कॉलेज ने ट्रांसजेंडर व्यक्तियों के सामने आने वाले मुद्दों के समाधान के लिए एंटी डिसक्रिमिनेशन सैल की स्थापना का रखा प्रस्ताव
चंडीगढ़। सेक्टर-32 स्थित गोस्वामी गणेश दत्त सनातन धर्म कॉलेज की ओर से ट्रांसजेंडर व्यक्तियों के कल्याण पर चर्चा और उसे बढ़ावा देने के उद्देश्य से एक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में विभिन्न महत्वपूर्ण पहलुओं पर ध्यान केंद्रित किया गया, जिनमें विकलांग ट्रांसजेंडर व्यक्तियों के लिए पेंशन, हॉस्टल आवास, पाठ्य पुस्तकों का प्रावधान, एंटी डिसक्रिमिनेशन सैल की स्थापना और ट्रांसजेंडर व्यक्तियों के लिए समावेशी शिक्षा को बढ़ावा देना शामिल था। शिविर में कॉलेज के कर्मचारियों और छात्रों की सक्रिय भागीदारी देखी गई, जिससे समावेशी और सहयोगी वातावरण को बढ़ावा देने के प्रति उनकी प्रतिबद्धता दिखी।
यूटी प्रशासन के समाज कल्याण विभाग के ट्रांसजेंडर सैल के अमित ने शिविर का संचालन किया तथा ट्रांसजेंडर व्यक्तियों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए उठाए जा सकने वाले कदमों और पहलों पर बहुमूल्य जानकारी और अंतर्दृष्टि साझा की। भेदभाव के खिलाफ चल रहे प्रयासों को सुनिश्चित करने के लिए, जीजीडीएसडी कॉलेज ने संस्थान के भीतर ट्रांसजेंडर व्यक्तियों के सामने आने वाले मुद्दों के समाधान के लिए एक एंटी डिसक्रिमिनेशन सैल की स्थापना और एक नोडल अधिकारी की नियुक्ति का प्रस्ताव रखा। जीजीडीएसडी कॉलेज के ब्वॉयज हॉस्टल के चीफ वार्डन डॉ. वीरेंद्र सिंह ने इस तरह की पहल के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि सभी छात्रों के लिए एक सहयोगी और समावेशी वातावरण बनाना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। यह जागरूकता शिविर यह सुनिश्चित करने की दिशा में एक कदम है कि ट्रांसजेंडर व्यक्तियों को वह सम्मान, गरिमा और अवसर मिले जिसके वे हकदार हैं। प्रिंसिपल डॉ. अजय शर्मा ने कॉलेज के प्रयासों पर गर्व व्यक्त किया। हम एक ऐसा वातावरण बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं जहां प्रत्येक व्यक्ति, चाहे व पुरुष है या महिला, मूल्यवान और समर्थित महसूस करे। उन्होंने कहा कि एंटी डिसक्रिमिनेशन सैल की स्थापना और नोडल अधिकारी की नियुक्ति इस लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम हैं।
कॉलेज के इक्वल आपरच्युनिटी की प्रभारी गगनप्रीत वालिया ने शिक्षा और जागरूकता के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि समावेशी शिक्षा हमारे समाज के समग्र विकास के लिए आवश्यक है। इस शिविर ने न केवल जागरूकता बढ़ाई है, बल्कि भविष्य की पहलों की नींव भी रखी है, जिससे ट्रांसजेंडर व्यक्तियों को लाभ होगा। उन्होंने कहा कि हम अपने सभी छात्रों के लिए समान अवसर सुनिश्चित करने के लिए समर्पित हैं। जागरूकता शिविर ने जीजीडीएसडी कॉलेज की समावेशिता और समानता के प्रति प्रतिबद्धता को रेखांकित किया तथा अन्य संस्थानों के लिए मिसाल कायम की।