चंडीगढ़। सेक्टर-32 स्थित गोस्वामी गणेश दत्त सनातन धर्म कॉलेज में बुधवार को अक्षय ऊर्जा दिवस- 2024 मनाया गया। राष्ट्रीय अक्षय ऊर्जा दिवस के अवसर पर क्रेस्ट, चंडीगढ़ द्वारा प्रायोजित कई गतिविधियां आयोजित की गईं, जिसका उद्देश्य स्वच्छ भविष्य के लिए अक्षय ऊर्जा जागरूकता और टिकाऊ प्रथाओं को बढ़ावा देना था। ग्रीन इनिशिएटिव्स पहल के तहत कॉलेज में ऊर्जा संरक्षण के लिए कई उपाय किए गए हैं।
लगभग 120 विद्यार्थियों ने ‘भारत में अक्षय ऊर्जा का प्रभाव’ विषय पर पोस्टर मेकिंग, पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन और स्लोगन लेखन प्रतियोगिताओं में भाग लिया, जो ग्रीन कैंपस कमेटी, पर्यावरण सोसाइटी ‘हरितिमा’, एरिसटोटल क्लब और कॉलेज के बोसॉन्स क्लब द्वारा संयुक्त रूप से कॉलेज के युवाओं को शिक्षित करने पर केंद्रित थीं। कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. अजय शर्मा ने अपने संबोधन में नवीकरणीय ऊर्जा से जुड़े पर्यावरणीय, आर्थिक और स्वास्थ्य लाभों के बारे में युवाओं को शिक्षित करने, विकसित भारत के लिए अधिक जागरूकता को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर बल दिया ।
एनबीए के लिए सीओ/पीओ के बारे में जागरूकता पर वर्कशॉप आयोजित
पीएमएल एसडी बिजनेस स्कूल, चंडीगढ़ की ओर से ‘एनबीए के लिए सीओ/पीओ के बारे में जागरूकता ’ शीर्षक से एक वर्कशॉप का आयोजन किया गया। वर्कशॉप का उद्देश्य फैकल्टी मेंबर्स और एकेडमिक लीडर्स को एनबीए मान्यता आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए इन उद्देश्यों को परिभाषित करने, विकसित करने और मूल्यांकन करने की व्यापक समझ प्रदान करना था। राष्ट्रीय तकनीकी शिक्षक प्रशिक्षण और अनुसंधान संस्थान (एनआईटीटीटीआर) के पूर्व डीन और प्रोफेसर डॉ. बीएस पब्ला मुख्य वक्ता थे। वर्कशॉप का उद्देश्य फैकल्टी मेंबर्स को आवश्यक ज्ञान और कौशल से लैस करना था, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि बिजनेस स्कूल द्वारा प्रस्तुत पीजीडीएम कार्यक्रम एनबीए मान्यता मानकों को पूरा करता है। बिजनेस स्कूल के डॉयरेक्टर डॉ. अजय शर्मा ने बताया कि प्रोग्राम और कोर्स के उद्देश्यों के महत्वपूर्ण तत्वों पर ध्यान केंद्रित करके वर्कशॉप से संस्थान को उच्च गुणवत्ता की शिक्षा प्रदान करने और तकनीकी शिक्षा में उत्कृष्टता प्राप्त करने में मदद करेगी। गौरतलब है कि नेशनल बोर्ड आफ एक्रीडिटेशन (एनबीए) भारत में तकनीकी शिक्षा संस्थानों के लिए गुणवत्ता की एक पहचान है। एनबीए एक्रीडिटेशन के महत्वपूर्ण पहलुओं में प्रोग्राम आब्जेक्टिवस्स (पीओ) और कोर्स आब्जेक्टिवस (सीओ) की स्पष्ट अभिव्यक्ति और संरेखण शामिल है।