Wednesday, July 9, 2025
HomeReligionसंत प्रवर विज्ञान देव महाराज के चंडीगढ़ आगमन पर विहंगम योग संत-समाज...

संत प्रवर विज्ञान देव महाराज के चंडीगढ़ आगमन पर विहंगम योग संत-समाज द्वारा स्वागत–अभिनंदन

चंडीगढ़। स्वर्वेद कथा के प्रवर्तक सुपूज्य संत प्रवर विज्ञान देव महाराज शनिवार को सेक्टर-37 स्थित परशुराम भवन पहुंचे। संत प्रवर विज्ञान देव महाराज के चंडीगढ़ आगमन पर विहंगम योग संत-समाज द्वारा प्रेम के साथ भव्य स्वागत–अभिनंदन किया गया। इस मौके पर विहंगम योग संत समाज, ट्राइसिटी के पदाधिकारी सहित समाज के अनुयायी मौजूद रहे जिनमे मुख्य रूप से अजय दूबे शामिल थे। मंच का संचालन जय मधुसूदन जय श्रीकृष्ण फाउंडेशन के संस्थापक और पर्यावरण सेवक प्रभुनाथ शाही ने किया। इस कार्यक्रम में संत प्रवर विज्ञानदेव महाराज की दिव्य वाणी, दर्शन सानिध्य के साथ उनके कर कमलों से प्रसाद प्राप्त करने का सौभाग्य मिला।
परशुराम भवन में सभी व्यक्ति संत प्रवर विज्ञान देव महाराज से आध्यात्मिक मार्गदर्शन प्राप्त कर अभिभूत और कृतज्ञ भाव भावविभोर हुए जा रहे थे। इस दौरान चंडीगढ़ के पूर्व मेयर अरुण सूद, सीनियर डिप्टी मेयर जसबीर सिंह बंटी, वैज्ञानिक डॉ. आमोद कुमार व डॉ.गणेश कुमार भी मौजूद थे। विभिन्न सामाजिक संस्थाओं के पदाधिकारी जिनमे हिंदू पर्व महासभा चंडीगढ़,श्री ब्राह्मण सभा चंडीगढ़,एसएस जैन सभा मोहाली,देवालय पूजक परिषद,गायत्री शक्ति पीठ मोहाली,भारत विकास परिषद,जय मधुसूदन जय श्रीकृष्ण फाउंडेशन,पूर्वांचल वेलफेयर एसोसिएशन चंडीगढ़ सहभागी रहे।

वहीं, शनिवार शाम को पिंजौर में भी संत प्रवर विज्ञान देव महाराज की दिव्य वाणी में स्वर्वेद कथामृत की ज्ञानधारा का अविरल प्रवाह हुआ। संत प्रवर विज्ञान देव महाराज ने सभी को वैदिक मंत्रोच्चारण करवा कर विहंगम योग की ध्यान साधना का अभ्यास करवाया। उन्होंने कहा कि दुखियों का दुख कम हो, सबको सुख मिले, सबकी इच्छाएं पूरी हो। यह महायज्ञ इसी भावना के साथ किया जा रहा है। उन्होंने स्वर्वेद कथा में बताया कि हम सब जीवात्माएं हैं। हमारे भीतर इच्छाशक्ति है, ज्ञानशक्ति है, हमारे भीतर प्रयत्नशक्ति है, हम सबके भीतर अनंत शक्ति है। स्वर्वेद के सिद्धांतों के प्रकाश में साधना, सत्संग करते हुए एक सेवक का जीवन ही सफल होता है। विहंगम योग संत समाज ट्राईसिटी के प्रमुख अजय दूबे ने बताया कि संत प्रवर स्वर्वेद के संदेश को लेकर समर्पण दीप अध्यात्म महोत्सव के निमित्त कश्मीर से कन्याकुमारी की यात्रा पर हैं। विहंगम योग संत समाज का 102 वाँ वार्षिकोत्सव 25000 कुण्डीय स्वर्वेद ज्ञान महायज्ञ 25 और 26 नवम्बर 2025 को स्वर्वेद महामंदिर धाम, उमरहाँ,वाराणसी के दिव्य और भव्य प्रांगण में संपन्न होगा और संत प्रवर ने सभी को इस कार्यक्रम में सादर आमंत्रित किए। वहीं, इस विशेष अवसर पर जय मधुसूदन जय श्रीकृष्ण फाउंडेशन और विहंगम योग संस्थान की ओर से नशामुक्त पर्यावरणयुक्त जन जागरण अभियान की शुरुआत भी हुई।

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -
Google search engine

Most Popular

Recent Comments