एसडी कॉलेज में दाखिला लेने वाले पहले वर्ष के स्टूडेंट्स के लिए ओरिएंटेशन सैशन आयोजित
चंडीगढ़। गोस्वामी गणेश दत्त सनातन धर्म कॉलेज सेक्टर -32 में मंगलवार को शैक्षणिक सत्र 2024-25 में दाखिला लेने वाले बीबीए, बीकॉम, बीकॉम (टैक्स प्लानिंग), बीसीए, बीएससी, बीएससी (ऑनर्स) बायोटेक्नोलॉजी, बीएससी (ऑनर्स) बायोइंफॉरमेटिक्स, बीवोक, डीएमएलटी कोर्सों के पहले वर्ष के छात्रों के स्वागत के लिए लिए ओरिएंटेशन सैशन आयोजित किया गया। सैशन में स्टूडेंट्स को कोड ऑफ कंडक्ट, स्टूडेंट वेलफेयर स्कीम्स, पुरस्कारों, परीक्षाओं, इंक्यूबेशन एंड एंट्रप्रन्योरशिप के अवसरों, छात्रवृत्ति और कॉलेज द्वारा छात्रों को दी जाने वाली विभिन्न अन्य सुविधाओं के बारे में जानकारी दी गई। ओरिएंटेशन सैशन ने नए विद्यार्थियों को जीजीडीएसडी कॉलेज में अपनी शैक्षणिक यात्रा के लिए आवश्यक जानकारी और संसाधनों से सफलतापूर्वक सुसज्जित किया।
जीजीडीएसडी कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. अजय शर्मा ने एक प्रेरक स्वागत भाषण के साथ सैशन का उद्घाटन किया, जिसमें छात्रों को उत्कृष्टता के लिए प्रयास करने और कॉलेज की समग्र शैक्षिक पेशकश का अधिकतम लाभ उठाने के लिए प्रोत्साहित किया गया। उन्होंने कहा कि हम आपको कॉलेज में ऐसा माहौल देने के लिए प्रतिबद्ध हैं जो सीखने, विकास और तरक्की को बढ़ावा दे। डॉ. शर्मा ने छात्रों को अपने शैक्षणिक और व्यक्तिगत लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए यहाँ मौजूद अवसरों का पूरा लाभ उठाने का आहवान किया। हमारे ओरिएंटेशन सैशन का उद्देश्य स्टूडेंट्स में आत्मविश्वास पैदा करना, उत्साह बढ़ाना और हमारे छात्रों के भविष्य के प्रयासों के लिए एक मजबूत आधार प्रदान करना है।
कॉलेज की रजिस्ट्रार डॉ. मधु शर्मा ने छात्रों और को कॉलेज के जनरल ओरिएँटेशन, आचार संहिता, अवकाश नियम, छात्र कल्याण योजनाएं, चिकित्सा सुविधाएं, परीक्षाएं और छात्र पुरस्कारों और अन्य सुविधाओं से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि प्रत्येक छात्र को समर्थित महसूस हो और उन्हें उन संसाधनों और नीतियों के बारे में अच्छी जानकारी हो जो जीजीडीएसडी कॉलेज में उनकी यात्रा का मार्गदर्शन करेंगे।
कई प्रतिष्ठित शिक्षकों और प्रशासनिक प्रमुखों ने सैशन में योगदान दिया और विभिन्न सुविधाओं और नीतियों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। इंटरनल क्वालिटी एश्योरेंस सैल की डॉ. मोनिका सचदेवा ने उच्च शैक्षिक मानकों को बनाए रखने के लिए कॉलेज की प्रतिबद्धता पर प्रकाश डाला। एनईपी के समन्वयक डॉ. अमित मोहिन्द्रू ने छात्रों के लिए नई शिक्षा नीति के लाभों के बारे में बताया। कॉलेज की डीन ऑफ कॉमर्स डॉ. मेरु सहगल ने कामर्स विभाग में शैक्षणिक अवसरों पर विस्तार से चर्चा की। वहीं, डॉ. वीरेंद्र सिंह ने कंप्यूटर साइंस एंड एप्लीकेशंस के क्षेत्र में करियर के अवसरों पर विस्तार से चर्चा की, जबकि डीन कल्चरल अफेयर्स डॉ. इंदु मेहता ने कॉलेज में जीवंत सांस्कृतिक परिदृश्य पर चर्चा की।
डीन साइंस डॉ. सजीव सोनी ने बीएससी के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध विभिन्न क्षेत्रों के बारे में बताया। हेड लाइब्रेरियन डॉ. गुरप्रीत सिंह ने विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध व्यापक लाइब्रेरी संसाधनों से परिचय कराया। विदेशी छात्रों के डीन डॉ.दीक्षा कक्कड़ ने विदेशी छात्रों को दी जाने वाली विभिन्न छात्रवृत्तियों और उनका लाभ उठाने की प्रक्रिया पर चर्चा की। स्कॉलरशिप सैल की प्रभारी डॉ. निधि ग्रोवर ने विद्यार्थियों को कॉलेज में उपलब्ध स्कॉलरशिप, फ्रीशिप और रियायतों के बारे में जानकारी दी।
डीन स्टूडेंट वेलफेयर (मेल) डॉ. राजिंदर मान ने एंटी रैगिंग पॉलिसी और अनुकूल शिक्षण माहौल सुनिश्चित करने में अनुशासन के महत्व पर चर्चा की। इक्वल आपरच्युनिटी सैल और छात्र शिकायत निवारण सैल की प्रभारी डॉ. गगनप्रीत वालिया ने छात्र समानता सुनिश्चित करने और शिकायतों के समाधान के लिए मौजूद तंत्र पर चर्चा की। इंस्टीट्यूशन इनोवेशन काउंसिल के समन्वयक डॉ. विक्रम सागर ने विभिन्न इंक्यूबेशन और एंट्रप्रेन्योरशिप अवसरों पर चर्चा की। डॉ. निधि चौधरी ने पेरेंट टीचर एसोसिएशन और इसकी विभिन्न भूमिकाओं और कार्यों पर एक प्रस्तुति दी। डॉ. राकेश वर्मा द्वारा कॉलेज में खिलाड़ियों के लिए प्रतिष्ठित अवसरों और उपलब्धियों की प्रस्तुति दी गई। डॉ. प्रतिभा कुमारी ने छात्र विकास को समर्थन देने के लिए डिज़ाइन की गई मेंटर-मेंटी सुविधाओं पर चर्चा की।