चंडीगढ़ । उत्तराखंड जनसेवा एवं सांस्कृतिक मंच चंडीगढ़ द्वारा, इस वर्ष नवरात्रों के शुभ अवसर पर सैक्टर 28बी में “श्री रामलीला मंचन” 23 सितंबर से 03 अक्टूबर तक बड़ी धूमधाम से किया जा रहा है और इस बार श्री रामलीला का मंचन और ज्यादा भव्य तरीके से किया जाएगा। शहर में पहली बार पारम्परिक एवं आधुनिक नाट्य प्रस्तुति के संगम से आयोजित यह रामलीला शहरवासियों के बीच चर्चा का विषय बनी हुई है। रामलीला के निर्देशक हीरा सिंह (लाडी) जी अभिनय और निर्देशन के क्षेत्र की बड़ी शख्सियत है। टेलीविज़न व फिल्मों में अभिनय व सहनिर्देशन कर चुके हैं। हीरा जी ने बताया की वे बचपन से ही रामलीला से जुड़े हुए हैं तथा उन्होंने राम, लक्ष्मण, भरत, अहिरावण, रावण, अंगद की भूमिकाएं निभाई हैं। रामलीला में भाग लेने वाले अधिकतर कलाकार थिएटर से जुड़े हैं जिनमें युवतियां भी सम्मिलित हैं।

सभी कलाकार पिछले एक महीने से टैगोर थिएटर में रामलीला की रिहर्सल कर रहे है।मंच के प्रधान स्वरूप सिंह नेगी ने बताया कि इस बार की रामलीला थियेटरिकल तौर पर आयोजित की जाएगी तथा साथ ही इस वर्ष इसमें लाईट एंड साउंड प्रस्तुति का भी अद्वितीय संयोजन करने की योजना है । सभी कलाकार दिन-रात मेहनत कर रहे हैं। रामलीला में 70 कलाकारों की टीम होगी । नेगी ने कहाकि कार्यक्रम का उद्देश्य मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम के प्रति गहरी धार्मिक आस्था व उनकी व्यवहारिक लीलाओं का अनुसरण करने की प्रेरणा देना है। ताकि भारत राम राज्य की परिकल्पना को साकार कर सके। 11 दिन चलने वाले मंचन में सबसे पहले दिन नारद मोह, दूसरे दिन राम जन्म, तीसरे दिन आहिल्या उद्धार, चौथे दिन सीता स्वयंवर, पांचवें दिन राम वनवास, छठे दिन केवट लीला , सातवें दिन भरत मिलाप, आठवें दिन सीता हरण, नौवे दिन लंका दहन, दसवें दिन लक्ष्मण मूर्छित रावण वध और ग्यारहवें दिन राम जी की अयोध्या वापसी, कैकेई पश्चाताप, राजतिलक का मंचन करेंगे। रामलीला रोजाना रात आठ बजे शुरू होगी।