सामुदायिक रसोई में परोसा गया भोजन ‘प्रसाद’ या ‘धन्य भोजन’ जैसा होता है: सामाजिक कार्यकर्ता अमिताभ रूंगटा
पंचकूला । गैर-सरकारी संगठन (एनजीओ) श्री श्याम करुणा फाउंडेशन ने पंचकूला के औद्योगिक क्षेत्र फेज 1 में ‘भंडारा’ आयोजित किया। यह फाउंडेशन का 143वां भंडारा है। सामाजिक कार्यकर्ता अमिताभ रूंगटा जो श्री श्याम करुणा फाउंडेशन के संस्थापक भी हैं, ने कहा, “हम औद्योगिक इकाइयों में काम करने वाले जरूरतमंद लोगों, मजदूरों और गरीबों के लाभ के लिए साप्ताहिक भंडारे का आयोजन करते हैं। ‘सनातन धर्म परंपराओं’ के अनुसार भंडारे में परोसा गया भोजन ‘प्रसाद’ जैसा होता है। इस तरह की पहल समाज के लिए फायदेमंद है और अधिक लोगों को इस तरह के भंडारे और अन्य सामाजिक गतिविधियाँ आयोजित करनी चाहिए। फाउंडेशन के स्वयंसेवक अनुपमा रूंगटा, चैतन्य रूंगटा, राजकुमार गुप्ता ,सुखपाल सिंह और सुरेश जांगड़ा ,माता मनसा देवी संस्कृत महाविद्यालय के आचार्य प्राचार्य ने इस नेक प्रयास में सक्रिय रूप से भाग लिया।