चंडीगढ़ । ट्रिनिटी द्वारा आयोजित एजुथोन 5.0 का आयोजन जेडब्ल्यू मैरियट चंडीगढ़ में हुआ। इस कार्यक्रम में पूरे भारत से 500 से अधिक शिक्षक, शिक्षा उद्यमी, एडटेक विशेषज्ञ, प्रिंसिपल, अध्यापक और कलाकार एक दिन की चर्चा और नवाचार के लिए इकट्ठे हुए। चितकारा यूनिवर्सिटी के सहयोग से आयोजित इस शिखर सम्मेलन ने एजुथोन को भारत के सबसे प्रभावशाली शिक्षा मंचों में से एक के रूप में और मजबूत किया। ट्रिनिटी के फाउंडर डायरेक्टर अंकुर मल्होत्रा ने कहा कि शिक्षा आज एक मोड़ पर खड़ी है। एआई सीखने की प्रक्रिया को नया रूप दे रहा है, लेकिन हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि इसका उपयोग शिक्षा के मानवीय मूल्यों को मजबूत करने के लिए हो। एजुथोन 5.0 का उद्देश्य इसी संतुलन को तलाशना रहा है। पूरे दिन में पैनल चर्चा, फायरसाइड चैट, मास्टरक्लास, प्रस्तुतियां, नेटवर्किंग सेशन और पुस्तक विमोचन जैसी विविध गतिविधियां आयोजित की गईं। मुख्य अतिथि के रूप में प्रसिद्ध क्रिएटिव उद्यमी और स्टोरीटेलर रोशन अब्बास शामिल हुए। उन्होंने अंकुर मल्होत्रा के साथ फायरसाइड चैट में भाग लेते हुए कहा कि शिक्षा की असली ताकत रचनात्मकता और कहानियों में है। यही हमें जिज्ञासु बनाती हैं, एक-दूसरे को समझना सिखाती हैं और तकनीक को इंसानों के काम में लाती हैं। प्रसिद्ध अभिनेत्री और लेखिका संध्या मृदुल ने छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य, तनाव, आत्म-सम्मान और भावनात्मक संतुलन पर ध्यान देने की जरूरत पर अपने विचार साझा किए। वहीं, चितकारा यूनिवर्सिटी की प्रो चांसलर डॉ. मधु चितकारा और चितकारा एजुकेशनल ट्रस्ट की वाइस प्रेसिडेंट ऑफ स्कूल एजुकेशन डॉ. नियति चितकारा ने शिक्षा के बदलते स्वरूप को लेकर अपना विज़न प्रस्तुत किया। एजुथोन 5.0 का आयोजन एनआईएसए, एआईपी और एफ एंड पीए के सहयोग से किया गया, जिसमें देश के विभिन्न हिस्सों से प्रतिनिधि शामिल हुए। इसने कार्यक्रम के पैमाने और पहुंच को और बढ़ा दिया। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी इस सम्मेलन में भागीदारी रही, जिसमें अबू धाबी से अभिलाषा सिंह, घाना से अलिप्त सनम हरी और डीसीएम स्कूल्स के सीईओ डॉ. अनिरुद्ध गुप्ता जैसे विशेषज्ञ शामिल हुए। एजुथोन ने इस मौके पर एक नया रिकॉर्ड बनाया और इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में शामिल हुआ, क्योंकि यहां “एआई के साथ शिक्षा के भविष्य के लिए स्कूल नेताओं की सबसे बड़ी बैठक आयोजित की गई। इस अवसर पर गुरदीप हरी की पुस्तक “द सिन्स ऑफ एजुकेशन” का विमोचन भी किया गया। हर संस्करण के साथ, एजुथोन ने अपने प्रभाव, गहराई और विस्तार को और बढ़ाया है, और यह मंच शिक्षा में नवाचार को आगे बढ़ाने वाली एक सशक्त ताकत के रूप में स्थापित हो चुका है।