चंडीगढ़। गवर्नमेंट मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल (जीएमएसएसएस), धनास में बुधवार को वर्ल्ड स्कूल मिल्क डे कार्यक्रम मनाया गया। इस कार्यक्रम में लगभग 600 स्कूली छात्रों के अलावा चंडीगढ़ स्थित वेरका प्लांट की महाप्रबंधक रेणु धर, युवसत्ता-एनजीओ के संस्थापक प्रमोद शर्मा और स्कूल की प्रिंसिपल सीमा रानी ने भाग लिया। इस कार्यक्रम का आयोजन स्कूल के इको क्लब द्वारा वेरका चंडीगढ़ के सहयोग से किया गया था। कार्यक्रम की जानकारी देते हुए तथा अतिथियों का स्वागत करते हुए स्कूल के इको क्लब प्रभारी रमेश कुमार ने बताया कि वर्ल्ड स्कूल मिल्क डे की शुरुआत वर्ष 2000 में स्कूल मिल्क कार्यक्रमों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए की गई थी तथा यह प्रत्येक वर्ष सितंबर माह के अंतिम बुधवार को मनाया जाता है।
उन्होंने कहा कि हर साल दुनिया भर के कई देशों में कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। उन्होंने इस महत्वपूर्ण दिन को उचित तरीके से आयोजित करने में अपने ग्रामीण स्कूल का समर्थन करने के लिए वेरका को धन्यवाद दिया। युवसत्ता के संस्थापक प्रमोद शर्मा ने कहा कि प्रत्येक वर्ष वर्ल्ड स्कूल मिल्क डे के अवसर पर दुनिया भर में विभिन्न गतिविधियां आयोजित की जाती हैं। कुपोषण को समाप्त करना और स्वस्थ भोजन को सुलभ बनाना संयुक्त राष्ट्र सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी 2 – जीरो हंगर) का एक महत्वपूर्ण कंपोनेंट है। विद्यार्थियों से बातचीत करते हुए स्कूल की प्रिंसिपल सीमा रानी ने कहा कि पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराने के सबसे महत्वपूर्ण तरीकों में से एक के रूप में, स्कूल भोजन कार्यक्रम कुपोषण से लड़ने में मदद करते हैं। भोजन में प्रायः दूध और डेयरी जैसे पोषक तत्वों से भरपूर खाद्य पदार्थ शामिल होते हैं, तथा ये भुखमरी, कुपोषण, स्कूल और शिक्षा तक पहुंच तथा गरीबी उन्मूलन के लिए आवश्यक होते हैं। उन्होंने कहा कि हमारे अनुभव से पता चला है कि स्कूल भोजन कार्यक्रम इन कार्यक्रमों से लाभान्वित होने वाले बच्चों के पोषण और शैक्षणिक प्रदर्शन को बेहतर बनाने में कितने प्रभावी हैं। इस अवसर पर छोटे बच्चों के लिए दूध के सेवन और स्वस्थ जीवन शैली के महत्व पर इंटरा-स्कूल पोस्टर मेकिंग और भाषण प्रतियोगिताएं भी आयोजित की गईं। अंत में, विजेताओं को उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों द्वारा सुंदर ट्रॉफी देकर सम्मानित किया गया। वेरका, चंडीगढ़ ने सभी स्कूली छात्रों को वेरका लस्सी और मीठा फ्लेवर्ड मिल्क भी उपलब्ध कराया।