंग-बिरंगी लाइट के साथ सेल्फी प्वाइंट भी बनाया गया है। कर्निवाल का आनंद शाम पांच बजे से रात 10 बजे तक लिया जा सकता है। उन्होंने बताया कि आयोजकों की तरफ से इस बार कार्निवाल में आने वाले लोगों के लिए सुरक्षा के पूरी तरह से बंदोबस्त किए गए हैं। यहां झुलों पर सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त की गई है, वहीं किसी भी तरह की अनहोनी की दशा में स्थानीय हॉस्पिटल के साथ अनुबंध किया गया है। हॉस्पिटल की तरफ से एम्बुलेंस तुरंत उपलब्ध रहेगी। इसके अलावा कार्निवाल में जगह जगह सीसीटीवी और अग्निशमन यंत्र भी इनस्टॉल किए गए हैं।

फोर्टिस मोहाली के डॉक्टरों ने वॉटर वेपर थेरेपी के माध्यम से जटिल प्रोस्टेट समस्याओं से पीड़ित 73 वर्षीय व्यक्ति का किया इलाज

0

न्यूनतम इनवेसिव सर्जिकल उपचार दर्द रहित है और इसके लिए किसी एनेस्थीसिया या अस्पताल में रहने की आवश्यकता नहीं होती

चंडीगढ़ । बढ़े हुए प्रोस्टेट (बीपीएच) से पीड़ित एक 73 वर्षीय व्यक्ति, जिसके कारण उनकी किडनी खराब हो गई थी, जिसके लिए एकयूरीनरी कैथेटर भी डाला गया था। ऐसे हालात के मरीज को फोर्टिस हॉस्पिटल में वॉटर वेपर थेरेपी (रेज़म) के माध्यम से एक नया जीवन दिया गया। प्रोस्टेट के लिए मिनिमल इनवेसिव सर्जिकल उपचार का नवीनतम रूप है, जो फोर्टिस हॉस्पिटल, मोहाली में उपलब्ध है। वॉटर वेपर थेरेपी (रेज़म) एक दर्द रहित डे-केयर प्रक्रिया है जो उच्च जोखिम वाले रोगियों या युवा रोगियों को दी जाती है, जो अपनी प्रजनन क्षमता को संरक्षित करना चाहते हैं। दीर्घकालिक प्रभाव पारंपरिक प्रक्रिया के समान हैं।
रोगी को स्ट्रोक भी हुआ था और वह हृदय रोग भी पीड़ित थे, जिसके लिए उनकी कार्डियक स्टेंटिंग की गई थी और उन्हें रक्त पतला करने वाली दवा दी जा रही थी। बीपीएच के इस मामले में सर्जरी की आवश्यकता थी। क्योंकि यह एक उच्च जोखिम वाला मामला था, इसलिए सर्जरी कराना उनके लिए जानलेवा हो सकता था। मरीज ने कई अस्पतालों का दौरा किया लेकिन आखिरकार इस साल मई में फोर्टिस अस्पताल, मोहाली के यूरोलॉजी, एंड्रोलॉजी और रोबोटिक सर्जरी विभाग के कंसलटेंट डॉ. रोहित डधवाल से संपर्क किया। गहन जांच के बाद, रोगी के लिए वॉटर वेपर थेरेपी की योजना बनाई गई। इस प्रक्रिया में एक विशेष हाथ से पकड़े जाने वाले रेडियोफ्रीक्वेंसी उपकरण के माध्यम से प्रोस्टेटिक पैरेन्काइमा के अंदर वॉटर वेपर को इंजेक्ट करना शामिल है, जो समय के साथ प्रोस्टेट के प्रगतिशील दबाव और लक्षणों में सुधार की ओर ले जाता है। पूरी प्रक्रिया में लगभग पांच मिनट का समय लगता है और मरीज को कैथेटर पर छुट्टी दे दी जाती है, जिसे एक सप्ताह के बाद हटा दिया जाता है।
इस प्रक्रिया में प्रोस्टेट ऊतक को काटने की आवश्यकता नहीं होती है, इसलिए कोई रक्तस्राव नहीं होता है, और कोई दर्द नहीं होता है। यह प्रक्रिया स्थानीय एनेस्थीसिया के तहत की जाती है और रोगी को एक घंटे तक निगरानी में रखा जाता है।
मामले पर चर्चा करते हुए, डॉ. डधवाल ने कहा कि रोगी को 23 मई को वॉटर वेपर थेरेपी दी गई और प्रक्रिया के एक घंटे बाद हॉस्पिटल से छुट्टी दे दी गई। चूंकि उनकी किडनी बीमारी से प्रभावित थी, इसलिए कैथेटर को दो सप्ताह तक रखा गया जब तक कि किडनी क्षति से ठीक नहीं हो गई। दो महीने बाद, मरीज पूरी तरह से ठीक है और सामान्य जीवन जी रहे है।
डॉ. डधवाल ने आगे कहा कि चूंकि बीपीएच बुढ़ापे में होता है, इसलिए अधिकांश रोगियों में हृदय संबंधी और अन्य सहवर्ती (कॉर्बिडिट्स) बीमारियां होती हैं। ऐसे मामलों में, मरीज़ रक्त-पतला करने वाली दवाएं ले रहे होते हैं, जिससे प्रक्रिया के दौरान रक्तस्राव की उच्च संभावना हो सकती है, साथ ही कई बीमारियों और बुढ़ापे के कारण पेरी और पोस्ट-ऑपरेटिव जोखिम बढ़ जाता है। ऐसे मरीजों के लिए यह प्रक्रिया वरदान है।
उन्होंने कहा कि इसके अलावा, टीयूआरपी या होलेप जैसी पारंपरिक प्रोस्टेट सर्जरी से वीर्यपात और नपुंसकता जैसे यौन समस्याएं होती हैं। बीपीएच के लक्षण वाले युवा रोगियों के लिए, जो अपनी प्रजनन क्षमता को बरकरार रखना चाहते हैं, यह उन कुछ उपचार विकल्पों में से एक है जो ऐसी राहत प्रदान करता है। अब उपलब्ध लंबे समय के आंकड़ों से पता चलता है कि इस थेरेपी का प्रभाव टीयूआरपी के समान है, लेकिन यह एनेस्थीसिया और हॉस्पिटल में भर्ती की आवश्यकता को सिरे से नकारता है।

कारगिल विजय दिवस के उपलक्ष्य में एक पेड़ शहीदों के नाम कार्यक्रम का हुआ आयोजन

0

चंडीगढ़ । भारत विकास परिषद जोन पश्चिम 6 और जय मधुसूदन जय श्रीकृष्ण फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में कारगिल विजय दिवस के उपलक्ष्य में राजकीय आदर्श ऊच्च विद्यालय सेक्टर 41 ए चंडीगढ़ में एक पेड़ शहीदों के नाम अभियान की शुरुआत करते हुए पौधरोपण किया गया। फाउंडेशन के संस्थापक भारतीय वायु सेना के पूर्व फ्लाइट इंजीनियर प्रभुनाथ शाही ने भारतमाता के महान सपूतों को नमन करते हुए सभी को विजय दिवस की अग्रिम शुभकामनाएं देते हुए एक पौधा शहीदों के नाम लगाने और बचाने का आग्रह किया । शाही ने बताया कि उन्हें गर्व है कि कारगिल युद्ध के दौरान भारतीय वायु सेना में चंडीगढ़ में कार्यरत रहते हुए पूरे समर्पण और तत्परता से देश की रक्षा में अपना योगदान दिया । उन्होंने विद्यार्थियों से पेड़, पानी और कचरा प्रबंधन पर विस्तृत चर्चा की ।


जोनल कॉर्डिनेटर महेश गुप्ता ने सभी को औषधीय पौधों के उपयोगिता की जानकारी दी और विद्यार्थियों को साहित्य एवं पुरस्कार दिया गया। सभी अतिथियों और शिक्षकों को औषधीय पौधे सप्रेम भेट किया गया। विद्यालय की प्रधानाध्यापिका सुनीता ने इस आयोजन और महत्वपूर्ण जानकारी के लिए भारत विकास परिषद और जय मधुसूदन जय श्रीकृष्ण फाउंडेशन का धन्यवाद किया । इस कार्यक्रम को सफल बनाने में अशोक गोयल,डी एस पनवर,सुभाष शर्मा,रमन शर्मा,तोमर ,रजनी गर्ग,संजय कुमार,राम सिंगार यादव और रजनीश राणा का विशेष सहयोग रहा।

ज्ञानीज़ ने मोहाली में अपने 300वें आउटलेट की ओपनिंग की

0

मोहाली । पिछले छह दशकों के दौरान ज्ञानीज़ की यात्रा उल्लेखनीय रही है, अपने स्वादिष्ट आईसक्रीम्स और स्वीट्स के लिए विख्यात ब्राण्ड ने मोहाली आउटलेट के साथ अपना 300वां आउटलेट खोलने की घोषणा की है। उपभोक्ताओं को बेजोड़ अनुभव प्रदान करने वाले इस नए स्टोर का उद्घाटन पंजाबी फिल्म जगत की जानी-मानी अभिनेत्री सारा गुरपाल ने किया। इस अवसर पर ब्राण्ड के डायरेक्टर्स गुरप्रीत सिंह और आनंदप्रीत सिंह भी मौजूद रहे। स्थायित्व, इनोवेशन और गुणवत्ता पर ध्यान केन्द्रित करते हुए ज्ञानीज़ उपभोक्ताओं के बीच खुशियां और मिठास बिखेरने के लिए निरंतर प्रयासरत रहा है।
भव्य ओपनिंग के दौरान मेहमानों को ब्राण्ड की सिगनेचर आईसक्रीम्स, संडेज़, शेक्स और पारम्परिक स्वीट्स का लुत्फ़ उठाने का मौका मिला। नए स्टोर के आकर्षक माहौल में उन्हें ऐसे पल बिताने का अवसर मिला, जो इंस्टाग्राम पर यादगार बन गए। ज्ञानीज़ ने 300 स्टोर्स की उपलब्धि तक पहुंचने के लिए लम्बी दूरी तय की है। ब्राण्ड देश के अधिक से अधिक शहरों और नगरों तक पहुंचने की योजना के साथ निरंतर विस्तार कर रहा है। गुरप्रीत सिंह डायरेक्टर एवं संस्थापक के पोते ने कहा कि हम अपने 300वें आईसक्रीम आउटलेट का उद्घाटन कर रहे हैं, हम अपने उपभोक्ताओं को गुणवत्तापूर्ण डेज़र्ट्स के साथ यादगार अनुभव प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। यह उपलब्धि हमारी टीम के समर्पण और हर स्कूप के साथ खुशियां बिखेरने के हमारे मिशन की पुष्टि करती है। गुरप्रीत सिंह डायरेक्टर एवं संस्थापक के पोते ने कहा कि हमारे 300वें स्टोर का उद्घाटन का सपना सच होने की तरह है। हमारी इस उपलब्धि पर ज्ञानीज़ परिवार को गर्व है, हम पीढ़ियों से इसी समर्पण और जुनून के साथ मिठास बिखेरते आए हैं। हमारा उद्देश्य स्वादिष्ट व्यंजनों के माध्यम से उपभोक्ताओं को खुशियां प्रदान करना है। इस स्टोर के साथ ही हम मोहाली के शानदार लोगों के साथ खास पल बिताने को लेकर बेहद उत्सुक है।
दिल्ली में मामूली सी शुरूआत के बाद ज्ञानीज़ स्वादिष्ट एवं उच्च गुणवत्ता की आईसक्रीम का पर्याय बन चुका है, जिसे हर घर में जाना जाता है। यह उपलब्धि देश भर के डेज़र्ट प्रेमियों को बेहतरीन आईसक्रीम, संडे, फलूदा और पारम्परिक भारतीय मिठाईयां उपलब्ध कराने की ब्राण्ड की प्रतिबद्धता की पुष्टि करती है। 300वां आउटलेट ज्ञानीज़ की यात्रा में बड़ी उपलब्धि है, जो लाखों उपभोक्ताओं के प्यार एवं भरोसे, असंख्य कर्मचारियों एवं फ्रैंचाइज़ की कड़ी मेहनत और हमारे संस्थापकों के दृष्टिकोण का प्रतीक है। ज्ञानीज़ एक आईसक्रीम ब्राण्ड से कहीं बढ़कर है, यह स्वाद, यादों और खुशियों का जश्न है।

औद्योगिक क्षेत्र में आ रही समस्याओं को लेकर मेयर को सौंपा ज्ञापन

0

चंडीगढ़ । चंडीगढ़ व्यापारी एकता मंच के पदाधिकारियों के द्वारा औद्योगिक क्षेत्र फेस-2 में आ रही समस्याओं को लेकर बुधवार को चंडीगढ़ महापौर कुलदीप कुमार को ज्ञापन सौंपा गया । चंडीगढ़ व्यापारी एकता मंच के महासचिव दीपक शर्मा ने बताया कि चंडीगढ़ व्यापारी एकता मंच के कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में चंडीगढ़ महापौर कुलदीप कुमार उपस्थित रहे। उनके साथ ही एरिया पार्षद नेहा भी उपस्थित रहीं। चंडीगढ़ व्यापारी एकता मंच के प्रधान योगेश कपूर एवं महासचिव दीपक शर्मा ने फूलों का गुलदस्ता देकर मेयर का स्वागत किया और एरिया पार्षद नेहा का स्वागत अशोक तिवारी के द्वारा किया गया।उन्होंने बताया कि औद्योगिक क्षेत्र में व्यावसायिक समुदाय द्वारा झेली जा रही कई महत्वपूर्ण समस्याओं के बारे महापौर को ज्ञापन सौंपने के साथ साथ बातचीत भी की, जैसे समस्याओं में उच्च कचरा संग्रहण शुल्क, अग्नि नीति प्रवर्तन, सार्वजनिक शौचालयों की कमी और अपर्याप्त पार्किंग स्थल शामिल हैं।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से चंडीगढ़ व्यापारी एकता मंच से योगेश कपूर, लघु उद्योग भारती से अवि भसीन फर्नीचर एसोसिएशन से नरेश कुमार, चंडीगढ़ इंडस्ट्रियल यूथ एसोसिएशन से हरिंदर सिंह स्लैच, इंडस्ट्रियल शेड एसोसिएशन से जरनैल सिंह, क्रोकरी एसोसिएशन से नरेश गर्ग आदि शामिल हुये। अंत में चंडीगढ़ महापौर कुलदीप कुमार ने अपने वक्तव्य में आश्वासन दिया कि वह अपने कार्यकाल में विज्ञापन में दिए गए कामों में से तीन चार काम तो जरूर करके उद्योग क्षेत्र के लोगों को निजात दिलाएंगे।

एसडी कॉलेज में ट्रांसजेंडर व्यक्तियों के कल्याण पर चर्चा के लिए आयोजित हुआ जागरुकता शिविर

0

कॉलेज ने ट्रांसजेंडर व्यक्तियों के सामने आने वाले मुद्दों के समाधान के लिए एंटी डिसक्रिमिनेशन सैल की स्थापना का रखा प्रस्ताव

चंडीगढ़। सेक्टर-32 स्थित गोस्वामी गणेश दत्त सनातन धर्म कॉलेज की ओर से ट्रांसजेंडर व्यक्तियों के कल्याण पर चर्चा और उसे बढ़ावा देने के उद्देश्य से एक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में विभिन्न महत्वपूर्ण पहलुओं पर ध्यान केंद्रित किया गया, जिनमें विकलांग ट्रांसजेंडर व्यक्तियों के लिए पेंशन, हॉस्टल आवास, पाठ्य पुस्तकों का प्रावधान, एंटी डिसक्रिमिनेशन सैल की स्थापना और ट्रांसजेंडर व्यक्तियों के लिए समावेशी शिक्षा को बढ़ावा देना शामिल था। शिविर में कॉलेज के कर्मचारियों और छात्रों की सक्रिय भागीदारी देखी गई, जिससे समावेशी और सहयोगी वातावरण को बढ़ावा देने के प्रति उनकी प्रतिबद्धता दिखी।


यूटी प्रशासन के समाज कल्याण विभाग के ट्रांसजेंडर सैल के अमित ने शिविर का संचालन किया तथा ट्रांसजेंडर व्यक्तियों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए उठाए जा सकने वाले कदमों और पहलों पर बहुमूल्य जानकारी और अंतर्दृष्टि साझा की। भेदभाव के खिलाफ चल रहे प्रयासों को सुनिश्चित करने के लिए, जीजीडीएसडी कॉलेज ने संस्थान के भीतर ट्रांसजेंडर व्यक्तियों के सामने आने वाले मुद्दों के समाधान के लिए एक एंटी डिसक्रिमिनेशन सैल की स्थापना और एक नोडल अधिकारी की नियुक्ति का प्रस्ताव रखा। जीजीडीएसडी कॉलेज के ब्वॉयज हॉस्टल के चीफ वार्डन डॉ. वीरेंद्र सिंह ने इस तरह की पहल के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि सभी छात्रों के लिए एक सहयोगी और समावेशी वातावरण बनाना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। यह जागरूकता शिविर यह सुनिश्चित करने की दिशा में एक कदम है कि ट्रांसजेंडर व्यक्तियों को वह सम्मान, गरिमा और अवसर मिले जिसके वे हकदार हैं। प्रिंसिपल डॉ. अजय शर्मा ने कॉलेज के प्रयासों पर गर्व व्यक्त किया। हम एक ऐसा वातावरण बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं जहां प्रत्येक व्यक्ति, चाहे व पुरुष है या महिला, मूल्यवान और समर्थित महसूस करे। उन्होंने कहा कि एंटी डिसक्रिमिनेशन सैल की स्थापना और नोडल अधिकारी की नियुक्ति इस लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम हैं।
कॉलेज के इक्वल आपरच्युनिटी की प्रभारी गगनप्रीत वालिया ने शिक्षा और जागरूकता के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि समावेशी शिक्षा हमारे समाज के समग्र विकास के लिए आवश्यक है। इस शिविर ने न केवल जागरूकता बढ़ाई है, बल्कि भविष्य की पहलों की नींव भी रखी है, जिससे ट्रांसजेंडर व्यक्तियों को लाभ होगा। उन्होंने कहा कि हम अपने सभी छात्रों के लिए समान अवसर सुनिश्चित करने के लिए समर्पित हैं। जागरूकता शिविर ने जीजीडीएसडी कॉलेज की समावेशिता और समानता के प्रति प्रतिबद्धता को रेखांकित किया तथा अन्य संस्थानों के लिए मिसाल कायम की।

खालसा कॉलेज मोहाली में 31 जुलाई तक ले सकेंगे दाखिला

0

उच्च शिक्षा और विभिन्न मनोरंजक गतिविधियों, जैसी सुविधाओं से परिपूर्ण कॉलेज, प्लेसमेंट सर्विसेज में भी आगे

मोहाली । बेहतरीन शिक्षा और सुविधाओं से परिपूर्ण मोहाली 3 ए स्थित खालसा कॉलेज (अमृतसर) ऑफ टेक्नोलॉजी एंड बिजनेस स्टडीज, फेज 3 ए, मोहाली में विद्यार्थी अपना दाखिला 31 जुलाई तक करवा सकते हैं। इस तारीख को विद्यार्थियों के अनुरूप बढ़ाया भी जा सकता है। इस संबंध में जानकारी देते हुए खालसा कॉलेज (अमृतसर) ऑफ टेक्नोलॉजी एंड बिजनेस स्टडीज की प्रिंसिपल डॉ हरीश कुमारी ने बताया कि खालसा।कॉलेज मोहाली खालसा कॉलेज चैरिटेबल सोसाइटी, अमृतसर के तत्वावधान में चलाया जा रहा है, जो कि पंजाबी विश्वविद्यालय, पटियाला से एफिलिएटिड है। जो कि विभिन्न कोर्सो के माध्यमों से शिक्षा का अलख विद्यार्थियों में जगा रहा है ।

उन्होंने बताया कि इस कॉलेज में विद्यार्थी बीए, बीसीए, बीबीए, बी कॉम, बी कॉम (ऑनर्स), एमबीए, एमएससी आई टी, एमए सोशियोलॉजी, एम कॉम, पीजीडीसीए जैसे ग्रेजुएशन व पोस्टग्रेजुएट कोर्स कर सकता है। कॉलेज का अध्यापक स्टाफ विद्यार्थियों की पढ़ाई में पूरी मदद करने के लिए तत्पर रहता है। यहां विद्यार्थियों का मैनेजमेंट पूरा ध्यान रखता है। कॉलेज में अध्यापक सभी हाई क्वालीफाई है, जबकि मैनेजमेंट सुव्यवस्थित है। डॉ हरीश कुमारी ने बताया कि खालसा कॉलेज चैरिटेबल सोसाइटी (केसीसीएस) अमृतसर सफलतापूर्वक 19 शैक्षिक अभियान चला रही है, जिनमें से सबसे पुराने सिख संस्थान सहित संस्थान खालसा कॉलेज, अमृतसर है। उन्होंने कहा कि खालसा कॉलेज मोहाली विद्यार्थियों को एक आदर्श माहौल और अकादमिक की विस्तृत चौड़ाई प्रदान करता है । विकल्प, जो समय की जरूरतों के लिए सीधे प्रासंगिक हैं।

उन्होंने बताया कि कॉलेज में विद्यार्थियों को पढ़ाई के साथ विभिन्न गतिविधियों में भाग लेने के लिए प्रेरित किया जाता है ताकि उनका मनोबल सदैव बढ़ा रहे और वे किसी भी क्षेत्र में अपना बेहतर प्रदर्शन कर सकें। यह गतिविधियां समय समय पर आयोजित की जाती रहती हैं। उन्होंने बताया कि कॉलेज में समय समय पर ज्ञानवर्धक सेमिनार भी आयोजित किए जाते हैं ताकि उनमें नए विचारों का समावेश हो सके। उन्होंने बताया कि कॉलेज में प्लेसमेंट सेल भी है जहाँ से उनको साक्षात्कार के उपरांत नौकरियां मिलती हैं। अनुभवी की एक टीम से परिपूर्ण प्लेसमेंट सेल सक्रिय रूप से एक्सिस बैंक, इंडसइंड बैंक, टेक अप्लाई 4 स्टडी, भारत लॉजिक्स आईटी, एंटीयर सॉफ्टवेयर सॉल्यूशंस, नोवेम कंट्रोल्स प्राइवेट लिमिटेड, एम वॉक डीएमसी प्राइवेट लिमिटेड आदि प्लेसमेंट कैंपेन आयोजित करने और लगभग 3.0 लाख सीटीसी पैकेज के साथ इंटर्नशिप के अवसरों की सुविधा प्रदान करने की है। रणनीतिक सहयोग और नेटवर्किंग कार्यक्रमों के माध्यम से, कॉलेज मैनेजमेंट अपने छात्रों को करियर पथ और नौकरी की संभावनाओं की एक विस्तृत श्रृंखला से अवगत कराने का प्रयास करते हैं। इसके अलावा, प्लेसमेंट सेल छात्रों को उनके करियर की यात्रा में सशक्त बनाने के लिए व्यापक सहायता सेवाएँ प्रदान करता है। व्यक्तिगत करियर परामर्श सत्रों से लेकर बायोडाटा बनाने और साक्षात्कार की तैयारी पर कार्यशालाओं तक, कॉलेज मैनेजमेंट छात्रों को उनकी पूरी क्षमता को अनलॉक करने में मदद करने के लिए आवश्यक मार्गदर्शन और संसाधन प्रदान करते हैं।

अर्थव्यवस्था के स्र्वांगीण विकास की शुरुआत करेगा बजट:पीएचडीसीसीआई

0

चंडीगढ़। केंद्र सरकार द्वारा पेश किया साल 2024-25 का बजट देश में अर्थव्यवस्था के स्र्वांगीण विकास की शुरूआत करेगा। उक्त विचार पीएचडी चैंबर ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्री पंजाब चेप्टर के चेयर आर.एस. सचदेवा ने केंद्रीय बजट पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए व्यक्त किए। उन्होंने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को अत्यधिक व्यावहारिक, परिवर्तनकारी और प्रगतिशील बजट के लिए बधाई देते हुए कहा कि बजट में कौशल और एमएसएमई पर विशेष ध्यान दिया गया है। उन्होंने प्राकृतिक खेती पर ध्यान केंद्रित करने और एमएसएमई और विनिर्माण पर विशेष जोर देने के सरकार के प्रयासों की सराहना की और कहा कि ये पहल अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत के विकास को बढ़ाएगी। उन्होंने माना कि पारंपरिक सूक्ष्म और लघु उद्योगों के लिए बजट का समर्थन विकसित भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए महत्वपूर्ण है। इसके अतिरिक्त, उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि सभी वर्गों के निवेशकों के लिए एंजल टैक्स को समाप्त करने से एंजल निवेशकों की वृद्धि को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है, जिससे स्टार्टअप के लिए आवश्यक निवेश उपलब्ध होगा।
पीएचडीसीसीआई के पंजाब राज्य चैप्टर के सह-अध्यक्ष करण गिल्होत्रा ने बजट 2में युवाओं के लिए रोजगार के अवसर पैदा करने और महिला विकास की योजनाओं के लिए 3 लाख करोड़ रुपये से अधिक के आवंटन के लिए सरकार की प्रतिबद्धता का स्वागत किया। उन्होंने राष्ट्रीय कॉरिडोर विकास कार्यक्रम के तहत बारह औद्योगिक पार्कों की आगामी घोषणा का भी उल्लेख किया, जो देश के समग्र विकास में योगदान देगा। पीएचडीसीसीआई पंजाब चेप्टर के को-चेयर संजीव सिंह सेठी ने कहा कि प्रत्यक्ष विदेशी निवेश और विदेशी निवेश नियमों के सरलीकरण से भारत में अधिक बहुराष्ट्रीय कंपनियां निवेश करेंगी और इसके समग्र सकल घरेलू उत्पाद में वृद्धि होगी। उन्होंने कहा कि ऊर्जा संक्रमण मार्गों पर आगामी नीति दस्तावेज भारत को अपने स्वच्छ ऊर्जा लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद करेगा। पीएचडीसीसीआई चंडीगढ़ चेप्टर के चेयर मधु सूदन विज ने आज केंद्रीय बजट की सराहना करते हुए उल्लेख किया कि एमएसएमई के लिए मुद्रा ऋण की सीमा 10 लाख रुपये से बढ़ाकर 20 लाख रुपये करने से उन लोगों के लिए एमएसएमई को बड़ी मदद मिलेगी जिन्होंने पहले ऋण लिया है और सफलतापूर्वक चुकाया है। उन्होंने सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों द्वारा एमएसएमई ऋण के लिए एक नए मूल्यांकन मॉडल का प्रस्ताव करने के सरकार के फैसले की भी सराहना की, जो केवल परिसंपत्तियों और टर्नओवर मानदंडों पर निर्भर नहीं होगा, बल्कि अर्थव्यवस्था में एमएसएमई के डिजिटल पदचिह्नों पर आधारित होगा।
पीएचडीसीसीआई के चंडीगढ़ चैप्टर के सह अध्यक्ष सुव्रत खन्ना ने केंद्रीय बजट की सराहना करते हुए एमएसएमई और पारंपरिक कारीगरों को अंतरराष्ट्रीय बाजारों में अपना उत्पाद बनाने में सक्षम बनाने के लिए नए ई-कॉमर्स निर्यात केंद्र खोलने के फैसले का उल्लेख किया, जिससे एमएसएमई को वैश्विक स्तर पर अपनी पहचान बनाने में मदद मिलेगी।