पंचकूला । रत्नादेवी रूंगटा और उनके दो बेटे संजय कुमार रूंगटा,अमिताभ कुमार रूंगटा, दोनों प्रसिद्ध समाजसेवी, पंचकूला के सेक्टर 5 स्थित शालीमार ग्राउंड में आयोजित ‘विशाल दशहरा महोत्सव’ में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। दशहरा महोत्सव का आयोजन श्री माता मनसा देवी चैरिटेबल एंड डेवलपमेंट ट्रस्ट, दशहरा कमेटी, पंचकूला और आदर्श रामलीला एवं ड्रामेटिक क्लब, पंचकूला द्वारा संयुक्त रूप से किया गया था।दशहरा समारोह के अवसर पर मीडियाकर्मियों से बात करते हुए अमिताभ रूंगटा ने कहा कि दशहरा बुराई पर अच्छाई की जीत का एक शक्तिशाली अनुस्मारक है। दशहरे पर सभी भारतीयों को मेरा संदेश है कि इस दिन कुछ कोई न कोई सामाजिक सेवा गतिविधि आयोजित करने का संकल्प लें। जब प्रत्येक भारतीय द्वारा कोई सामाजिक सेवा की जाएगी , तो समाज से बुराई स्वतः ही समाप्त हो जाएगी और भारत में ‘राम राज्य’ की स्थापना होगी।
संजय कुमार रूंगटा पुरुषोत्तम दास रूंगटा चैरिटेबल ट्रस्ट के संस्थापक एवं अध्यक्ष हैं और अमिताभ रूंगटा श्री श्याम करुणा फाउंडेशन के संस्थापक एवं अध्यक्ष हैं। अमिताभ रूंगटा पिछले कई वर्षों से पंचकूला में साप्ताहिक भंडारा आयोजित करने के अलावा नियमित रूप से कई परोपकारी पहल करते आ रहे हैं। उल्लेखनीय है कि अमिताभ रूंगटा स्वर्गीय पुरुषोत्तम दास रूंगटा चैरिटेबल ट्रस्ट के संस्थापक और प्रबंध ट्रस्टी भी हैं। वह इन सामाजिक संस्थाओं – राजस्थान परिषद, चंडीगढ़, कामधेनु गौशाला, पिंजौर,अग्रसेन चैरिटेबल डायग्नोस्टिक एंड हेल्थ केयर सेंटर, पंचकूला, पंचकूला भवन, सालासर के ट्रस्टी भी हैं।समाज सेवा के क्षेत्र में अपने योगदान और भविष्य की योजनाओं के बारे में मीडिया को जानकारी देते हुए अमिताभ रूंगटा ने कहा कि साप्ताहिक भंडारा आयोजित करने के अलावा मैं वंचित छात्राओं की मदद कर रहा हूँ, जिनके माता-पिता उनकी शिक्षा का खर्च नहीं उठा सकते। हमारा फाउंडेशन ‘बीमार गायों’ के इलाज में भी मदद कर रहा है। दिव्यांगों के लिए व्हीलचेयर, वॉकर और वॉकिंग स्टिक भी उपलब्ध कराए गए हैं। इस बीच विशाल दशहरा महोत्सव’ में कई सांस्कृतिक कार्यक्रम हुए और रिमोट कंट्रोल सिस्टम का उपयोग करके रावण के पुतले को भी आग के हवाले किया गया।