Sunday, September 8, 2024
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लुधियाना डूगरी में गोपाल स्वीट्स के 18वें आउटलेट का शुभारंभ

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लुधियाना ( हरजिंदर सिंह,सोनू) । मिठाई, डेयरी उत्पाद, फास्ट फूड और भारतीय व्यंजनों में जाना माना नाम गोपाल स्वीट्स ने अपने व्यवसाय क्षेत्र का विस्तार करते हुए अपने नए आउटलेट का शुभारंभ किया है। गोपाल के इस 18वें आउटलेट को बुधवार से लुधियाना के डूगरी में शुरू किया गया है। गोपाल स्वीट्स का लुधियाना के डूगरी में यह आउटलेट स्वाद प्रेमियों को न केवल खुशी प्रदान करेगा बल्कि अपनी मिठाइयों, बहु- व्यंजन भोजन और शादी व पार्टी के उपहार पैकिंग के साथ खुशियां की सौगात फैलाएगा। इस मौके पर यहाँ राजनीति क्षेत्र से पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान की बहन मनप्रीत कौर, विधायक गुरप्रीत गोगी, विधायक कुलवंत सिद्धू, विधायक अशोक पराशर, एक्स मिनिस्टर भरत भूषण आशु और विधायक अजीत पाल सिंह कोहली मौजूद थे, तो वहीं लुधियाना के विख्यात गणमान्य शख्सियत संजय जैन बरनाला, संजीव सूद बांके, भोला महाराजा रीजेंसी, सतीश गुप्ता, रोहित पुनियानी (जी के ग्रुप) मदन गोयल सहित अशोक गुप्ता भी उपस्थित हुए।
गोपाल स्वीट्स के डायरेक्टर मनिंदर सिंह ने बताया कि गोपाल स्वीट्स पिछले 60 साल से ज्यादा समय से लोगों की सेवा करता है। यह लोगों का प्यार ही है, जो आज गोपाल घर घर में एक जाना पहचाना नाम है। उन्होंने कहा कि हमारा हमेशा से एक ही लक्ष्य रहा है लोगों को शुद्ध और हाईजेनिक मिठाई उपलब्ध कराएं। उन्होंने बताया कि जल्द ही लुधियाना साउथ सिटी, खरड़ कुराली रोड, पटियाला संगरूर रोड और जीरकपुर में भी एक अन्य आउटलेट की शुरुआत होने जा रही है। उन्होंने विशेष रूप से बताया कि आने वाले एक साल में गोपाल स्वीट्स पंजाब और हरियाणा में अपने 10 नए और आउटलेट की शुरुआत करने जा रहा है। उन्होंने आगे बताया कि जैसे कि आम का सीजन चल रहा है, उसको देखते हुए आउटलेट में मैंगो डिशेस की कई सारी वेरायटीज पेश की गई हैं। जोकि ग्राहकों के लिए निश्चित रूप से अलग अहसास होगा। गोपाल के डायरेक्टर शरणजीत सिंह ने कहा कि हमने क्वालिटी से कभी भी कंप्रोमाइज नहीं किया। यही वजह है कि कस्टमर्स गोपाल स्वीट्स के स्वीट्स व अन्य प्रोडक्ट्स पसंद करते हैं। शरणजीत सिंह ने कहा कि यहां तक खाेये की मिठाई का सवाल है तो हम अपना खोया खुद बनाते हैं, जिसके चलते खोये वाली मिठाई पर उन्हें पूरा विश्वास है कि वो जल्दी खराब नही होगी।
उन्होंने बताया कि चाहे मिठाई हो या स्नेक्स हर चीज को बनाने में हम क्वालिटी के साथ कभी समझौता नहीं करते। यही वजह है कि वर्षों से कस्टमर्स हमारे से जुड़े हुए हैं। लोगों का भरोसा जीतने के साथ ही ट्राईसिटी में 10 स्टोर हो गए हैं। इसके अलावा 4 पटियाला में और अब लुधियाना में 02 हो गए है। 1 धर्मपुर- हिमाचल और अम्बाला में है। अब कुल 18 स्टोर हैं। अब जल्द ही अन्य शहरों में भी स्टोर खोलने की तैयारी है। इस अवसर गोपाल स्वीट्स के अन्य डायरेक्टर मनप्रीत सिंह, शमशेर सिंह और भावना सिंह भी उपस्थित थे।

चंडीगढ़ युवा दल ने की अवैध एंबुलेंस पर प्रतिबंध लगाने की मांग, जांच शुरू

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चंडीगढ़ (संवाद टाइम्स)। चंडीगढ़ युवा दल के प्रधान विनायक बांगिया व संयोजक सुनील यादव ने अवैध एंबुलेंस पर लगाम कसने के लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक चंडीगढ़ और जिला परिवहन अधिकारी को शिकायत कर इन पर प्रतिबंध लगाने, किराया निश्चित करने की मांग की है। पुलिस अधीक्षक द्वारा जांच को संबधित थानों में मार्क कर जांच शुरू करने का आश्वासन दिया गया है दल के प्रधान बांगिया ने बताया कि कई एम्बुलेंस विभागीय नियमों का पालन नहीं कर रही है। कई प्राइवेट अस्पताल में जो एम्बुलेंस अपनी सेवाएं दे रहे हैं। वे मरीजों के परिजनों से मनमाना किराया वसूल रहे हैं।

सस्ते के चक्कर में जान से खिलवाड़, एंबुलेंस में लगाए जा रही अवैध सीएनजी किट

एंबुलेंस की फिटनेस के लिए स्वास्थ्य विभाग की चेक लिस्ट के अनुसार मानक पूरे होने जरूरी हैं और अस्पताल द्वारा संचालन का लेटर या संबंद्धता का किसी भी प्रकार का कागज होना जरूरी है ताकि एंबुलेंस संचालन में किसी प्रकार की लापरवाही न हो। परन्तु शहर के बड़े अस्पतालों में दौड़ रहीं अवैध सीएनजी किट से लैस यह एंबुलेंस कभी भी बड़े हादसे को न्योता दे सकती हैं। यह सब केवल कुछ हजार रुपये बचाने के चक्कर में किया जा रहा है। सीएनजी एंबुलेंस मरीजों को साथ ले कर ही फिलिंग स्टेशन पर जा रही है जो किसी भी समय बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकती है ।

पंजाब और हरियाणा के किसानों के लिए क्षेमा का तोहफा – सुकृति

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चंडीगढ़ (संवाद टाइम्स)। इस खरीफ सीज़न में फसलों को सुरक्षित करने के लिए क्षेमा जनरल इंश्योरेंस लिमिटेड ने पंजाब और हरियाणा में ‘प्रकृति’ के साथ अपने प्रमुख फसल बीमा उत्पाद ‘सुकृति’ की उपलब्धता की घोषणा की है। इन योजनाओं की सहायता से इन दो राज्यों में किसानों को 100 से अधिक फसलों को सुरक्षित करने की सुविधा मिलेगी। सुकृति मात्र 499 रुपए प्रति एकड़ की शुरुआती कीमत पर उपलब्ध है।
पंजाब और हरियाणा के किसानों को फसल उत्पादन में कई तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। प्रकृति का प्रकोप इनमें से एक है। अति मौसमी घटनाएं प्रबल होती जा रही हैं और बढ़ती जा रही हैं। किसानों पर इसका प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है और साथ ही फसलों को भारी मात्रा में नुकसान पहुँच रहा है, जिससे उनकीआय की क्षति होती है।
लेकिन, किसान इस खरीफ सीज़न में सुकृति के साथ अपनी आय सुरक्षित कर सकते हैं। क्षेमा सुकृति अपनी तरह का पहला फसल बीमा उत्पाद है। यह किसानों को अद्वितीय सुविधाएं प्रदान करता है, जिसमें स्वनिर्धारण एक है। यह चयन जलवायु, क्षेत्र, खेत के स्थान और ऐतिहासिक पैटर्न के आधार पर किया जा सकता है। उदाहरण के लिए, पंजाब और हरियाणा में किसान ओलावृष्टि और जानवरों के हमलों के खिलाफ अपनी फसलों का बीमा कराने का विकल्प चुन सकते हैं, जो इन राज्यों में बेहद आम हैं। हालाँकि, पड़ोसी राज्य हिमाचल प्रदेश में किसान अपनी फसलों को भूस्खलन से बचाने का विकल्प चुन सकते हैं।
सीवी कुमार, चीफ अंडरराइटिंग ऑफिसर, क्षेमा जनरल इंश्योरेंस लिमिटेड, ने कहा कि हम उन चुनौतियों को गहन रूप से समझते हैं, जिनका सामना अक्सर किसानों को करना पड़ता है। मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि सुकृति को डिज़ाइन करते समय हमने उन बारीक से बारीक कारकों पर विचार किया, जो उनकी बीमा संबंधी सभी जरूरतों को पूरा करते हैं। हमारी सुकृति योजना का उद्देश्य किसानों को उनकी आय में होने वाली क्षति से बचाने में मदद करना है। यह बीमा किफायती और अनुकूलन योग्य है। इस वजह से किसान सुकृति को अपनी ज़रूरत और इच्छा के हिसाब से बना सकता है। इसमें किसानों को अतिरिक्त प्रीमियम का भुगतान करके अपनी बीमित राशि बढ़ाने का विकल्प भी मिलता है। इसके अतिरिक्त, हमने किसानों के लिए सुकृति खरीदने और दावा प्रस्तुत करने की प्रक्रिया को भी सुव्यवस्थित कर दिया है, जिससे यह अधिक सुलभ बन गई है।
करमबीर सिंह राय, चीफ ग्रोथ ऑफिसर, क्षेमा जनरल इंश्योरेंस लिमिटेड, ने कहा कि किसान गूगल प्लेस्टोर से क्षेमा ऐप डाउनलोड कर सकता है और कुछ आसान चरणों का पालन करके सुकृति खरीद सकता है। यह ऐप किसान को अपनी फसल और गाँव का चयन करने, अपने खेत को जियो टैग करने, प्रीमियम राशि और बीमा राशि की जाँच करने, और खरीद प्रक्रिया को पूरा करने के लिए केवाईसी सत्यापन की सुविधा प्रदान करती है। किसानों की सहायता करने के उद्देश्य से क्षेमा ने पॉइंट ऑफ सेल पर्सन नियुक्त किए हैं। किसान अपनी फसलों को खतरों से बचाने के लिए समर्पित हेल्पलाइन नंबर पर भी कॉल कर सकता है और सुकृति खरीदने के लिए पीओएसपी के साथ व्यक्तिगत रूप से भेंट भी कर सकता है।
नौ खतरों में चक्रवात, बाढ़, जलभराव (जलप्रिय फसलों के लिए लागू नहीं), ओलावृष्टि, भूकंप, भूस्खलन, बिजली गिरने से लगी आग, जानवरों के हमले (बंदर, खरगोश, जंगली सुअर और हाथी) और विमान से होने वाली क्षति शामिल हैं।
पंजाब और हरियाणा के अलावा सुकृति अब राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, उत्तराखंड, सिक्किम, मेघालय, असम, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, मिजोरम, नागालैंड, त्रिपुरा, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक, तमिलनाडु, और केंद्र शासित प्रदेश – पुदुचेरी और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में भी उपलब्ध है।

सिटीजन अवेयरनेस ग्रुप ने निवेशकों को म्यूचुअल फंड और शेयर बाजार के बारे में जागरूक किया

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चंडीगढ़ (संवाद टाइम्स) । सिटीजन अवेयरनेस ग्रुप ने म्यूचुअल फंड और शेयर बाजार के बारे में निवेशकों के लिए एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया। यह कार्यक्रम सिक्युरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (सेबी), एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स ऑफ इंडिया और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के सहयोग से आयोजित किया गया था। सिटीजन अवेयरनेस ग्रुप के चेयरमेन सुरिंदर वर्मा ने उद्घाटन भाषण देते हुए नवीनतम तकनीक का उपयोग करके शेयर बाजारों के माध्यम से धन बनाने के तरीके के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कैसे मोबाइल ऐप्स ने व्यापार को बढ़ाने और डीमैट खाते खोलने में आसानी से महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने बहुत अच्छे तरीके से समझाया कि नई तकनीक अपनाने में निवेशकों के सामने आने वाली चुनौतियों से कैसे निपटा जाए। जैसे कि इसके साथ जुड़े जोखिम, जैसे डेटा चोरी, अनियमितताएं आदि, जिनसे नुकसान हो सकता है। उन्होंने यह भी बताया कि निवेशकों में उचित ज्ञान और जागरूकता की कमी है और पैसा खोने का डर है। ये जागरूकता कार्यक्रम निवेशकों को अधिक सतर्क और जागरूक बनाने के लिए आयोजित किए जाते हैं।
सूर्यकांत शर्मा, सीनियर कंसल्टेंट एएमएफआई ने म्यूचुअल फंड निवेश पर एक विस्तृत प्रस्तुति दी और खुदरा निवेशकों के लिए जिला सुविधाओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने संकेत दिया कि एमएफ निवेश सेबी द्वारा दृढ़ता से विनियमित हैं। उन्होंने म्यूचुअल फंड में लंबी अवधि के लिए निवेश के महत्व पर जोर दिया जो जोखिमों के प्रबंधन और उच्च रिटर्न का ख्याल रखेगा। उन्होंने आगे बताया कि म्यूचुअल फंड निवेश परिसंपत्तियों में विविधीकरण का भी ख्याल रखता है। उन्होंने प्रतिभागियों, विशेष रूप से युवाओं को अपने करियर के शुरुआती वर्षों में एसआईपी शुरू करने और निवेश पर अच्छे रिटर्न पाने के लिए इसे लंबी अवधि के लिए अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने एमएफ निवेश में एसटीपी और एसडब्ल्यूपी सुविधाओं का विवरण भी दिया।
हिमानी लठ, सेबी स्मार्ट ट्रेनर ने म्यूचुअल फंड की विशेषताओं और प्रकारों पर प्रस्तुति दी। उन्होंने विस्तार से बताया कि निवेशकों की जोखिम क्षमता, उम्र आदि के अनुसार कौन सी योजना उपयुक्त है। उन्होंने म्यूचुअल फंड शुरू करने के तरीकों के बारे में बताया और एसआईपी शुरू करने पर जोर दिया। उन्होंने पूंजी बाजारों में संस्थाओं के खिलाफ कोई भी शिकायत दर्ज करने के लिए सेबी के स्कोर्स प्लेटफॉर्म के बारे में भी बताया। रवि मिश्रा बीएसई के सीनियर ऑफिसर ने भी निवेशकों में जागरूकता पैदा करने के लिए अपने शब्दों से इस अवसर की शोभा बढ़ाई। एनके गुप्ता मेंबर, मैनेजर कमेटी ऑफ दिल्ली मैंनेजमेंट ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया। अंत में एक खुला सत्र आयोजित किया गया, जिसमें पैनलिस्टों द्वारा निवेशकों के प्रश्नों के उत्तर दिए गए।

चुन्नी कलां में बनेगा तीसरा अकाल ड्रग्स डी एडिक्शन सेंटर

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चंडीगढ़ (संवाद टाइम्स) । नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय दिवस की पूर्व संध्या पर, अकाल ड्रग्स डी एडिक्शन सेंटर ने पंजाब के चुन्नी कलां में अपना तीसरा केंद्र स्थापित करने की घोषणा की है । अकाल ड्रग्स डी एडिक्शन एवं रिहैबिटेशन सेंटर कलगीधर ट्रस्ट के तत्वावधान में चलाए जा रहे हैं, जो एक गैर-लाभकारी धर्मार्थ ट्रस्ट है, जिसने चुन्नी कलां में नए सेंटर के लिए 2.5 एकड़ जमीन दान की है। वर्तमान में अकाल ड्रग्स डी एडिक्शन सेंटर दो सेंटरों का संचालन कर रहा है, एक हिमाचल प्रदेश के बारु साहिब में और दूसरा पंजाब के चीमा साहिब में। 50 बिस्तरों वाले नए सेंटर में परिसर में एक रिसर्च सेंटर भी होगा।
अकाल ड्रग डी-एडिक्शन सेंटर के सेवानिवृत डायरेक्टर कर्नल डॉ. राजिंदर सिंह जो नशे की लत के खिलाफ 90 वर्षीय योद्धा हैं, ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि इस नए सेंटर में एक अत्याधुनिक नशा मुक्ति केंद्र और पुनर्वास सुविधा होगी, जो अनुसंधान केंद्रित दृष्टिकोण के साथ स्थायी परिवर्तन लाने के लिए आध्यात्मिकता को अद्वितीय रूप से एकीकृत करते हुए पूर्ण आधुनिक क्लीनिक उपचार प्रदान करेगी। कर्नल सिंह पेशे से मनोचिकित्सक हैं और भारतीय सेना के एक अनुभवी हैं। 50 से अधिक वर्षों से, वे युवाओं को नशीली दवाओं के खतरे से बचाने के लिए अपनी लड़ाई में भरसक प्रयास कर रहे हैं। भारतीय सेना में 30 साल सेवा देने के बाद, सैन्य कर्मियों के मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान केंद्रित करते हुए, डॉ सिंह ने भारत के सीमावर्ती राज्य पंजाब में नशीली दवाओं की लत से निपटने के लिए अपने प्रयासों को पुनः निर्देशित किया। वे 90 वर्ष की उम्र में भी इस महत्वपूर्ण कार्य के लिए खुद को समर्पित करते हैं, और सभी के लिए प्रेरणा के एक स्रोत बने हुए हैं।
कर्नल सिंह ने कहा कि पंजाब गंभीर नशीली दवाओं की लत के संकट से जूझ रहा है, जिससे हजारों परिवार प्रभावित हो रहे हैं और सामाजिक संरचनाओं में दरार पड़ रही हैं। नया सेंटर न केवल लत के लक्षणों को बल्कि भावनात्मक और मनोवैज्ञानिक दर्द को भी समझेगा, जो उनके सुधार के लिए एक समग्र दृष्टिकोण प्रदान करेगा। इस पहल के बारे में विस्तार से चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि हम ड्रग्स और अल्कोहल को मुख्य मुद्दों के रूप में नहीं बल्कि अंतर्निहित दर्द और गलत धारणाओं के समाधान के रूप में देखते हमारा दृष्टिकोण प्रत्येक रोगी के साथ काम करना शामिल है ताकि उनके बचाव के लिए सुरक्षित रूप से काम किया जा सके और इसके पीछे क्या छिपा है, उसे उजागर किया जा सके। हम विशेषज्ञ मनोचिकित्सकों और मानसिक स्वास्थ्य पेशेवरों द्वारा प्रदान किया जाने वाला बेहतरीन चिकित्सा उपचार प्रदान करते हैं। हमारी समग्र देखभाल दवा, आहार, योग और कॉजिनिटिव बिहैवियरल थेरेपी को एकीकृत करती है। अचेतन को सचेत बनाने से शक्तिशाली उपचार और स्वयं के साथ सच्ची लडाई की अनुमति मिलती है।
चंडीगढ़ में वर्ल्ड साइकियाट्रिक एसोसिएशन सहयोग केंद्र के डायरेक्टर और पोस्टग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च के साइकाइट्री विभाग के प्रमुख डॉ. देबाशीष बसु ने कहा कि “सब्सटेंस यूज डिस्आर्डर (मादक द्रव्य उपयोग विकार) (एसयूडी, जिसे अक्सर बोलचाल की भाषा में नशीली दवाओं का दुरुपयोग या लत कहा जाता है), यह एक बायो-साइको-सोशो- स्पिरिचुअल स्थिति है जो व्यक्तियों, उनके परिवारों, समुदायों, समाजों और राष्ट्रों के लिए विनाशकारी है। सभी जटिल समस्याओं की तरह, जो बहुक्रियात्मक हैं, यह बायो-साइको-सोशो- स्पिरिचुअल परिप्रेक्ष्य के साथ एक समग्र दृष्टिकोण की हकदार है। सभी चार घटक एसयूडी वाले व्यक्तियों की सफल रिकवरी और मुख्यधारा के समाज में उत्पादक सदस्यता के लिए उनके अंतिम परिवर्तन के लिए महत्वपूर्ण हैं। मुझे यह जानकर खुशी हुई कि, सामान्य रूप से क्षेत्र में और विशेष रूप से पंजाब में नशीली दवाओं के बढ़ते खतरे को ध्यान में रखते हुए, कलगीधर ट्रस्ट मोहाली जिले के चुन्नी कलां में एक और नशा मुक्ति-सह-अनुसंधान केंद्र स्थापित करने की योजना बना रहा है, जो एसयूडी के रोगियों को समग्र उपचार और देखभाल प्रदान करने वाला अपनी तरह का पहला केंद्र होगा।
इस अवसर पर पंजाबी लेखिका, बाल रोग विशेषज्ञ एवं कार्यकर्ता डॉ. हरशिन्दर कौर तथा प्रसिद्ध मनोचिकित्सक डॉ. सिमी वरैच भी उपस्थित थीं। नशे की लत को दूर करने में निवेश करें प्रतिदिन 1 रूपया- दान करें 1 रुपया प्रतिज्ञा, नशे की लत के खिलाफ कर्नल डॉ. राजिंदर सिंह के आजीवन मिशन का समर्थन करने के लिए एक सरल लेकिन शक्तिशाली प्रतिबद्धता का प्रतीक है। डॉ. सिंह ने प्रतिदिन 1 रुपया दान करके बदलाव की इस श्रृंखला की शुरुआत की, जो उनके 90 साल के पूरे जीवन के बराबर है। अब, आपके पास इस अभियान में शामिल होने का अवसर है, अपनी या अपने प्रियजनों की उम्र के अनुसार प्रतिदिन केवल 1 रुपया दान करने का संकल्प लेकर।

मेक- ए- पाजिटिव चेंज : पपीज़ के साथ पेंटिंग में 40 युवाओं ने लिया हिस्सा

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चंडीगढ़ (संवाद टाइम्स)। बेजुबानों की निस्वार्थ भाव से सेवा में जुटी हुई एनजीओ अप लिफ्टिंग स्ट्रे फाउंडेशन ने चंडीगढ़ में पहली बार पपीज के साथ पेंटिंग का आयोजन किया । फाउंडेशन की फाउंडर मुस्कान शर्मा ने बताया कि वह कोरोना काल से इन बेजुबान जानवरों व पशुओं की सेवा में निस्वार्थ भाव से जुटी हुई है और वह चाहती हैं कि सभी शहारवासी निस्वार्थ भाव से इन बेजुबान जानवरों को अपनाएं , इसी उद्देश्य से उन्होंने इस मैसेज को युवाओं, बुजुर्गों, बच्चों, महिलाओं सभी तक पहुंचाने के लिए सेक्टर -7 के सोशल में इस कार्यक्रम पैन्ट विद पपीज एंड अडॉप्ट वन टू का आयोजन किया ।
मुस्कान ने बताया कि उन्हें उम्मीद से ज्यादा रिस्पांस मिला क्योंकि छुट्टी का दिन रविवार था शहर के युवा काफी संख्या में सोशल पहुंचे हुए थे और इस इवेंट को देखकर वह दंग रह गए और ब्रश लेकर अपना हाथ आजमाने में जुट गए। मुस्कान का मानना है कि ये बेजुबान भी हमारे समाज का ही हिस्सा है और जाने अनजाने में हमारी सहायता भी करते हैं तो क्यों ना हम इन्हें अडॉप्ट करें।

इज़रा कॉउचर बाइ समीर ने चंडीगढ़ में अपना स्टोर खोला

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चंडीगढ़ (संवाद टाइम्स)। शहर के प्रमुख शॉपिंग सेंटर, सेक्टर 17 में, इज़रा कॉउचर बाइ समीर शुरू होने के साथ चंडीगढ़ के फैशन जगत में क्रांति आने वाली है। यह वन-स्टॉप डिज़ाइनर स्टोर सभी क्षेत्रों के ग्राहकों की विविध फैशन जरूरतों को पूरा करता है। निफ्ट के पूर्व छात्र, समीर गुप्ता ने इसे शुरू किया है, जो मोंटे कार्लो और गैप जैसे प्रसिद्ध ब्रांडों से वर्षों तक जुड़े रहे हैं। इजरा कॉउचर हर उम्र की महिलाओं के लिए डिज़ाइनरवियर, पुरुषों के लिए विशेष क्लब शर्ट और पार्टीवियर, किशोरों व युवाओं के लिए ट्रेंडी आउटफिट, कस्टम-मेड जूते और एक्सेसरीज़ के साथ अद्वितीय डिज़ाइनर किड्सवियर और ग्लैमरस ईवनिंग गाउन तथा डैपर सूट उपलब्ध कराता है।
हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद की पूर्व मानद महासचिव, रंजीता मेहता कार्यक्रम की मुख्य अतिथि थीं। उन्होंने स्टोर के शुभारंभ के दौरान कहा कि मैं समीर को हार्दिक बधाई देती हूं और ट्राइसिटी वासियों को फैशन में कुछ नया पेश करने की कोशिश के लिए उन्हें शुभकामनाएं देती हूं।
इस मौके पर समीर ने कहा कि इज़रा कॉउचर को जो चीज सबसे अलग बनाती है, वो है ट्राइसिटी रीजन में एकमात्र ऐसा ब्रांड होना जो मनमाफिक फुटवियर और एक्सेसरीज के साथ डिजाइनर किड्सवियर पेश करता है। इसके अलावा, यह चंडीगढ़ और आसपास के क्षेत्रों में पुरुषों के क्लब और पार्टीवियर के विशिष्ट सप्लायर के रूप में मौजूद है। इस फैशनेबल वंडरलैंड में कदम रखिए और हमारी अविश्वसनीय डिजाइन प्रक्रिया का जायजा लीजिए। शहरी पेशेवरों से लेकर फैशनेबल परिवारों तक, इज़रा कॉउचर का लक्ष्य आपका मुख्य स्टाइल अड्‌डा बनना है। चंडीगढ़ के सेक्टर 17 में इज़रा कॉउचर पर जाइए और एक ऐसी दुनिया में कदम रखिए जहां फैशन के सपने साकार होते हैं। नए फैशन ठिकाने का पता है: इज़रा कॉउचर, एससीओ 14, सेकेंड फ्लोर, नीलम थिएटर के पास, सेक्टर 17, चंडीगढ़।

महान संत कबीरदास की रचनाओं में पर्यावरण संरक्षण का संदेश : प्रभुनाथ शाही

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चंडीगढ़ । महान संत कबीरदास के प्राकट्य दिवस के पावन अवसर पर जय मधुसूदन जय श्रीकृष्ण फाउंडेशन के संस्थापक प्रभुनाथ शाही ने कोटि कोटि नमन करते हुए बताया कि संत कबीरदास की रचनाओं से पर्यावरण संरक्षण और संवर्धन के महत्त्वपूर्ण संदेश मिलते है । अपने फाउंडेशन के प्रशिक्षुओं को संबोधित करते हुए शाही ने बताया कि हम सभी को संत कबीरदास की वाणी से शिक्षा लेते हुए पर्यावरण संरक्षण की लिए पूरे तन्मयता से काम करना चाहिए । विहंगम योग संस्थान ट्राइसिटी के प्रमुख अजय दुबे ने बताया कि फाउंडेशन के साथ मिलकर पिछले दो वर्षों से पौधरोपण का कार्य किया जा रहा है और इस वर्ष भी एक वाटिका को विकसित किया जाएगा। एसएस जैन सभा मोहाली के प्रधान अशोक जैन ने बताया कि महावीर वाटिका की वर्षगाँठ पूरे उत्साह के साथ पौधा लगाओ और पौधा बचाओ के संदेश के साथ मनाया जाएगा।

योग और पर्यावरण में अन्योन्याश्रय संबंध : प्रभुनाथ शाही

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चंडीगढ़। जय मधुसूदन जय श्रीकृष्ण फाउंडेशन के संस्थापक प्रभुनाथ शाही ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर अपने प्रशिक्षुओं को योग और पर्यावरण के संबंध को विस्तारपूर्वक समझाया । शाही ने बताया कि योग और पर्यावरण में अन्योन्याश्रय संबंध है और अपने पर्यावरण का संरक्षण और संवर्धन बहुत ज़रूरी है।
इस चर्चा में प्रशिक्षुओं ने भी अपने विचार गम्भीरतापूर्वक रखे और स्वस्थ्य जीवन के लिए योग को अपनाने की बात कही । शाही ने कहा कि देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी सभी देशवासियों से योग करने की अपील की है ।
पूर्व प्रधानाचार्य प्रताप सिंह कौशल ने बताया कि करे योग, रहे निरोग के मंत्र को हम सभी को अपने दिनचर्या में अपनाना चाहिए।

भाजपा उत्तराखंड प्रकोष्ठ ने विभिन्न सेक्टरों में आयोजित किए योग शिविर

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चंडीगढ़ (हरजिंदर सिंह, सोनू) । अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर भाजपा, चंडीगढ़ उत्तराखंड प्रकोष्ठ द्वारा सेक्टर 40 के पार्क, 45 स्थित सुपर फिटनेस सेंटर और मनीमाजरा व धनास में पार्कों में एक साथ योग शिविर का आयोजन प्रकोष्ठ के संयोजक भूपेंद्र शर्मा के दिशानिर्देशानुसार किए गए जिसमें उत्तराखंड के स्थानीय निवासियों व प्रकोष्ठ के सदस्यों ने भाग लिया।
इस अवसर पर योग शिविरों में आए फिटनेस विशेषज्ञ ने उपस्थित लोगों को विभिन्न योग मुद्राए सिखाई और इसका प्रशिक्षिण भी दिया। योग को अपने जीवन में नियमित रूप करने की बात पर जोर दिया। इस दौरान उन्होंने योग के महत्व पर प्रकाश डाला।
इस अवसर पर भाजपा, चंडीगढ़ उत्तराखंड प्रकोष्ठ के संयोजक भूपिंदर शर्मा ने कहा कि योग को अपने जीवन का अहम हिस्सा बनाकर नियमित रूप से योग करना चाहिए। योग से हम शारीरिक व मानसिक तौर से स्वस्थ रहते हैं। मन की शांति, शरीर को ऊर्जावान व रोग मुक्त बनाने के लिए योग करना जरूरी है। उन्होंने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस, उत्तराखंड प्रकोष्ठ द्वारा प्रति वर्ष मनाया जाता है। पिछले वर्ष की भांति ही लोगों ने योग शिविरों में बढ़चढ़ कर उत्साह के साथ भाग लिया।

योग से हम शारीरिक व मानसिक तौर से स्वस्थ रहते हैंः भूपिन्द्र शर्मा