चंडीगढ़। चितकारा इंटरनेशनल स्कूल ने अपने वार्षिक समारोह को चंडीगढ़ और पंचकूला स्थित दोनों स्कूल परिसर में धूमधाम से मनाया। इस वर्ष वार्षिक समारोह का थीम “पुष्प ए फ्लावरी टेल एक्सीपीरिंस” था। चितकारा इंटरनेशनल स्कूल चंड़ीगढ स्कूल का यह 13वां और पंचकूला स्कूल का चौथा वार्षिक समारोह था। वार्षिकोत्सव फूलों की भव्यता से ओतप्रोत था जोकि विकास, सुंदरता और छात्रों की खिलती हुई क्षमता का प्रतीक हैं। इस मौके पर चंडीगढ कमीशन फार प्रोटेक्शन आफ चाइल्ड राइट्स की चैयरपर्सन शिप्रा बंसल और चंडीगढ़ की शिक्षा सचिव प्रेरणा पुरी मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद थीं । उन्होंने अपने अभिभाषण में बच्चों के विकास में इनोवेशन और समग्र शिक्षा की जरूरत पर जोर दिया। वहीँ स्कूल के पंचकूला परिसर में कार्यक्रम में वरुण चौधरी लोकसभा सांसद, सतपाल कौशिक, जिला शिक्षा अधिकारी ,पंचकूला और शेखर चंद्र, रीजनल आफिसर , सीबीएसई, पंचकूला उपस्थित थे। उनके प्रेरक शब्दों और प्रोत्साहन ने इस आयोजन के महत्व को और बढ़ा दिया जिससे यह कार्यक्रम उपस्थित सभी लोगों के लिए यह एक यादगार अनुभव बन गया। चितकारा इंटरनेशनल स्कूल परिसर में रचनात्मकता और कलात्मक भव्यता का प्रदर्शन के साथ साथ अद्भुत नजारे देखने को मिले जहां पर छात्रों ने फूलों पर आधारित मनमोहक और मंत्रमुग्ध कर देने वाले कार्यक्रम पेश किए । मंत्रमुग्ध करने वाले नाट्य प्रदर्शनों और सुंदर सांस्कृतिक नृत्यों से लेकर आत्मा को झकझोर देने वाले संगीतमय प्रस्तुतियों और विचारोत्तेजक नाटकों तक, प्रत्येक अभिनय ने छात्रों की उल्लेखनीय प्रतिभा,असीम कल्पना और समकालीन और कालातीत दोनों विषयों के साथ गहरे जुड़ाव को दर्शाया। कार्यक्रम में असाधारण प्रदर्शन, नवाचार, स्थिरता और सांस्कृतिक विरासत का एक जीवंत मेलजोल देखने को मिला,जिसने दर्शकों को मंत्रमुग्ध और गहराई से प्रभावित किया। कार्यक्रम में एक हास्य अंदाज जोड़ते हुए “पुष्पवाले दुल्हनिया ले जाएंगे” (पीडीएलजे) ने विभिन्न अंतरालों में दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम की भव्यता को बढ़ाने वाला शानदार “पुष्प बगीचा” था, जो एक आश्चर्यजनक और प्रतीकात्मक पृष्ठभूमि थी जिसने स्कूल के आदर्श वाक्य,”ब्रिज द गैप, एक्सपोर्ट योर पोटेंशियल” को खूबसूरती से मूर्त रूप दिया गया था । छात्रों की विकास यात्रा के काव्यात्मक चित्रण ने उत्सव में जादू की आभा भर दी। चितकारा एजुकेशनल ट्रस्ट का दूरदर्शी नेतृत्व इस आयोजन की आधारशिला था।