447 दिव्यांगों को मिली जीने की राह और 302 का लिया मेजरमेंट व 65 ऑपरेशन चयनित
चंडीगढ़। नारायण सेवा संस्थान, उदयपुर के तत्वावधान में रविवार को चंडीगढ़ के कम्युनिटी सेन्टर, सेक्टर- 49 सी में निःशुल्क ऑपरेशन जांच-चयन और नारायण लिंब व केलिपर्स माप केम्प आयोजित हुआ। शिविर का उद्घाटन मुख्य अतिथि भाजपा वरिष्ठ नेता एवं हिमाचल सह प्रभारी संजय टंडन और बाल अधिकार संरक्षण आयोग की चेयरपर्सन शिप्रा बंसल, स्थानीय पार्षद राजेंद्र शर्मा व संस्थान निदेशक वंदना अग्रवाल ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। इस मौके पर संस्थान के सदस्य हरबन लाल छाबड़ा, रामकृष्ण शर्मा, रामगोपाल यादव, किरण सिंघल, एस सी अग्रवाल, सुभाष गर्ग और एस पी मल्होत्रा सहित बड़ी संख्या में दिव्यांग, उनके परिजन मौजूद थे। समारोह को संबोधित करते हुए संजय टंडन ने कहा मैं संस्थान की सेवाएं जानकर भावुक हूँ। उन्होंने कहा जो स्वयं से उपर उठकर समाज और देश की भलाई के लिए लगते है वे अमर हो जाते है। ऐसे ही आप लोगों ने दिव्यांगों की मदद के लिए जो बीडा उठाया है, इसे आने वाली पीढ़ियां याद करेगी। नारायण सेवा संस्थान के दिव्यांग सशक्तिकरण और मानवीय सहकार के कार्य समाज के लिए एक प्रेरणा है। स्वस्थ और मजबूत समाज के लिए हमें निरंतर कार्य करना है। उन्होंने दिव्यांगों की प्रगति में नारायण सेवा संस्थान को अपनी और से 1 लाख रूपये का अनुदान देने के साथ भविष्य में हर संभव सहयोग का भरोसा दिलाया।
शिविर के मुख्य आतिथ्य में उपस्थित बाल अधिकार संरक्षण आयोग की चेयरपर्सन शिप्रा बंसल ने कहा संस्थान दिव्यांग बालक बालिकाओं को शारीरिक, सामाजिक, आर्थिक एवं बौद्धिक रूप से सशक्त बनाने के लिए जो काम 40 साल से कर रही हैं यह बड़ी साधना और समर्पण है। दिव्यांगों के उत्थान और उन्नति के लिए हम भरसक साथ देंगे। आने वाले शिविरों में हम जुड़कर मानव सेवा करेंगे। विजिट के दौरान मुख्य अतिथि संजय टंडन और शिप्रा बंसल ने शिविर में आये दिव्यांगों की आप बीती सुनी और डॉक्टर और तकनीकी टीम से लाभ पहुंचाने की प्रक्रिया भी जानी। प्रारम्भ में संस्थान निदेशक वंदना अग्रवाल ने मंचासीन अतिथियों का अभिनंदन किया। साथ ही अग्रवाल ने संस्थान की निःशुल्क सेवाएं ऑपरेशन,नारायण लिम्ब लगाना, 5000 लोगों को रोज भोजन करना,आर्थिक रूप से असमर्थ 600 मजदूरों के बच्चों के लिए निःशुल्क नारायण चिल्ड्रन एकेडमी स्कूल चलाना, सैकड़ो दिव्यांगों को स्वरोजगार के कंप्यूटर, मोबाइल, सिलाई, मेहंदी का प्रशिक्षण देना और उनका सामूहिक विवाह कर घर बसाने जैसे अनेक प्रकल्पों की जानकारी दी।