चंडीगढ़ (संवाद टाइम्स ब्यूरो) भारत की 30 मिलियन वयस्क आबादी या तो अधिक वजन वाली या मोटापे से ग्रस्त है। एक हालिया अध्ययन के अनुसार भारत की शहरी आबादी का 70 प्रतिशत मोटापे से ग्रस्त है।
संवाददाता सम्मेलन के दौरान बोलते हुए पार्क अस्पताल मोहाली के सीनियर एसोसिएट डायरेक्टर-बेरियाट्रिक एंड मेटाबोलिक सर्जरी डॉ. अमित गर्ग ने बताया कि प्रसिद्ध पत्रिका लैंसेट में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, मोटापे से ग्रस्त लोगों की सबसे अधिक संख्या वाले शीर्ष 10 देशों की सूची में भारत, अमेरिका और चीन के बाद तीसरे स्थान पर है।
इस अवसर पर एक ओबेसिटी हेल्पलाइन नंबर 7562000000 लॉन्च किया है, जहां मरीज कॉल कर वजन घटाने के लिए फ्री कंसल्टेशन बुक कर सकते हैं। पार्क हॉस्पिटल्स उत्तर भारत का सबसे बड़ा सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल नेटवर्क है, जिसमें 19 अस्पताल, 3500 बेड, 800 आईसीयू बेड, 14 कैथ लैब, 45 मॉड्यूलर ओटी और 1000 से अधिक डॉक्टर हैं।
सीनियर कंसल्टेंट जनरल सर्जरी और मेडिकल डायरेक्टर पार्क हॉस्पिटल मोहाली डॉ. विमल विभाकर ने कहा कि यह एक आम मिथक है कि मोटापा अमीर लोगों की बीमारी है। दरअसल मोटापा सिर्फ अधिक खाने से ही नहीं बल्कि खान-पान की गलत आदतों को अपनाने से भी होता है। इसलिए मोटापा अमीर और गरीब दोनों को पूरी तरह से प्रभावित कर सकता है। वज़न का 5-10 प्रतिशत भी कम करने से मोटापे के कारण होने वाली बीमारियों को रोका जा सकता है। लेकिन ऐसी स्थितियाँ भी होती हैं जब मोटापे से निपटने के लिए अकेले सर्जरी ही सबसे अच्छा विकल्प होता है।
सर्जिकल विकल्पों के बारे में जानकारी देते हुए डॉ. अमित गर्ग ने कहा कि बेरिएट्रिक सर्जरी मोटापे से ग्रस्त रोगियों को वजन घटाने की सर्जरी के बाद एक वर्ष के भीतर 60-70 प्रतिशत अतिरिक्त वजन कम करने में मदद करती है। जो मरीज मधुमेह शुरू होने के पांच साल के भीतर मधुमेह या मेटाबोलिक सर्जरी कराते हैं, उनके टाइप 2 मधुमेह से ठीक होने की 90 से 95 प्रतिशत संभावना होती है। पार्क हॉस्पिटल्स के ग्रुप सीईओ (नॉर्थ) आशीष चड्ढा ने कहा कि पार्क अब ईसीएचएस, सीजीएचएस, ईएसआई, हरियाणा सरकार, हिमाचल सरकार और सभी प्रमुख टीपीए, कॉरपोरेट्स के साथ सूचीबद्ध है।
