सेंट कबीर पब्लिक स्कूल चंडीगढ़ के आरव भाटिया को किया बेस्ट डेलीगेट घोषित
चंडीगढ़ । चंडीगढ़ के सेक्टर 38 स्थित विवेक हाई स्कूल द्वारा आयोजित वीएचएस एमयूएन (मॉडल यूनाइटेड नेशंस) 2025 का आठवां एडीशन –डिप्लोमेसी, वैश्विक चेतना और परिवर्तनकारी संवाद का चार दिवसीय उत्सव – स्कूल परिसर में आयोजित किया गया। स्कूल परिसर में रविवार को समापन समारोह में स्टूडेंट्स को सम्मानित किया गया और उनके योगदान को सराहा गया। बी द चेंज: जुंटोस सिन मीडो (एक साथ, बेखौफ) के आकर्षक और दिलचस्प थीम पर आधारित इस समिट ने प्रतिनिधियों को साहस के साथ नेतृत्व करने, दृढ़ विश्वास के साथ बोलने और बिना किसी हिचकिचाहट के सहयोग करने के लिए प्रेरित किया।


संजीव चंद्रा जिन्हें विभिन्न महाद्वीपों में 31 से अधिक वर्षों का अनुभव है मुख्य अतिथि थे। चंद्रा ने अर्थव्यवस्था के महत्वपूर्ण क्षेत्रों जैसे लॉजिस्टिक्स, इंफ्रास्ट्रक्चर, वित्त, निर्यात और बीमा में नेतृत्व की भूमिका निभाई है जो वास्तविक दुनिया पर गहरा प्रभाव डालते हैं। समारोह के दौरान, वीएचएस एमयूएन प्रतिनिधियों को उनके शानदार प्रदर्शन, असाधारण शोध, कूटनीति और लीडरशिप भूमिकाओं के लिए कई पुरस्कारों से सम्मानित किया गया। बेस्ट स्कूल डेलीगेशन का पुरस्कार श्री राम स्कूल, मौलसारी, नई दिल्ली को दिया गया और सैक्रेटरी जनरल का बेस्ट डेलीगेशन अवॉर्ड सेंट कबीर पब्लिक स्कूल, चंडीगढ़ के आरव भाटिया को प्रदान किया गया।



कार्यक्रम के दौरान उनकी सलाहकार भूमिका के लिए सराहना के प्रतीक के रूप में कार्यकारी बोर्ड के सदस्यों को भी पुरस्कार प्रदान किए गए। ये व्यक्ति बहस का मार्गदर्शन करने, प्रतिनिधियों का मूल्यांकन करने और समितियों के बेहतर सुचारू संचालन को सुनिश्चित करने के लिए भी जिम्मेदार थे। सम्मेलन के सफल कार्यान्वयन में उनके योगदान के लिए सचिवालय, अंडर-सैक्रेटरीज-जनरल्स और कोऑर्डिनेटर्स को कोर आर्गेनाइजिंग कमेटीज अवॉर्ड भी दिए गए।


इस अवसर पर बोलते हुए चंडीगढ़ के सेक्टर 38 स्थित विवेक हाई स्कूल की प्रिंसिपल रेणु पुरी ने वीएचएस एमयूएन 2025 का हिस्सा बनने के लिए स्टूडेंट्स प्रतिभागियों और विजेताओं को बधाई दी। पुरी ने सभी के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि इस साल वीएचएस एमयूएन 2025 में, युवा डेलीगेट्स ने मिडिल संकट सहित कई वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की, जिसमें फिलिस्तीनी संघर्ष भी शामिल था। समान नागरिक संहिता भी एक प्रमुख विषय था, जिसमें समानता और राष्ट्रीय एकीकरण के लिए इसके अलग अलग प्रभावों और उद्देश्यों पर चर्चा की गई। यूएन विमेन में, प्रतिनिधियों ने हाशिए पर पड़ी महिलाओं के अधिकारों की वकालत की। देशभर और विदेशों में 18 से अधिक प्रतिष्ठित संस्थानों के 180 से अधिक प्रतिनिधियों के साथ, समिट में आठ सावधानीपूर्वक क्यूरेट की गई ।समारोह के दौरान, वीएचएस के स्टूडेंट्स ने जोशीले भांगड़ा और खूबसूरत कथक परफॉर्मेंस सहित वाइब्रेंट कल्चरल प्रस्तुतियों से दर्शकों का मन मोह लिया।
