नवांशहर । गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट डॉ. सुखराज पाल सिंह ने लिवासा अस्पताल, नवांशहर में कंसल्टेंट गैस्ट्रोएंटेरोलॉजी के पद पर ज्वाइन किया है। डॉ. सिंह ने गुरु गोबिंद सिंह मेडिकल कॉलेज, फरीदकोट से एमबीबीएस की डिग्री हासिल की और उसके बाद दयानंद मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल, लुधियाना से इंटरनल मेडिसिन में एमडी की डिग्री हासिल की। इसके बाद उन्होंने प्रतिष्ठित केआईएमएस, भुवनेश्वर से डीएम गैस्ट्रोएंटेरोलॉजी में विशेषज्ञता हासिल की। डॉ. सिंह की मुख्य विशेषज्ञता जटिल गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल स्थितियों जैसे लिवर रोग, पैन्क्रियाटाइटिस, जीआई रक्तस्राव और कोलेंजाइटिस के प्रबंधन में है। वे एंडोस्कोपी, कोलोनोस्कोपी और ईआरसीपी जैसी उन्नत नैदानिक और चिकित्सीय प्रक्रियाओं में कुशल हैं। नैदानिक उत्कृष्टता के अलावा, डॉ. सिंह ने कई प्रतिष्ठित चिकित्सा पत्रिकाओं में भी योगदान दिया है। उनके शोध को इंटरनेशनल जर्नल ऑफ मेडिकल साइंस एंड क्लिनिकल रिसर्च, जर्नल ऑफ क्लिनिकल एंड एक्सपेरिमेंटल हेपेटोलॉजी, और डाइजेस्टिव डिजीज एंड साइंसेज में प्रकाशित किया गया है, जिसमें सिवियर एक्यूट में इंट्रा-एब्डॉमिनल उच्च रक्तचाप पर 2025 का एक उल्लेखनीय अध्ययन भी शामिल है।