अमृतसर । अथर्व यूनिवर्सिटी द्वारा पहला 24-घंटे का हैकाथॉन ‘फ्यूचर फ्यूज़न 2025’ सफलतापूर्वक आयोजित अथर्व यूनिवर्सिटी, मुंबई के स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी द्वारा विश्वविद्यालय का पहला 24-घंटे का हैकाथॉन ‘फ्यूचर फ्यूज़न 2025’ सफलतापूर्वक आयोजित किया गया। यह आयोजन विश्वविद्यालय के संस्थापक एवं कुलपति सुनील राणे के मार्गदर्शन में संपन्न हुआ और नवाचार-आधारित इंजीनियरिंग शिक्षा की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि सिद्ध हुआ। “स्मार्ट दुनिया के लिए बुद्धिमान इंजीनियरिंग समाधान” विषय पर आधारित इस हैकाथॉन में 200 से अधिक इंजीनियरिंग छात्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। कुल 30 से अधिक अंतःविषय टीमों का गठन किया गया, जिनमें प्रत्येक टीम में छह सदस्य एवं महिला सहभागिता अनिवार्य रखी गई, जो समावेशी एवं सहयोगात्मक शिक्षा के प्रति अथर्व यूनिवर्सिटी की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। प्रतिभागियों ने 24 घंटों तक लगातार कार्य करते हुए 30 से अधिक वास्तविक जीवन की समस्याओं के लिए नवोन्मेषी समाधान विकसित किए। ये समाधान IoT एवं स्मार्ट सिस्टम्स, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एवं मशीन लर्निंग, ड्रोन एवं रोबोटिक्स, ब्लॉकचेन तथा साइबर सिक्योरिटी जैसे उच्च प्रभाव वाले क्षेत्रों पर आधारित थे। फ्यूचर फ्यूज़न 2025 ने यह सिद्ध किया कि अथर्व यूनिवर्सिटी इंजीनियरिंग शिक्षा को पारंपरिक सैद्धांतिक ढांचे से आगे ले जाकर नवाचार, अनुभवात्मक शिक्षण और उद्यमशीलता पर आधारित बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। इस आयोजन ने विद्यार्थियों में उद्योग-उपयोगी कौशल, टीमवर्क, रचनात्मक सोच और भविष्य-उन्मुख दृष्टिकोण को प्रभावी रूप से विकसित किया। इस हैकाथॉन को मिली जबरदस्त प्रतिक्रिया और विद्यार्थियों का उत्साह इस बात का प्रमाण है कि अथर्व यूनिवर्सिटी, मुंबई भविष्य के तकनीकी नेतृत्वकर्ता तैयार करने की दिशा में निरंतर अग्रसर है।

