चंडीगढ़ । बुधवार को कार्डियोवस्कुलर देखभाल पर 3 दिवसीय 14वें वार्षिक वैश्विक कार्डियोमर्सन सम्मेलन के दूसरे दिन देश और विदेश के विशेषज्ञों ने ट्रांसकैथेटर एओर्टिक वाल्व इम्प्लांटेशन (टीएवीआई), थोरैसिक एंडोवास्कुलर एओर्टिक रिपेयर (टीईवीएआर) जैसे तकनीकी नवाचारों पर प्रकाश डालते हुए उन्नत कार्डियक इंटरवेंशन और रोबोट- असिस्ट हेल्प और थोरैकोस्कोपिक सर्जरी पर चर्चा की। कॉन्फ्रेंस में दुनिया भर से कार्डियोवस्कुलर देखभाल के लगभग 400 एक्सपर्ट भाग ले रहे हैं। कॉन्फ्रेंस के संरक्षक ऋषिकेष एम्स में सीटीवीएस के पूर्व प्रोफेसर और प्रमुख डॉ. डी.के. सत्संगी, फोर्टिस मोहाली में सीटीवीएस के कार्यकारी निदेशक डॉ. टीएस महंत और फिजिशियन फोरम यूएसए के अध्यक्ष डॉ. अचिंत्य मौलिक ने दुनिया भर में नए सहयोग के लिए उपयोगी आदान-प्रदान और संभावनाओं की आशा व्यक्त की।उन्होंने साक्ष्य-आधारित, रोगी-अनुकूल और लागत प्रभावी उपचार के माध्यम से जीवनशैली संबंधी बीमारियों, विशेष रूप से हृदय संबंधी स्थितियों के बढ़ते बोझ को संबोधित करने के वैश्विक महत्व को भी रेखांकित किया।अमेरिका के विशेषज्ञों ने न्यूनतम इनवेसिव तकनीकों और उन्नत इमेजिंग प्रौद्योगिकियों के एकीकरण के माध्यम से सर्जिकल परिणामों में सुधार पर नवीनतम शोध प्रस्तुत किया, जो कार्डियोवैस्कुलर सर्जरी के क्षेत्र को बदल रहे हैं। कार्डियोमर्सियन के संस्थापक अध्यक्ष डॉ. दीपक पुरी की चर्चा युवा आबादी में अचानक हृदय संबंधी मौतों में वैश्विक वृद्धि और हृदय विफलता और अन्य हृदय संबंधी स्थितियों पर सीओवीआईडी -19 महामारी के प्रभाव पर केंद्रित थी।