
अमृतसर । लिवासा अस्पताल, अमृतसर द्वारा होटल फेयरफील्ड बाय मैरियट में आयोजित ‘किडनी ट्रांसप्लांट-नई किडनी, नया जीवन’ विषय पर आयोजित सीएमई में 32 डॉक्टरों ने भाग लिया। सीएमई के दौरान डॉक्टरों ने ‘किडनी केयर और ट्रांसप्लांट में हालिया प्रगति पर चर्चा की। लिवासा की किडनी ट्रांसप्लांट टीम ने उन्नत किडनी ट्रांसप्लांट प्रक्रियाओं के बारे में जानकारी साझा की, जिसमें शीघ्र निदान, समन्वित देखभाल और किडनी स्वास्थ्य के बारे में जन जागरूकता पर ज़ोर दिया गया। सीएमई के दौरान लिवासा में नेफ्रोलॉजी कंसलटेंट और ट्रांसप्लांट फिजिशियन डॉ. राधिका गर्ग ने इस क्षेत्र में किडनी ट्रांसप्लांट करने वाला एकमात्र केंद्र बनकर लिवासा की किडनी ट्रांसप्लांट उपलब्धि पर प्रकाश डाला। डॉ. राधिका ने बताया कि इस किडनी ट्रांसप्लांट मामले में एक 20 वर्षीय महिला मरीज शामिल थी, जिसका उसकी माँ से मिली किडनी से लिविंग डोनर ट्रांसप्लांट हुआ था । दोनों का ब्लड ग्रुप एक ही था।

रेसिपिएंट और डोनर दोनों की हालत स्थिर है और वे अच्छी तरह से स्वस्थ हो रहे हैं। यह प्रक्रिया डॉ. राधिका गर्ग और यूरोलॉजी एवं ट्रांसप्लांट सर्जरी कंसलटेंट डॉ. पारस राम सैनी के नेतृत्व में लिवासा की मल्टीडिसीप्लिनरी टीम द्वारा सफलतापूर्वक संपन्न की गई, जिसमें एनेस्थीसिया एवं इन्टेन्सिव केयर कंसलटेंट डॉ. सोनिया सैनी, केटीयू एवं क्रिटिकल केयर इंचार्ज डॉ. मनीष गुप्ता और मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डॉ. योगेंद्र तोमर का सहयोग रहा। लिवासा हॉस्पिटल्स के सीईओ अनुराग यादव ने कहा कि यह उपलब्धि न केवल लिवासा हॉस्पिटल के लिए एक मील का पत्थर है, बल्कि क्षेत्र के अनगिनत परिवारों के लिए आशा है। हमारा लक्ष्य हमेशा से उन्नत स्वास्थ्य सेवाओं को हर समुदाय की पहुँच में लाना रहा है, ताकि किसी को भी लाइफ सेविंग उपचार के लिए दूर न जाना पड़े।

