पंचकूला । शास्त्रों में कर्म को प्रधान माना गया है और इनमें वर्णनित कई कर्म हैं जिनके ज़रिये इंसान अपने ‘सामाजिक दायित्व’ का निर्वाह कर सकता है । अन्न भंडारा लगाना भी एक ऐसा कर्म है जिसे अगर सच्ची भावना से अंजाम दिया जाये तो मानव अपने ‘सामाजिक दायित्व’ का निर्वाह बख़ूबी कर सकता है। यह बात औद्योगिक क्षेत्र 1 में श्री श्याम करूणा फाउंडेशन द्वारा आयोजित 127वें अन्न भंडारे में फाउंडेशन के संस्थापक व समाजसेवी अमिताभ रुंगटा ने कही। अमिताभ रुंगटा, जो कि एक समाज सेवी है, जिन्होंने अब तक 127 अन्न भंडारे आयोजित करके एक मिसाल कायम करने के साथ अपने सामाजिक दायित्व का निर्वाह किया है। उन्हींने कहा कि किसी राहगीर के लिए की गई मदद मन को जो शांति प्रदान करती है, उसे शब्दों में बताना कठिन है, इसे सिर्फ़ महसूस किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि अन्न भंडारा आयोजित करने के लिए आम लोगों, समाज सेवियों और संस्थाओं को भी आगे आना चाहिए। भंडारे के आयोजन के दौरान फाउंडेशन के कार्यकर्ता – अनुपमा रूंगटा, चैतन्य रुंगटा, प्रगति, सुखपाल सिंह, सुरेश जांगरा भी उपस्थित थे।