चंडीगढ़ । भारत में लग्जरी रियल एस्टेट सेक्टर तेजी से बदल रहा है। पहले जहां केवल प्राइम लोकेशन और महंगी सुविधाओं को लग्जरी की पहचान माना जाता था, अब खरीदार घर में भावनात्मक जुड़ाव और बेहतर जीवनशैली भी ढूंढ रहे हैं। डेवलपर्स भी इस बदलती सोच को समझते हुए नए ढंग से प्रोजेक्ट्स तैयार कर रहे हैं।
सुषमा ग्रुप के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर प्रतीक मित्तल बताते हैं, भारत में लग्जरी रियल एस्टेट का तेजी से विस्तार हो रहा है। बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर और शहरीकरण के चलते जीरकपुर और मोहाली जैसे शहर पहली पसंद बनते जा रहे हैं।


हम गोल्ड सीरीज के तहत नए प्रोजेक्ट्स लाने की तैयारी कर रहे हैं ताकि ग्राहकों की बढ़ती उम्मीदों को पूरा कर सकें।वहीं, रॉयल एस्टेट की डायरेक्टर इंदु कंसल का मानना है कि अब लग्जरी का मतलब केवल बड़ा और महंगा घर नहीं रह गया है। वह कहती हैं, “आज के खरीदार ऐसी सोसाइटियों की ओर आकर्षित हो रहे हैं, जहां सुंदर डिजाइन, एकरूपता और मजबूत सामाजिक माहौल हो। चंडीगढ़ जैसे शहरों में बुटीक रेजिडेंशियल प्रोजेक्ट्स की मांग तेजी से बढ़ी है। लोग अब घर में सिर्फ जगह नहीं, बल्कि जुड़ाव और पहचान चाहते हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक, अब लग्जरी रियल एस्टेट में कम्युनिटी, कला और जीवनशैली जैसे पहलू भी उतने ही अहम हो गए हैं जितना लोकेशन और सुविधाएं। जीरकपुर, मोहाली और चंडीगढ़ जैसे शहर इस बदलाव के केंद्र में हैं और देशभर में हाई-एंड लिविंग के नए मानक तय कर रहे हैं।