मोहाली । चिकित्सा जगत में आई नई तकनीकी क्रांति एवं स्वाथ्य सुविधाओं से भारत अब विदेशों के मुकाबले गंभीर से गंभीर बीमारियों से ग्रस्त मरीजों को बचाने में सक्षम है, वहीं रोबोटिक सर्जरी गंभीर व जटिल बीमारियों से ग्रस्त मरीजों के लिए वरदान की तरह साबित हो रही है, यह बात भारत के जाने माने रोबोटिक सर्जन प्रोफेसर (डॉक्टर) पवनिंद्र लाल ने स्थानीय पार्क ग्रेसियन अस्पताल में आयोजित एक पत्रकार वार्ता में कही, जो कि मिनिमल एक्सेस, एडवांस सर्जिकल साइंस और रोबोटिक सर्जरी से लैस आईएमएआरएस इंस्टिट्यूट के चेयरमैन के रूप में जुड़े हैं। सर्जिकल ऑन्कोलॉजी, लेप्रोस्कोपिक सर्जरी और गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल एक्सपर्ट डॉक्टर पवनिंद्र लाल ने बताया कि रोबोटिक सर्जरी में चीरे छोटे होते हैं, जिसके परिणामस्वरूप रोगियों को कम रक्त की हानि होती है और दर्द भी कम होता है। सर्जरी के दौरान न्यूनतम कट, रक्त की हानि, संक्रमण की कम संभावना, कम रक्त आधान, कम निशान और कम आंतरिक चोटों के कारण रोगियों की तेजी से रिकवरी सुनिश्चित होती है। डा पवनिंद्र लाल ने बताया कि हाथों की बजाए रोबोटिक सर्जरी मरीज के लिए कम तकलीफ व ज्यादा लाभदायक साबित हुई है। उन्होंने बताया कि मरीज के आप्रेशन के दौरान शरीर के जिन हिस्सों तक हाथ पहुंचाना मुश्किल था, अब 360 डिग्री तक घूमने वाले रोबोट की मदद से वहां पहुंच की जा सकती है। उन्होंने बताया कि कैंसर को जड़ से खत्म करने के लिए रोबोटिक सर्जरी कैंसर के मरीजों के एक वरदान की तरह है। उन्होंने बताया कि रोबोट की मदद से रोगी के शरीर में डाले गए एक विशेष कैमरे के माध्यम से ऑपरेटिव एरिया का 3डी व्यू देखकर उसको पूरी तरह से तंदरूस्त किया जा सकता है। प्रोफेसर लाल ने बताया कि रोबोटिक्स सर्जरी जटिल गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल कैंसर, गंभीर स्त्री रोग, किडनी व प्रोस्टेट कैंसर, कान-नाक और गले (ईएनटी) के जटिल विकारों, पेट के कैंसर के इलाज के लिए वरदान कि तरह है।