चंडीगढ़ । पंजाब में आई भीषण बाढ़ से प्रभावित परिवारों की मदद के लिए नारायण सेवा संस्थान की टीम ने तत्परता दिखाते हुए राहत कार्य प्रारंभ किया। संस्थान के अध्यक्ष प्रशांत अग्रवाल और निदेशक वंदना अग्रवाल ने बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए राहत अभियान चलाने का निर्णय लिया। इसी कड़ी में संस्थान की 8 सदस्यीय टीम का नेतृत्व डॉ. विवेक गर्ग ने किया और उन्हें राहत लेकर पंजाब भेजा गया। संस्थान की निदेशक पलक अग्रवाल ने बताया कि राहत सामग्री से भरा ट्रक संस्थान के कैथल सेवा केंद्र से हरि झंडी दिखाकर दया गुप्ता के हाथों रवाना किया गया। बाढ़ से बेघर हुए बच्चों, महिलाओं और परिवारों की मदद के लिए एक ट्रक में आवश्यक खाद्य सामग्री, दवाइयाँ और राहत सामग्री भरकर भेजी गई।
टीम के सदस्य पाकिस्तान की सरहद पर बसे अजनाला,मलिकपुर, कोटर जादा, सूफियान, अलीवल कोटली गाँवों में गए।

राहत सामग्री में 1000 पैकेट ब्रेड, 1200 बोतल बिसलरी पानी, 2 क्विंटल चना, 1000 पैकेट पाउडर दूध, 1050 नमकीन पैकेट, 1000 मीठे बिस्किट, 1000 नमकीन बिस्किट शामिल थे। साथ ही सैकड़ों की संख्या में तरपाल, 2000 से अधिक लोगों के लिए मौसमी बीमारियों की दवाइयाँ, एंटीसेप्टिक क्रीम तथा सेनेट्री पैड सहित खाद्य पदार्थ वितरित किए गए। राहत सामग्री पहुँचाकर टीम ने न केवल जरूरतमंदों की मदद की, बल्कि बाढ़ से त्रस्त गाँवों का दौरा कर उनकी समस्याओं का जायजा भी लिया। इस दौरान बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों से संवाद कर उनकी आवश्यकताओं को समझा गया। संस्थान की टीम ने स्वास्थ्य सेवाओं पर विशेष ध्यान देते हुए दवाइयों का वितरण किया, ताकि बाढ़ के कारण फैल रही बीमारियों से राहत मिल सके। संस्थान की इस सेवा भावना को स्थानीय लोगों ने सराहा। बाढ़ से पीड़ित परिवारों के चेहरों पर राहत की चमक दिखाई दी। इस अभियान ने यह स्पष्ट कर दिया कि मानवता की सेवा ही असली धर्म है। नारायण सेवा संस्थान का यह प्रयास समाज के लिए प्रेरणा बन गया है, जहाँ विपरीत परिस्थितियों में भी मानवता की सेवा को प्राथमिकता दी जाती है। संस्थान की टीम ने निस्वार्थ भाव से कार्य कर यह संदेश दिया कि कठिन समय में साथ खड़ा होना ही सच्चा सहयोग है।