चंडीगढ़ । गवर्नमेंट कॉलेज ऑफ एजुकेशन सेक्टर 20-डी में 28 अप्रैल से 3 मई तक ‘करियर तैयारी और जीवन कौशल के लिए कौशल निर्माण’ पर एक 30 घंटे का वैल्यू एडेड कोर्स सफलतापूर्वक आयोजित किया गया। इस कोर्स की संकल्पना और रूपरेखा डॉ. रवनीत चावला, एसोसिएट प्रोफेसर और प्लेसमेंट इंचार्ज द्वारा तैयार की गई । इसे प्राचार्या डॉ. सपना नंदा के संरक्षण में आयोजित किया गया। यह कोर्स शिक्षकों के समग्र विकास को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया था । कुल 80 छात्रों ने यह कोर्स उत्तीर्ण किया। कोर्स के पहले दिन कविता चटर्जी दास ने कक्षा प्रबंधन पर व्यावहारिक रणनीतियाँ साझा कीं। इसके बाद कर्नल अपारजीत नक्कई (सेवानिवृत्त) ने आत्म-मूल्य और व्यक्तिगत विकास पर जोर दिया। ‘टैलेंटग्रो ग्लोबल’ से इंदु अग्रवाल ने एनईपी 2020 और निपुण भारत के संरेखण पर प्रकाश डाला, और संजय अग्रवाल ने प्रतिभागियों को लचीलापन, भावनात्मक बुद्धिमत्ता और सेवा भाव अपनाने के लिए प्रेरित किया। कोर्स के दुसरे दिन प्रो. आदर्श कोहली ने किशोरावस्था की चुनौतियों और शिक्षकों की उपस्थिति की महत्ता को रेखांकित किया। कर्नल आईपीएस धालीवाल (सेवानिवृत्त) ने सशस्त्र बलों और विमानन में करियर की संभावनाओं पर जानकारी दी। डॉ. प्रभजोत मल्ही ने बाल मनोविज्ञान और प्रारंभिक हस्तक्षेप की चर्चा की, तथा बाल विकास के लिए “पाँच आर ” की अवधारणा केस स्टडीज़ के माध्यम से समझाई। कोर्स के तीसरे दिन ‘बीबेटर एचआर सॉल्यूशंस’ की अनुराधा ने सहयोग, टीमवर्क और संवाद पर बल दिया। छात्रों ने साझा किए गए उदाहरणों में संभावित जटिल परिस्थितियों पर अपने संदेह स्पष्ट किए। सुप्रिया बनर्जी वशिष्ठा ने आनंदमय अधिगम में कहानी कहने की भूमिका दर्शाई। डॉ. रवनीत चावला ने अपने स्टार्टअप “सोक एंड टॉस” की प्रेरणादायक यात्रा साझा की। प्रसिद्ध झुमरू रेस्तरां के शेफ वंश चावला ने मिलेट-आधारित पोषण और खाद्य स्थिरता को बढ़ावा दिया और दैनिक जीवन में पोषण संबंधी व्यावहारिक सुझाव दिए। कोर्स के चौथे दिन प्रारंभिक वर्षों में बच्चों के लिए सामुदायिक-आधारित मूल्यांकन कार्यक्रम और उसमें शिक्षकों की भूमिका की अवधारणा साझा की गई। इस दिन ‘कच्ची सड़क कार्यक्रम’ के प्रमाण पत्र वितरण का आयोजन भी अर्पण फाउंडेशन के सहयोग से किया गया।