चंडीगढ़। सेक्टर-32 स्थित गोस्वामी गणेश दत्त सनातन धर्म कॉलेज के मनोविज्ञान विभाग की ओर से सोमवार को विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस के अवसर पर आत्महत्या रोकथाम विषय पर सेमिनार का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम ने मानसिक स्वास्थ्य और आत्महत्या की रोकथाम के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए एक मंच प्रदान किया। फोर्टिस मेडसेंटर, चंडीगढ़ में कंसल्टेंट-क्लिनिकल साइकोलॉजी डॉ. रितु नेहरा सेमिनार में मुख्य वक्ता थीं। क्लिनिकल साइकोलॉजी में पीएचडी कर चुकीं डॉ. रितु नेहरा की आकर्षक प्रस्तुति ने प्रतिभागियों को इस ज्वलंत मुद्दे की गहरी समझ हासिल करने में मदद की।
सेमिनार में आत्महत्या के चेतावनी संकेत, रोकथाम और उपचार रणनीतियों तथा मानसिक स्वास्थ्य देखभाल के महत्व जैसे प्रमुख विषयों पर चर्चा की गई। कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. अजय शर्मा ने सेमिनार की सफलता सुनिश्चित करने के लिए संयोजक डॉ. तरुणदीप कौर और आयोजन सचिव डॉ. निधि चड्ढा की मेहनत की सराहना की। इस सेमिनार में 200 से अधिक विद्यार्थियों ने भाग लिया और आत्महत्या की रोकथाम तथा मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त की। इस सेमिनार ने अपने समुदाय में मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता और कल्याण को बढ़ावा देने के लिए कॉलेज की प्रतिबद्धता को रेखांकित किया।
वहीं, जीजीडीएसडी कॉलेज ने बायोटेक्नोलॉजी विभाग, भारत सरकार द्वारा फंडेड डीबीटी-बिल्डर प्रोजेक्ट स्कीम के तहत “बायोई 3 पॉलिसी (अर्थव्यवस्था, पर्यावरण और रोजगार के लिए बायोटेक्नोलॉजी) जागरूकता अभियान प्रतियोगिता” नामक प्रतियोगिता का आयोजन किया। इन इवेंट्स में साइंस के स्टूडेंट्स के लिए स्लोगन राइटिंग, ड्राइंग, निबंध और पोस्टर प्रतियोगिताएं शामिल थीं। प्रतिभागियों को स्लोगन्स, विस्तृत चित्रों, व्यावहारिक निबंधों और बायोई3 नीति पर प्रभावशाली पोस्टरों के माध्यम से अपनी रचनात्मकता और ज्ञान का प्रदर्शन करने के लिए प्रोत्साहित किया गया। बायोई3 पॉलिसी का उद्देश्य एक ऐसे भविष्य को बढ़ावा देना है जो सस्टेनेबल, इनोवेटिव और ग्लोबल चैलेंजेस के प्रति उत्तरदायी हो, तथा जो विकसित भारत के दृष्टिकोण के अनुरूप हो।