चंडीगढ़। राष्ट्रीय वन शहीद दिवस के पावन अवसर पर मेहर चन्द महाजन डीएवी कॉलेज फॉर वोमेन सेक्टर-36,चंडीगढ़ के कैंपस में जय मधुसूदन जय श्रीकृष्ण फाउंडेशन एवं डिपार्टमेंट ऑफ बॉटनी एंड ऐड ऑन कोर्स इन फ्लोरिकल्चर एंड लैंड ऐस्केपिंग के संयुक्त तत्वावधान में पौधरोपण एवं औषधीय पौधों के वितरण का कार्यक्रम संपन्न हुआ।
इस अवसर पर अमर वन शहीदों को नमन करते हुए दो मिनट का मौन रखा गया और माता अमृता देवी को कोटि कोटि नमन किया गया। महाविद्यालय की प्रधानाचार्या डॉ. निशा भार्गव ने मातृशक्ति की भागीदारी का उल्लेख करते हुए बताया कि महिलाएं अपने दिनचर्या के कार्यों का निर्वाह करते हुए पर्यावरण के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए विशेष योगदान दे सकती है और दूसरो को भी प्रेरित कर सकती है । फाउंडेशन के संस्थापक प्रभुनाथ शाही ने बताया कि 1730 ईस्वी में राजस्थान के खेजहड़ी गाँव में वृक्षों की रक्षा के लिए माता अमृतादेवी के नेतृत्व में 363 ग्रामीणों ने अपना बलिदान दिया और राजा को पेड़ काटने का अपना आदेश वापस लेना पड़ा।
इस कार्यक्रम में हरियावल पंजाब चंडीगढ़ महानगर के सह संयोजक राजीव गुप्ता मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। वहीं कार्यक्रम को सफल बनाने में बॉटनी की विभागाध्यक्ष डॉ.गुंजन सूद,फाउंडेशन की पर्यावरण प्रमुख डॉ. रितु गुप्ता,डॉ.रूबी सिंह,डॉ. जसलीन कौर,प्रताप सिंह कौशल,संजय कुमार,राजिन्दर सिंह और रजनीश राणा का विशेष सहयोग रहा। प्रधानाचार्या ने सभी सहभागियों को सप्रेम औषधीय पौधें भेंट किए और फाउंडेशन के सराहनीय कार्यों के लिए प्रशंसा पत्र दिये ।
वहीं कार्यक्रम की सह संयोजक डॉ. गुंजन सूद ने फाउंडेशन एवं सभी सहभागियों का सादर धन्यवाद किया ।