चंडीगढ़। अन्य क्षेत्रों के साथ-साथ आर्किटैक्चर के क्षेत्र में महिलाओं के लिए अपार संभावनाएं हैं। जिससे वह रोजगार के साथ-साथ स्वरोजगार के क्षेत्र में भी आगे बढ़ सकती हैं। उक्त विचार पीएचडी चैंबर ऑफ कामर्स के महिला विंग शी-फोरम की सदस्य एवं आईईईई लिफ्ट्स की निदेशक डॉ.प्रभजोत कौर ने शी-फोरम द्वारा आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। कार्यक्रम का विषय था वर्टिकल ट्रांसपोर्टेशन:घर के डिजाइन और भावनात्मक कल्याण का भविष्य।
प्रभजोत कौर ने महिलाओं को करियर बनाने के लिए प्रोत्साहित करने वाली एक ज्ञानवर्धक प्रस्तुति दी। इस अवसर पर सदस्यों का स्वागत करते हुए शी-फोरम की क्षेत्रीय अध्यक्ष पूजा नायर ने फोरम के मूल उद्देश्यों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इस तरह के आयोजन का मुख्य उद्देश्य महिलाओं के बीच सार्थक संवाद को बढ़ाना है।
शी फोरम की सदस्या एवं माइंडफुलनेस कोच ज्योति सोलारिया ने प्रतिभागियों को आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए डिज़ाइन किए गए विभिन्न अभ्यासों में सक्रिय रूप से शामिल किया। उन्होंने सकारात्मक मानसिकता के महत्व और तनाव मुक्त जीवन प्राप्त करने में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में भी विस्तार से बताया। उन्होंने सभी सदस्यों से अपने दैनिक दिनचर्या में ध्यान को शामिल करने का आग्रह किया। कार्यक्रम के समापन अवसर पर पीएचडीसीसीआई की क्षेत्रीय निदेशक भारती सूद ने कहा कि पीएचडीसीसीआई की शी फोरम का उद्देश्य विभिन्न क्षेत्रों में ज्ञान का प्रसार करना है। उन्होंने एक मंच प्रदान करने की फोरम की प्रतिबद्धता को दोहराते हुए कहा कि यह न केवल सीखने को बढ़ाता है बल्कि मूल्यवान नेटवर्किंग के अवसर भी प्रदान करता है।