चंडीगढ़। सेक्टर 10 स्थित डीएवी कॉलेज के हिस्ट्री डिपार्टमेंट द्वारा “रंगोत्सव” का आयोजन कॉलेज परिसर में किया गया। यह कार्यक्रम भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का जीवंत उत्सव था जिसमें स्टूडेंट्स और कॉलेज फैकल्टी ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। इस अवसर पर प्रिंसिपल प्रो. ज्योतिर्मय खत्री और डिपार्टमेंट की हेड प्रो अनु जैन भी उपस्थित रहीं।
कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण विभिन्न राज्यों की पारंपरिक लोक नृत्य प्रेजेंटेशन रहीं, जिसमें पश्चिम बंगाल, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, लद्दाख, मणिपुर, उत्तराखंड और राजस्थान की सांस्कृतिक छटा देखने को मिले। इसके अलावा, पंजाब, मिजोरम, हिमाचल प्रदेश और लद्दाख के लोकगीतों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। स्टूडेंट्स ने सांस्कृतिक विविधता को और अधिक प्रभावशाली बनाने के लिए जानकारियों से भरपूर पावरपॉइंट प्रेजेंटेशन पेश की जिससे भारत की परंपराओं को समझने का एक अनूठा अवसर मिला। इस अवसर पर प्रधानाचार्य प्रो. ज्योतिर्मय खत्री ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि रंगोत्सव भारत की सांस्कृतिक विविधता का एक सुंदर प्रतिबिंब है, जहां छात्र न केवल परंपराओं का जश्न मनाते हैं बल्कि अपनी साझा विरासत को भी गहराई से समझते हैं। डिपार्टमेंट की हेड प्रो अनु जैन ने कहा की यह कार्यक्रम इस बात का प्रमाण है कि इतिहास और संस्कृति केवल अध्ययन का विषय नहीं हैं, बल्कि इन्हें कलात्मक अभिव्यक्तियों के माध्यम से जीवंत किया जा सकता है।