चंडीगढ़। चंडीगढ़ प्रशासन के स्कूल शिक्षा निदेशालय ने गवर्नमेंट कॉलेज ऑफ एजुकेशन, सेक्टर 20, चंडीगढ़ के सहयोग से सार्वजनिक वित्तीय प्रबंधन प्रणाली (पीएफ़एमएस) फाइनेंस, आयकर और माल आपूर्ति पर दो दिवसीय प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण कार्यशाला का आयोजन किया गया । यह प्रशिक्षण समग्र शिक्षा के तहत ड्रॉइंग और डिसबर्सिंग ऑफिसर्स (डीडीओ ) और खाता कार्यकारियों के लिए आयोजित किया गया। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम श्री हरसुहिंदर पाल सिंह ब्रार, निदेशक, स्कूल शिक्षा, चंडीगढ़ के नेतृत्व में सफलतापूर्वक आयोजित किया गया, जिसका उद्देश्य पीएफएमएस और लेखांकन मामलों पर कार्यकारी ज्ञान को बढ़ाना था, जैसा कि भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय के आदेशों के अनुसार है। इस कार्यक्रम में लगभग 230 प्रतिभागियों ने भाग लिया, जिनमें सरकारी स्कूलों (क्लस्टर 1 से 10 और 11 से 20) और एस.सी.ई.आर.टी -32, चंडीगढ़ प्रशासन के प्रिंसिपल और खाता कार्यकारी शामिल थे।
इस कार्यशाला में मुख्य अतिथि के रूप में श्रीमती बिंदु अरोड़ा, उप राज्य परियोजना निदेशक की सम्मानित उपस्थिति से उद्घाटित की गई, साथ ही श्रीमती इंद्रा बेनीवाल, मिशन समन्वयक, समग्र शिक्षा, चंडीगढ़ ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज की। दोनों ने समग्र शिक्षा पहल की सफलता के लिए वित्तीय प्रबंधन और खरीद प्रक्रिया में क्षमता निर्माण के महत्व पर जोर दिया। कॉलेज की प्रिंसिपल, डॉ. सपना नंदा ने सभी अतिथियों और उपस्थित जनों का औपचारिक स्वागत किया और कार्यशाला का संक्षिप्त परिचय श्री नरेश कुमार, सहायक नियंत्रक (ऍफ़ एंड ऐ ), समग्र शिक्षा, चंडीगढ़ द्वारा दिया गया। श्री नरेश कुमार ने प्रशासनिक दक्षता को बढ़ाने और अद्यतन प्रोटोकॉल के पालन को सुनिश्चित करने में इस प्रकार के प्रशिक्षण कार्यक्रमों के महत्व पर जोर दिया। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में श्री अनिल कंबोज, सहायक नियंत्रक (ऍफ़ एंड ऐ) ने खरीद/ जेम (गवर्नमेंट ई मार्केटप्लेस) पर, श्री विकास बंसल, चार्टर्ड एकाउंटेंट ने आयकर और जीएसटी पर टीडीएस पर, और श्री नरेंद्र सिंह, तकनीकी सहायक, पीएफएमएस मुख्यालय, चंडीगढ़ ने पीएफएमएस (पब्लिक फाइनेंशियल मैनेजमेंट सिस्टम)पर सत्र प्रदान किए। यह पहल सभी खाता और प्रशासनिक कार्यकारियों को नवीनतम निर्देशों और मार्गदर्शन से सुसज्जित करने का उद्देश्य रखती है। फंड्स, ग्रांट्स, और जेम (गवर्नमेंट ई मार्केटप्लेस) से जुड़े संकाय सदस्यों को भी इस कार्यक्रम में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया गया। कार्यशाला में आयकर और पीएफएमएस पर महत्वपूर्ण सत्र शामिल किए गए, जो प्रभावी वित्तीय प्रबंधन के लिए मूल्यवान जानकारी प्रदान करते हैं। सभी सत्रों को प्रतिभागियों द्वारा अच्छी तरह से सराहा और स्वीकार किया गया।