चंडीगढ़ । देश के सर्वोच्च सीए संघ – दी इंस्टीच्यूट आफ चार्टेड अकाउंटेंड्स आफ इंडिया द्वारा हाल ही में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किये गये यूनियन बजट की कड़ी में ‘सेमिनार ऑन बजट’ का आयोजन किया गया जिसमें ट्राईसिटी के लगभग 250 सीए शामिल हुये। सेमिनार आयोजित करने का उद्देश्य सीए समुदाय को बजट संबधी आगामी वित्त से लागू होने वाले प्रावधानों को सीए प्रोफेशनलों से अवगत करवाना था जिसके बाद वे अपने उपभोक्ताओ को इन जटिलाओं की जानकारी दे सके। इस अवसर पर जीएसटी के एडिशनल कमिश्नर जय शंकर उपाध्याय मुख्यातिथि के रुप में शामिल हुये जबकि नई दिल्ली स्थित आईसीएआई के नैश्नल वाइस प्रेजीडेंट सीए चरनजोत सिंह नंदा मुख्य वक्ता के रुप में शामिल हुये। आईसीआईए चंडीगढ़ ब्रांच के चेयरमैन सीए अभिषेक सिंह चौहान ने अपने स्वागत संबोधन पर बल दिया कि आईसीएआई जहां सरकार द्वारा पेश बजट का स्वागत करता है वहीं दूसरी ओर अपनी जिम्मेवारी भी समझता है कि बजट व इससे जुड़े टेक्सेशन की पेचिदगियों को सहजपूर्ण तरीके से आम जनता को समझाने में मदद करे। डोमेस्टिक, इंस्टीच्यूशन, बड़े कारपोरेट घरानों व किसी भी वित्तीय मामलों में सीए की भूमिका महत्वपूर्ण होती है और बजट में प्रस्तावित संशोधित टेक्सेशन की समझ रखने वाले सीए अन्य लोगों में इन जटिलाओं को सरलता से प्रसारित करने की समझ रखते हैं। सैमिनार में सीए नंदा ने बजट द्वारा स्टाक मार्केट, सीए एसके अग्रवाल ने सर्च एंड सीजर क्लोजर मामलों, सीए हंस राज चुघ ने आयात व निर्यात, सीए राज चावला ने लघु उद्योगों और सीए गिरिश आहुजा ने इंकम टेक्स पर पड़ने वाले प्रभावों पर अपने विचार व्यक्त किये। इस दौरान सीए अतुल कुमार गुप्ता, सीए अविनाश गुप्ता, सीए प्रतीक बिंदल, सीए मस्तान सिंह चंबियाल और सीए प्रमोद वत्स ने भी अपने विचार व्यक्त किये।