चंडीगढ़। कारगिल विजय दिवस पर वीरवार को प्लाजा 17 में तिरंगा यात्रा निकाली गई। वर्ष 1999 में पाकिस्तान की ओर से जम्मू कश्मीर के कारगिल में सेना और आतंकियों की घुसपैठ की गई थी और एक बड़े भूभाग पर कब्जा जमाने की तैयारी थी. हालांकि भारतीय सेना ने अदम्य साहस, शौर्य और शक्ति का प्रदर्शन करते हुए पाकिस्तान के नापाक मंसूबों को सफल होने नहीं दिया। 25 साल पहले 26 जुलाई को ही भारतीय सेना ने टाइगर हिल पर अपना तिरंगा लहराया था और युद्ध जीतने की घोषणा की। इसी जीत की याद और सैनिकों के बलिदान के स्मरण में कारगिल विजय दिवस मनाया जाता है। कारगिल विजय दिवस भारत की आन-बान और शान का प्रतीक है।
चंडीगढ़ में आयोजित विजय दिवस समारोह को खास बनाने के लिए पूर्व संध्या पर अध्यक्ष महकवीर संधू के नेतृत्व में युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने वॉर मेमोरियल सेक्टर 3 मे दीप प्रज्वलित कर उन्हें याद किया व सेक्टर 17 प्लाजा में मशाल यात्रा आयोजित की। इस महत्वपूर्ण दिवस के विषय में विस्तार से बताते हुए युवा मोर्चा प्रभारी रमेश सहोड़ ने कहा कि 26 जुलाई 1999 में भारतीय सेना के पराक्रम से पाकिस्तानी घुसपैठियों को भारत की सीमाओं से भगाने पर विवश कर दिया गया था। 25 वर्ष पूर्व भारतीय सेना एवं वायु सेना के सम्मिलित अभियान से आपरेशन विजय चलाकर एलओसी स्थित कश्मीर और लद्दाख के बीच स्थित दुर्गम और ऊंची पहाड़ी चौकियों को दुश्मन से खाली करवाया गया। हालांकि इस युद्ध में भारत के 527 वीर जवान अद्भुत पराकर्म दिखाते हुए बलिदान हुए। परन्तु भारतीय सीमा से दुश्मन को बेदखल कर 26 जुलाई को आज के ही दिन गौरवशाली जीत हासिल की। युवा मोर्चा अध्यक्ष महकवीर संधू व सैकड़ों युवाओं ने माल्यार्पण कर बलिदानियों को श्रद्धांजलि समर्पित की व उनके बलिदान का स्मरण किया। यह कार्यक्रम भारतीय सेना की वीरता का जश्न मनाते हुए एकता का संदेश सम्पूर्ण भारत वर्ष में पहुंचाएगा। उक्त कार्यक्रम में युवा मोर्चा महामंत्री शानू डूबे, उपाध्यक्ष अभय झा, उपाध्यक्ष कमल शर्मा, कंवर राणा, मुकेश मेहरा,मोनू चौधरी,खुशबू वर्मा, वंदना, रोहित भट्ट, कर्णपाल राणा, अनंत चौधरी, मीडिया प्रभारी समीर गुप्ता, सह प्रभारी विनायक बंगिया, एवं युवा मोर्चा के समस्त कार्यकर्ता उपस्थित थे।