Thursday, November 13, 2025
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गोपाष्टमी महोत्सव पर मात पिता गोधाम महातीर्थ में 2000 देसी घी के दीपक जलाए जाएंगेपंजाब के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया मुख्य अतिथि होंगे

मोहाली । मोहाली जिले में बनूड़ अंबाला रोड स्थित मात पिता गोधाम महातीर्थ में गोपाष्टमी महोत्सव 30 अक्टूबर गुरुवार को धूमधाम से मनाया जाएगा। पंजाब के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया इस अवसर पर मुख्य अतिथि होंगे। राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता एवं बॉलीवुड अभिनेता व निर्माता विजय टंडन तथा अखिल भारतीय अग्रवाल सम्मेलन (हरियाणा) के वरिष्ठ उपाध्यक्ष जगमोहन गर्ग विशिष्ट तथा विशेष अतिथि के तौर पर समाज सेवी सत्यभगवान सिंगला,अध्यक्ष सनातन धर्म बैकुंठ धाम प्रदीप गोयल ,फाउंडर पलैनट आर्युवेदा डॉक्टर विक्रम चौहान मौजूद होंगे।इस अवसर के दौरान भक्तों द्वारा 2000 से अधिक देसी घी के दीपक जलाए जाएँगे।मात पिता गोधाम महातीर्थ के मुख्य सेवादार गोचर दास ज्ञान ने कहा कि इस कार्यक्रम में पंजाब, हरियाणा, हिमाचल, चंडीगढ़ ,मध्य प्रदेश और दिल्ली से बड़ी संख्या में लोग भाग लेंगे। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि इस दौरान सुबह से रात्रि तक गौ माता का पूजन किया जाएगा ।हवन दोपहर 1 से 1.30 बजे के बीच होगा व प्रसाद दोपहर 1.30 से 2.30 बजे के बीच होगा। दोपहर 3 से शाम 7.30 बजे तक भजन कीर्तन का आयोजन होगा । गोमाता की भव्य आरती शाम 7 बजे होगी और उसके बाद भंडारा शुरू होगा।इस मौके पर महातीर्थ के ट्रस्टी बिशेश्वर नाथ शर्मा अमरजीत बंसल,सुरनेश सिंगला, कश्मीरी लाल गुप्ता, मामन राम गर्ग,जयगोपाल बंसल,दीपक मित्तल तथा कमेटी मेंबर सूरत वालिया,सुरेश बंसल,सुभाष सिंगला,पंकज जायसवाल,हीरेंद्र बुद्धिराजा,कुलदीप ठाकुर सुभाष अग्रवाल,बबू ,कपिल आदि मौजूद होंगे। कार्यक्रम में अखिल भारतीय गो कथा वाचक चंद्रकांत और भजन गायक हित शरण सिद्धार्थ भईया अपनी कथा और भजनों से गौ माता के भक्तों को मंत्रमुग्ध करेंगे ।इस मौके पर नंदिनी गौ माता की तपोस्थली मात पिता गौधाम महातीर्थ का पूरा क्षेत्र दिवाली की तरह जगमगा उठेगा।,मात पिता गौधाम महातीर्थ मंदिर की खास बात यह है कि इसकी पहचान विश्व स्तर पर स्थापित हो चुकी है। वर्ल्ड रिकॉर्ड बुक (लंदन) में माता पिता गोधाम महातीर्थ मंदिर को दुनिया का एकमात्र ऐसा मंदिर होने का दर्जा दिया गया है, जिसके मंदिर में किसी भी देवता की मूर्ति नहीं है, लेकिन यहां अपने माता पिता के साथ आ कर उनकी और जिनके माता पिता इस दुनिया में नहीं हैं उनको ज्योति स्वरूप में याद किया जायेगा ।अपने विचार साझा करते मात पिता गोधाम महातीर्थ के संस्थापक गौचर दास ज्ञान ने कहा के मात पिता गोधाम महातीर्थ स्थल आज एक रूहानी केंद्र के तौर पर विकसित हो रहा है। इस तीर्थ स्थल में जहां गौ माता से प्यार करने की शिक्षा मिल रही है वहीं घर-घर में माता-पिता का सम्मान किए जाने का संदेश पहुंचाया जा रहा है। इस संस्थान की तरफ से दिए जाने वाला संदेश आज पूरी दुनिया के लिए सबसे बड़ी जरूरत है। इसी के साथ हम अपनी संस्कृति को बचा सकते हैं ।

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