चंडीगढ़ । पंजाबी फिल्म ‘अल्जाइमर’ को निर्देशक एवं अभिनेता भिन्दा औजला, निर्माता धर्मवीर थांदी, राजा बुकनवाला, सतविंदर खेला, गुल्लू बराड़, लेखक सपिंदर सिंह शेरगिल और फिल्म अभिनेत्री हरमन भुल्लर की उपस्थिति में रिलीज की घोषणा की गई । पंजाबी फिल्म ‘अल्जाइमर’ 22 अगस्त को चौपाल पर रिलीज की जाएगी।
चंडीगढ़ प्रेस क्लब में पंजाबी फिल्म ‘अल्जाइमर’ की रिलीज की घोषणा करते हुए भिन्दा औजला प्रोडक्शन ने बताया कि यह फिल्म ‘अल्जाइमर’ नाम की एक बीमारी पर आधारित है। इस फिल्म में हीरो की भूतपूर्व स्थिति और वर्तमान स्थिति दोनों को दिखाया गया है। हीरो भूतपूर्व स्थिति में दर्शकों को अपनी लव स्टोरी से रोमांस करता हुआ दिखाई देता है वहीं आगे की स्टोरी में ‘अल्जाइमर’ से ग्रस्त होने के बाद कैसे हीरो की गृहस्ती और मां-बाप बहन के सपने बिखर जाते है, दर्शकों को फिल्म के अंत तक बांध के रखेगी। इस फिल्म में हीरो विदेश में एक गेराज में काम करते हुए दिखाया गया है। फिल्म का हीरो ‘अल्जाइमर’ बीमारी से ग्रस्त हो जाता है, जिसका शुरुआत में उसे और उसके साथियों को भी नहीं पता चलता। ‘अल्जाइमर’ बीमारी की वजह से हीरो गैरेज में काम करने वाले औजारों को रखकर भूलना, एक दूसरे की कही बातों को भी भूलना, घर की चाबी का भूलना आदि और किसी को अपने द्वारा कही हुई बात को भी भूल जाना दिखाया गया है। धीरे-धीरे यह बीमारी हीरो के दिमाग का पूरी तरह से हावी हो जाती है और उसका एक दिमाग का एक हिस्सा बिल्कुल खत्म कर देती है इसके बाद हीरो एक विकराल रूप धारण कर लेता है।”
पंजाबी फिल्म ‘अल्जाइमर’ के निर्माता धर्मवीर थांदी ने बताया कि, “डिमेंशिया का सबसे आम प्रकार ‘अल्जाइमर’ है। स्मृति हानि से यह बीमारी शुरू हो सकती है और जीवन के लिए कई समस्याओं का कारण बन सकती है। ‘अल्जाइमर’ रोग के प्रति जागरूकता बढ़ाने का हमारा वैश्विक प्रयास है। फिल्म में इस बीमारी में उम्र के साथ चीजों को याद न रख पाने की समस्या, बातचीत में कठिनाई और समस्याओं को सुलझाने में दिक्कत होने लगती है को दर्शाया गया है। फिल्म में इस बीमारी से हीरो के दिमाग का हिस्सा तकरीबन डेड हो जाता है। आमतौर पर यह 60 साल से अधिक आयु वाले लोगों में इस समस्या का जोखिम अधिक देखा जाता है। ‘अल्जाइमर’ के लक्षणों को जानकर इससे बचने या उचित उपचार के लिए इस रोग के बारे में विस्तार से जानने की जरूरत है। इस फिल्म के माध्यम से हम ‘अल्जाइमर’ रोग के प्रति लोगों को जागरूक करने और मस्तिष्क की इस समस्या को बढ़ने से रोकने के लिए अवेयर कर रहे हैं।