चंडीगढ़। आगामी विश्व पर्यावरण दिवस के उपलक्ष्य में 75 से अधिक उत्साही स्वयंसेवकों – जिनमें किताबघर और किड्स-आर-किड्स स्कूल के स्टूडेंट्, युवसत्ता के सदस्य, चंडीगढ़ प्रदूषण नियंत्रण समिति के अधिकारी और चंडीगढ़ प्रशासन के वन एवं वन्यजीव विभाग के अधिकारी शामिल थे – ने चंडीगढ़ के सेक्टर 42 स्थित एन-चो और मिनी लेक में सफाई अभियान का आयोजन किया। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य प्लास्टिक के रैपर, सिंगल यूज प्लास्टिक, कांच और अन्य नॉन-बायोडिग्रेडेबल वेस्ट जैसे वेस्ट मैटिरियल्स को इकट्ठा करना था। दो घंटे का यह प्रयास प्लास्टिक प्रदूषण के महत्वपूर्ण मुद्दे के बारे में जागरूकता बढ़ाने के व्यापक अभियान का हिस्सा था।
इस पहल की सराहना करते हुए, मुख्य वन संरक्षक और सदस्य सचिव, सीपीसीसी सौरभ कुमार ने इस बात पर जोर दिया कि विश्व पर्यावरण दिवस 2025 “प्लास्टिक प्रदूषण को समाप्त करने” पर केंद्रित है। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि प्लास्टिक हमारे जीवन के हर पहलू में व्याप्त है – हमारी हवा, पानी, भोजन और यहाँ तक कि हमारे शरीर को भी प्रदूषित कर रहा है। इस वर्ष के आयोजन का उद्देश्य प्लास्टिक प्रदूषण के बारे में उभरते वैज्ञानिक प्रमाणों पर प्रकाश डालना और पाँच आर को बढ़ावा देना है जिनमें प्लास्टिक के उपयोग का रिफ्यूज, रिड्यूस, रीयूज, रीसाइकिल और रीथिंक शामिल हैं। सौरभ कुमार ने भारत सरकार द्वारा शुरू किए गए मिशन लाइफ (लाइफस्टाइल फॉर एन्वायरमेंट) अभियान के महत्व को भी रेखांकित किया। छात्रों से अंबैसडर्स आफ चेंज के रूप में कार्य करने का आग्रह करते हुए, उन्होंने प्रत्येक प्रतिभागी को अपने समूह में कम से कम पाँच और व्यक्तियों को सिंगल यूज प्लास्टिक के लिए “ना” कहने के लिए प्रेरित करने के लिए प्रोत्साहित किया। प्रमुख उपस्थित लोगों मंक साइंटिस्ट ई विवेक पांडेय और सीपीसीसी की सहायक पर्यावरण इंजीनियर मीनाक्षी, वन विभाग के रेंज आफिसर भूपिंदर सिंह और प्रसिद्ध पर्यावरणविद् सरबजीत कौर शामिल थीं। युवसत्ता के समन्वयक प्रमोद शर्मा ने सीपीसीसी और वन एवं वन्यजीव विभाग को उनके समर्थन के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने युवा छात्रों की उत्साहपूर्ण भागीदारी की प्रशंसा की, जो स्थिरता के संदेश को बढ़ाने के लिए रचनात्मक, रंगीन पोस्टर साथ लाए थे। कार्यक्रम का समापन सभी प्रतिभागियों द्वारा पर्यावरण संरक्षण की शपथ के साथ हुआ और बाद में एकत्रित कचरे का चंडीगढ़ नगर निगम के सहयोग से जिम्मेदारीपूर्वक निपटान किया गया।